15.4.24

कम सुनने के कारण और घरेलू उपचार: Deafness home remedies


           

                                        
          
                                      
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हुत बार ऐसा होता है कि टीवी का वॉल्यूम बहुत तेज होने पर भी बहुत कम सुनाई देता है। इसके अलावा कई बार जब तक कोई चिल्लाकर आपसे कोई बात न कहे आपको कुछ भी सुनाई नहीं देता। अगर आपके साथ भी ऐसा अक्सर होता है तो यह इसे गंभीरता से लेने का समय है। आमतौर पर बहरेपन की समस्या तब होती है जब कान के अंदर के महीन सैल्‍स डैमेज होने लगते हैं।
  सभी ज्ञानेंद्रियों में एक महत्वपूर्ण ज्ञानेंद्री हमारे कान हैं, जिनसे हम सुनकर उन आवाजों को अपने मस्तिष्क तक पहुंचाते हैं. इसके बाद ही हमारा मस्तिष्क प्रतिक्रिया देता है. कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें कान से सुनाई ना देने या कम सुनाई देने की समस्याएं होती हैं. ऐसी समस्या या तो बचपन से ही होती है या बढ़ती उम्र में कई बार लापरवाही के कारण भी होती है.  कम सुनने  के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे तेज आवाज या शोर, चोट, बुढ़ापा, वंशानुगत और संक्रमण.

उम्र बढ़ने के साथ बहरापन

बढ़ती उम्र के साथ-साथ अधिकतर लोगों की श्रवण शक्ति कमजोर होने लगती है. कई लोगों को उम्र बढ़ने के साथ बहरेपन की समस्या आनुवंशिक भी होती है.

बीमारियों के कारण बहरापन

कई लोगों को सुनाई कम देने की समस्या उनकी बीमारियों की वजह से भी हो सकती है, जैसे डायबिटीज, खसरा या कंठमाला आदि की बीमारी है. ऐसे लोगों की श्रवण शक्ति कमजोर हो सकती है.

कान में संक्रमण भी बहरेपन का कारण

कुछ लोगों को बहरेपन की समस्या कान में संक्रमण के कारण भी होती है. कान से पानी आता है या कई लोग कान की सफाई के लिए किसी चीज का इस्तेमाल करते हैं जिस वजह से कान के पर्दे में सूजन आ जाती है. इसके किसी प्रकार की चोट की वजह से भी कान में संक्रमण फैल जाता है. इन सभी कारणों से कम सुनाई देने की समस्या शुरू हो जाती है. लेकिन काफी हद तक उपचार द्वारा इस समस्या को ठीक भी किया जा सकता है.


इन कारणों से भी आता है बहरापन

बहरेपन के और भी कई कारण हो सकते हैं, 

जैसे आजकल लोग तेज आवाज में गाने सुनते हैं और ध्वनि प्रदूषण आज बहुत ज्यादा बढ़ गया है इस वजह से भी श्रवण शक्ति कमजोर हो जाती है या बहरापन होने की समस्या शुरू हो जाती है.
 विशेषज्ञों के मुताबिक यदि कान का ख्याल नहीं रखा जाए तो कान की 30 फीसदी कोशिकाएं नष्ट हो सकती हैं, जिसका दोबारा निर्मित होना लगभग असंभव है.
आपको कानों को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के ल‍िए व‍िटाम‍िन बी12 का सेवन करना चाह‍िए। इसके अलावा आपको पोटैश‍ियम, मैग्‍न‍िश‍ियम का सेवन करना चाह‍िए। कानों की सेहत को अच्‍छा रखने के ल‍िए आपको आयरन र‍िच डाइट का सेवन करना चाह‍िए।


कम सुनने पर करें ये घरेलू उपचार 

क्या अदरक सुनने में मदद कर सकती है?

अपने एंटीबायोटिक और एंटीवायरल घटकों के साथ, अदरक संक्रमण को रोकने में मदद करता है  यह जड़ी बूटी मस्तिष्क तक ध्वनि संचरण तरंगों को सुविधाजनक बनाने वाली नसों को सक्रिय और नियंत्रित करती है।

नमक से इलाज 

कान के इंफेक्शन के घरेलू उपचार में टेबल सॉल्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप एक कप नमक को गर्म करें और उसे एक कपड़े पर रखकर पोटली बना लें। अब आप इस टुकड़े को कान के संक्रमित हिस्से पर 5 से 10 मिनट तक रखें और आप महसूस करेंगे कि दर्द दूर हो रहा है। इस प्रक्रिया को आप अपनी आवश्यकता के अनुसार दोहरा सकते हैं।

सेब का सिरका


मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक और मैंगनीज से युक्त सेब का सिरका आपके शरीर में उन खनिज की कमी को पूरा कर सकता है जो सुनने से जुड़ा है। अगर बहुत अधिक शोर के कारण आपकी सुनने की क्षमता प्रभावित हुई है तो ऐसे में आप सेब के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 तुलसी का रस:

यह कान के संक्रमण और दर्द को ठीक करने में मदद कर सकता है और बहरापन को भी कम कर सकता है,

सुनने की शक्ति बढ़ाने के लिए क्या खाएं?

सुनने की शक्ति बढ़ाने के लिए, आप अपने आहार में कुछ विशेष खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं, जो आपके कानों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें शामिल हैं:

ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ: मछली, अलसी, अखरोट, और चिया बीज.

विटामिन A, C, और E युक्त खाद्य पदार्थ: गाजर, पालक, खट्टे फल, और मछली.

जिंक युक्त खाद्य पदार्थ: बीन्स, मटर, और बादाम.

कैरोटीन युक्त खाद्य पदार्थ: गाजर, शकरकंद, और कद्दू.

विटामिन B12 युक्त खाद्य पदार्थ: मांस, मछली, और अंडे.

पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ: केला.

फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ: शिमला मिर्च, और अंडे.

आयरन युक्त खाद्य पदार्थ: पालक.

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना सिर्फ सुनने की शक्ति बढ़ाने का एक तरीका है। अपने कानों के स्वास्थ्य के लिए, आपको तेज आवाज से बचना चाहिए, नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए

बंद कान खोलने के लिए कौन से घरेलू उपाय हैं?

अगर आपके कान बंद हैं, तो अपनी यूस्टेशियन ट्यूब खोलने के लिए निगलने, जम्हाई लेने या शुगर-फ्री गम चबाने की कोशिश करें। अगर यह काम नहीं करता है, तो गहरी सांस लें और अपनी नाक को बंद करते हुए और अपना मुंह बंद रखते हुए धीरे से अपनी नाक से हवा बाहर निकालने की कोशिश करें।

कानों को साफ रखें

कई बार कानों में अत्यधिक मैल जमा होने के कारण बहरापन या कम सुनाई देने के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कानों को खुद से न साफ करें। डॉक्टर कानों के अंदर कुछ लिक्विड डालते हैं जिससे कानों की मैल नर्म हो जाती है, जिसे ख़ास उपकरण की मदद से निकाला जा सकता है।

टिनिटस की समस्या

कान में दबाव के कारण होने वाली टिनिटस की समस्या को अदरक से कम किया जा सकता है।

इस विडिओ मे दी  गई जानकारी का उपयोग करने से पहिले किसी चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श  करलें | इसी प्रकार के घरेलु आयुर्वेद  के विडियो देखने के लिए हमारे channel  को subscribe कीजिये धन्यवाद,आभार  
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