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5.6.20

डायस्टोलिक हृदय विफलता


डायस्टोलिक हृदय विफलता तब होता है जब बांया वेंट्रिकल मे पूरी तरह से रक्त नहीं भर पाता और हृदय से शरीर में रक्त की पम्पिंग कम हो जाती है।
हृदय पर प्रभाव
   डायस्टोलिक, हृदय की एक ऐसी स्थिति है, जब हृदय आराम की स्थिति में होता है और रक्त से भर रहा होता है। वहीं जब डायस्टोलिक शिथिलता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, तो उसमें हृदय सहज नहीं हो पाता और आराम नहीं कर पाता। नतीजा यह होता है कि वेंट्रिकल में रक्त नहीं भर पाता और इसी कारण आगे उचित मात्रा में रक्त भी नहीं पहुंच पाता। यदि डायस्टोलिक शिथिलता अत्यधिक मात्रा में बढ़ जाती है तो इसका नतीजा हृदय विफलता होता है।
डायस्टोलिक हृदय विफलता तब होता है, जब बाएं वेंट्रिकल की पेशी कठोर या मोटी हो जाती है। इसके कारण हृदय को रक्त को वेंट्रिकल में भरने के लिए और ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है। धीरे-धीरे यह स्थिति और ज्यादा बढ़ती जाती है, दायें वेंट्रिकल समेत फेफड़ों में रक्त इकठ्ठा होता चला जाता है जिसके कारण वेंट्रिक और फेफड़ों में तरल पदार्थ की भीड़ सी हो जाती है और इसका सीधा नतीजा हृदय विफलता होता है। हो सकता है कि डायस्टोलिक हृदय घात से इंजेक्शन फ्रैक्शन में कमी न आए। इंजेक्शन फ्रैक्शन उस पैमाने को कहा जाता है जिसमें हृदय के सामान्य तौर पर पम्पिंग करने या न करने की जांच की जाती है। सिस्टोलिक हृदयघात वाले लोगों में यह इंजेक्शन फ्रैक्शन कम होता है। हो सकता है कि सिस्टोलिक हृदय घात के दौरान बांया वेंट्रिकल ठीक से पम्प करें। लेकिन डायस्टोलिक की स्थिति में यह ठीक से काम नहीं करता। 

कारण
  डायस्टोलिक हृदय विफलता का सबसे सामान्य कारण उम्र का बढ़ना होता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे वैसे हृदय की मांशपेशियां कठोर होना शुरू हो जाती हैं। जिसके कारण हृदय पूरी तरह से रक्त नही भर पाता और इसका नतीजा डायस्टोलिक हृदय विफलता होता है। लेकिन उम्र बढ़ने के अलावा और भी ऐसे कई कारण होते हैं जिनके कारण दांया वेंट्रिकल पूरी तरह से रक्त नहीं भर पाता।
हृदय विफलता के लिए कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स कैसे काम करती हैं ये दवाएं
कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, हृदय की दर को धीमी और रक्तचाप को कम करता है । हृदय की मांशपेशियों के संकुचन से, हृदय रक्त पंप करता है जिससे विद्युत संवेग उत्पन होते है। 


चैनल ब्लॉकर्स, इन विद्युत संवेग को ब्लॉक करके हृदय की दर को कम करता है। कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, रक्त वाहिकाओं की मांसपेशियों के ऊतकों को शिथिल करके रक्तचाप को कम करता है । इससे रक्त आसानी से वाहिकाओं में प्रवाहित होता है।


क्यों प्रयोग की जाती हैं ये दवाएं
   कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, डायस्टोलिक हृदय विफलता के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।डायस्टोलिक के चरण में, जब हृदय के निचले बायें कक्ष में पूरी तरह से रक्त न भरा हो तो डायस्टोलिक हृदय विफलता होती है। डायस्टोल, हृदय की दर का एक ऐसा चरण होता है जब हृदय शिथिल अवस्था में है और उसमे पूरी तरह रक्त भरा है।
कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स हृदय की दर और रक्तचाप को कम करके ह्रदय में अधिक आसानी से रक्त भरता हैं। जब हृदय की दर कम होती है तो हृदय में रक्त भरने के लिए ज्यादा समय मिल जाता है। कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, हृदय की मांसपेशियों को शिथिल करके, रक्त भरने में सहायता करता है। निम्न रक्तचाप, डायस्टोलिक हृदय विफलता के इलाज में मदद करता है क्योकि हृदय को रक्त पंप करने में ज्यादा कठिनाई नहीं होती है।
कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, सिस्टोलिक हृदय विफलता के लिए इस्तेमाल नहीं की जाती हैं क्योकि इसमें हृदय पर्याप्त बल के साथ रक्त को पंप नहीं कर पता है।
कितनी अच्छी तरह से काम करती हैं ये दवाएं
कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, डायस्टोलिक हृदय विफलता के लक्षणों को कम करने में मदद करता हैं। यह अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में भी प्रयोग होता है जैसे उच्च रक्तचाप।



दुष्प्रभाव

सभी दवाओं के साइड इफेक्ट होते है। लेकिन कई लोगों को दुष्प्रभाव महसूस नहीं होता है या उनका शरीर उस दुष्प्रभाव को झेलने में सक्षम होता है। प्रत्येक दवा जो आप ले रहे है उसके साइड इफेक्ट के बारे में फार्मासिस्ट से पूछें। दवा के साथ मिलने वाली जानकारी में भी साइड इफेक्ट सूचीबद्ध होते हैं, जिनसे आपको उस दवा से होने वाले साइडइफ़ेक्ट के बारे में पता चल सकता हैं।
यहाँ कुछ ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें हैं –
आमतौर पर दवा का लाभ, किसी भी मामूली दुष्प्रभाव से अधिक महत्वपूर्ण होता हैं। कुछ दिनों के लिए दवा लेने से दुष्प्रभाव को दूर किया जा सकता हैं।

  अगर दुष्प्रभाव से आपको बहुत परेशानी हो रही हैं और आप अपनी दवा आगे जारी रखना चाहते है तो अपने डॉक्टर से सलाह लें। वह आपकी खुराक कम या आपकी दवा को बदल सकता है। अचानक से अपनी दवा ना छोड़े जब तक की आपके डॉक्टर आपको ऐसा करने के लिए ना कहें।
कब आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें –अगर-
साँस लेने में तकलीफ़।
चेहरे, होंठ, जीभ, या गले में सूजन।
अगर आपको लगे की हृदय विफलता, बदतर हो रही है तो तुरंत अपने डॉक्टर को बुलाएं। हृदय विफलता के बदतर होने के लक्षण हैं –
पैरों के नीचे के भागों , टखनों, या पैर में सूजन।
और अधिक सांस की तकलीफ।
अचानक वजन बढ़ाना।
अपने डॉक्टर को बुलायें अगर आपको लगे कि –
खराश
इन दवाओं के दुष्प्रभाव हैं –
हृदय की दर कम होना।
कब्ज या दस्त।चक्कर आना या हल्कापन लगना।
निस्तब्धता या गरमाहट महसूस होना।
ठीक से दवाइयाँ लें
दवाइयाँ, आपके इलाज के लिए एक महत्वपूर्ण तरीका होता है जिसे आपका चिकित्सक आपके स्वास्थ्य में सुधार और भविष्य की समस्याओं को रोकने के लिए प्रयोग करता हैं।अगर आप ठीक ढंग से अपनी दवाएं नहीं लेते हैं, तो आप अपने स्वास्थ को जोखिम में (और शायद अपने जीवन को भी ) डालते हैं।

कई वजहों से लोगों को दवाइयाँ लेने में परेशानी होती हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में, आप कुछ तरीको के द्वारा अपनी समस्याओं को दूर कर सकते है और डॉक्टर द्वारा दिए निर्देशों का पालन करके अपने इलाज को कारगार बना सकते है।
महिलाओं के लिए सुझाव
अगर आप गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं या गर्भधारण की कोशिश कर रही है, तो बिना अपने डॉक्टर के सलाह के, किसी भी दवाई का प्रयोग ना करें । कुछ दवायें आपके बच्चे को नुकसान पहुँचा सकती हैं, जैसे कुछ डॉक्टर द्वारा बताई हुईं दवायें , विटामिन की गोलियाँ, जड़ी बूटी, और पूरक आहार । यह सबसे ज्यादा जरूरी है की आप अपने डॉक्टर को यह बता दें की आप गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं या गर्भधारण की कोशिश कर रही है।
डॉक्टर से जाँच कराते रहें
अगर आप को सिस्टोलिक हृदय विफलता है और आप कैल्शियम चैनल ब्लॉकर ले रहे है तो डॉक्टर से जाँच करायें। कभी कभी इन दवाओं के कारण हृदय विफलता बदतर हो सकती है क्योकि इसमें हृदय पर्याप्त बल के साथ रक्त को पंप नहीं कर पता है। नियमित जाँच और अनुवर्ती देखभाल अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।
अनुवर्ती देखभाल इलाज और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से डॉक्टर के पास अपनी जाँच के लिए जाएं और अगर कभी कोई समस्या लगे तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें। अपने परीक्षण के परिणाम को जानने का, यह एक अच्छा तरीका हो सकता है। जो भी दवाइयाँ आप ले रहे है उनकी एक सूची बना कर रखें, तो यह आपकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
उदाहरण
सामान्य नाम
ब्रांड नाम
amlodipine
Norvasc
diltiazem
Cardizem, Dilacor, Taztia, Tiazac
felodipine
nifedipine
Procardia
nisoldipine
Sular
verapamil
Calan, Verelan
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