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6.12.23

सर्दियों में शकरकंद खाने से होते हैं कई रोग दूर ,sweet potato benefits



 शकरकंद खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। अंग्रेजी में इसे स्वीट पोटैटो कहते हैं। शायद यही वजह है कि कुछ लोग इसे आलू से जोड़कर भी देखते हैं, यही कारण है कि इसे मीठा आलू भी कहा जाता है। मीठा आलू खाने के फायदे ढेरों हैं। आमतौर पर यह सर्दियों में अधिक बिकता है, क्योंकि तब इसके फायदे भी अधिक होते हैं। देश के लगभग सभी हिस्सोंं में पाए जाने वाले शकरकंद को कुछ क्षेत्रों में लोग शकरकंदी के नाम से भी जानते हैं और इसे खाने का तरीका भी अलग-अलग है।
इसे आप कच्चा और पक्का कर दोनों रूप में खा सकते हैं। कुछ लोग इसे आग में पकाते हैं और उसके बाद खाते हैं। इसकी बहुत सारी किस्म आप को दुनिया भर में आसानी से मिल जाएंगे। जो शकरकंद लाल किस्म के होते हैं उसके गूदे सूखे और ठोस होते हैं और जो शकरकंद सफेद और पीले रंग के होते हैं। उनके गूदे के अंदर बहुत ज्यादा रस होता है। जो शकरकंद (Sweet Potato) लाल किस्म के होते हैं उनकी खुशबू अलग ही होती है। जब आप उन्हें उबाल कर खाते हैं तो आपको और भी ज्यादा पोषक तत्व मिल जाते हैं। इसके अंदर बीटा कैरोटीन की मौजूदगी होती है। चलिए आज हम आपको शकरकंद खाने के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हैं।

मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए स्वीट पोटैटो के फायदे


रक्त में बढ़ता हुआ ग्लूकोज का स्तर मधुमेह की समस्या का कारण बन सकता है। इस समस्या को नियंत्रित करने या इस अवस्था से बचने में शकरकंद फायदेमंद हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए शोध के अनुसार शकरकंद में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं.इसके अलावा, शोध में पाया गया है कि शकरकंद में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं
 जैसा कि हम सब जानते हैं कि जिन्हें डायबिटीज (diabetes) की प्रॉब्लम होती है उन्हें मीठी चीज नहीं खानी चाहिए। परंतु आपको जानकर हैरानी होगी कि मीठा आलू डायबिटीज वालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह शरीर में उचित स्त्राव और कार्य में काफी सहायक होता है। जिसकी वजह से रक्त शर्करा (Blood sugar) का स्तर हमेशा संतुलित रहता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। अगर आप चाहे तो आप कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन या चावल की जगह इसका इस्तेमाल करें तो आपके शरीर को इससे कोई नुकसान नहीं होगा।

पाचन में करता है सुधार:


शकरकंद उच्च फाइबर सामग्री के कारण पाचन में सुधार करता है। मैग्नीशियम के साथ सहक्रियाशील रूप से कार्य करते हुए, वे स्वाभाविक रूप से हमारी पाचन प्रक्रिया को बढ़ाते हैं। साथ ही शकरकंद की सभी सामग्री पेट और आंतों के लिए बहुत सुखदायक है। इसमें स्टार्च होता है जिसे व्यक्ति आसानी से पचा सकते हैं। यह कब्ज के जोखिम को दूर करता है जो हृदय रोगों के साथ एक जरायुज व्यक्ति के लिए फायदेमंद है।

कैंसर की रोकथाम के लिए शकरकंद खाने के फायदे

कैंसर जानलेवा बीमारी है। शकरकंद का सेवन कर इस गंभीर बीमारी को पनपने से रोका जा सकता है। इस विषय पर हुए शोध के अनुसार, शकरकंद के छिलके में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, शकरकंद में कई फायदेमंद तत्व भी होते हैं। शकरकंद में पाए जाने वाले ये गुण और तत्व विभिन्न प्रकार के कैंसर को पनपने से रोक सकते हैं . साथ ही हम स्पष्ट कर दें कि शकरकंद का सेवन कैंसर का इलाज नहीं हो सकता है। किसी व्यक्ति को कैंसर होने पर डॉक्टर द्वारा बताया गया उपचार ही फायदेमंद हो सकता है।

हड्डियों की मजबूती के लिए:

कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो सकती है। इसलिए हड्डियों की मजबूती के लिए शकरकंद का उपयोग किया जा सकता है। क्योंकि शकरकंद में कैल्शियम व मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिस कारण यह हड्डियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। साथ ही कैल्शियम व मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूती देने के साथ ही उनके विकास में भी मददगार होता है।

शकरकंद खाने के फायदे गठिया के उपचार में

यह बात हम सब जानते हैं कि इंसान को किसी न किसी तरह की बीमारी घेरे ही रहती है। आपको इस दुनिया में कोई भी ऐसा इंसान नहीं मिलेगा, जिसे कोई भी बीमारी ना हो। उन्हीं में से एक बीमारी लोगों को आम समस्या की तरह घेरे रहती है, वह बीमारी है गठिया (Arthritis) की बीमारी। अगर आपको गठिया की बीमारी है यानि कि आपको जोड़ो में दर्द रहता है तो जिस पानी में आप शकरकंद को उबालते हैं। उस पानी को जोड़ो पर लगाएं। शकरकंद के फायदे से आपको गठिया का दर्द भी कम हो जाएगा और उसके दर्द से काफी राहत भी मिलेगी।

शकरकंद के फायदे पेट के अल्सर के उपचार में

स्वीट पोटैटो पेट और आंतों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके अंदर बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। जैसे कि विटामिन बी कॉन्प्लेक्स, विटामिन सी, कैरोटीन, पोटेशियम, बीटा कैरोटीन और कैल्शियम इत्यादि। इसकी वजह से आपके पेट में अगर अल्सर (stomach ulcer ) है तो वह भी ठीक हो जाएगें। अगर आप शकरकंद खाते हैं तो इससे आपको कब्ज और एसिडिटी की भी शिकायत नहीं रहेगी। इसकी वजह से आपको अल्सर होने की संभावना भी कम हो जाएगी।


शकरकंद खाने के फायदे ब्रोंकाइटिस में

ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारी अगर किसी को है उसे शकरकंद जरूर खाना चाहिए। क्योंकि इसके अंदर विटामिन सी, आयरन और कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जिसकी वजह से यह बीमारी का खात्मा हो जाता है। अगर आप मीठा आलू खाते हैं तो यह आपके शरीर को गर्म रखता है जिसकी वजह से आपके शरीर का तापमान बराबर रहता है। अगर आपके फेफड़े में कफ जमा हुआ है तो यह उसे निकालने में भी मदद करता है।


बच्चों के लिए शकरकंद के गुण

बड़ों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी शकरकंद खाने के लाभ हो सकते हैं। इस विषय पर कई शोध हो चुके हैं। उनमें से एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, बच्चों में विटामिन-ए की कमी से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। शकरकंद विटामिन-ए की कमी को पूरा करने में मददगार हो सकता है। इससे समस्या को कुछ हद तक दूर किया जा सकता है, इसके अलावा यह बच्चों में अंधेपन को भी दूर करने में फायदेमंद हो सकता है (8

रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करे

कमजोर इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण सर्दी-जुकाम जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए शकरकंद का उपयोग किया जा सकता है। शोध से पता चला है कि बैंगनी शकरकंद के अर्क में पॉलीसेकेराइड (polysaccharide) नामक कंपाउंड पाया जाता है। यह कंपाउंड इम्यून साइटोकाइन (immune cytokine) के स्तर को सुधारे में मददगार हो सकता है .इम्यून साइटोकाइन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

गर्भावस्था में शकरकंद खाने के फायदे

माना जाता है कि विटामिन-ए की कमी अंधपन और गंभीर मामलों में मृत्यु तक का कारण बन सकती है। इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव गर्भावस्था में दिखाई दे सकता है। सामान्य अवस्था के साथ ही शकरकंद के फायदे गर्भावस्था में भी देखने को मिलते हैं। शोध में पाया गया कि शकरकंद में विटामिन-ए की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसलिए, अगर किसी को विटामिन-ए की कमी है, तो शकरकंद का सेवन फायदेमंद हो सकता है .अगर कोई गर्भवती महिला शकरकंद खाना चाहती है, तो पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें

स्वीट पोटैटो के अंदर फाइबर (Fiber) होता है। जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी  (डिहाइड्रेशन) कभी भी नहीं होती है। शकरकंद पानी की मात्रा को बनाए रखने में सहायक होता है। इसके अलावा यह आपके शरीर को हाइड्रेट बनाए रखने में और आपकी कोशिकाओं को अच्छे से काम करने में मदद करता है।

अस्थमा से राहत के लिए शकरकंद खाने के फायदे

अस्थमा की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी शकरकंद का सेवन लाभदायक हो सकता है। अस्थमा से लड़ने में एंटीऑक्सीडेंट कारगर हो सकता है और शकरकंद में कैरोटीन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसलिए, शकरकंद अस्थमा जैसी श्वास संबंधी समस्याओं में लाभकारी हो सकता
शकरकंद खाने के फायदे वजन बढ़ाने में
अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर में वजन की मात्रा बढ़ जाए तो इसके लिए शकरकंद बहुत ही अच्छा भोजन है। क्योंकि इसके अंदर बहुत ही अच्छी मात्रा में स्टार्च होता है और इसके अलावा इसमें विटामिन, खनिज और कई तरह के प्रोटीन भी पाए जाते हैं। शकरकंद बहुत ही आसानी से पच भी जाता है और आपको अधिक उर्जा भी देता है। इसलिए यह वजन बढ़ाने (Weight gain) में भी काफी सहायक होता है।

मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए

अच्छी सेहत के साथ ही मस्तिष्क का स्वस्थ होना भी आवश्यक है। इसलिए, शकरकंद का सेवन जरूर करना चाहिए। शकरकंद का नियमित सेवन मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ा सकता है। एक शोध के मुताबिक, मीठा आलू यानी शकरकंद याददाश्त और सीखने की क्षमता को बढ़ा सकता है। इसमें एंथोसायनिन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जिसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर कर दिमाग के कार्य करने की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है

बालों के लिए शकरकंद के गुण

त्वचा और सेहत के अलावा बालों के लिए भी शकरकंद खाने के लाभ हो सकते हैं। बालों के विकास के लिए और उन्हें टूटने से बचाने के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जैसे विटामिन-ए, विटामिन-सी, कैल्शियम, आयरन, जिंक और बीटा-कैरोटिन . शकरकंद में इन सभी पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो बालों की कई समस्याओं को दूर करने के साथ ही उनकी ग्रोथ में मददगार हो सकते हैं.

नुक्सान-

ज्यादा शकरकंद खाने से आपके गुर्दे में पथरी होने का भी खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि इसके अंदर आपको ऑक्सलेट, कैल्शियम-ऑक्सलेट मिलता है जिसकी वजह से आपके गुर्दे में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
शकरकंद उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जिनके गुर्दे खराब है। ऐसे लोगों को शकरकंद डॉक्टर के परामर्श लेने के बाद ही खाना चाहिए।
कुछ लोगों को पेट दर्द की शिकायत हमेशा ही बनी रहती है या फिर उनका पेट बहुत ही जल्दी खराब हो जाता है। ऐसे लोगों को शकरकंद का सेवन नहीं करना चाहिए।
शकरकंद को मैनिटोल युक्त पदार्थ भी कहा जाता है। अगर आपको मैनिटोल युक्त पदार्थ से एलर्जी है तो आपको इसका सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

1. शकरकंद को कैसे खाएं:

आप इसे उबालकर या आग में भूनकर खा सकते हैं। देशभर में इसे अलग-अलग प्रकार से खाया जाता है। साथ ही आप किसी भी प्रकार से शकरकंद खाएं, इसका लाभ आपको भरपूर मिलेगा।

2. शकरकंद कितना खाना चाहिए:

इसे लेकर कोई मानक तो तय नहीं है, लेकिन आप कच्चा शकरकंद भी खा सकते है। क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पचने में समय लगता है। ऐसे में अगर आप अधिक मात्रा में शकरकंद का सेवन करेंगे, तो आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगेगी।

3. शकरकंद कब खाना चाहिए:


स्वीट पोटैटो खाने के फायदे तो है, लेकिन इसे खाने को लेकर लोग असमंजस में रहते हैं। साथ ही शकरकंद खाने की कोई समय सीमा तय नहीं है। इसलिए आप अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी इसका सेवन कर सकते हैं। फिर चाहे आप इसे भोजन के बाद मीठे के तौर पर खाएं या फिर सुबह नाश्ते के रूप में लें। किसी भी समय इसका सेवन किया जा सकता है।
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