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22.8.19

टमाटर खाने के कमाल के स्वास्थ्य लाभ


टमाटर में संतृप्त वसा, कोलेस्ट्रॉल, कैलोरी और सोडियम स्वाभाविक रूप से कम होता है। टमाटर थियमिन, नियासिन, विटामिन बी -6, मैग्नीशियम, फास्फोरस और तांबा, भी प्रदान करता है, जो सभी अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। उन सबके ऊपर एक चम्‍मच टमाटर आपको देगा 2 ग्राम फाइबर, जो दिन भर में जितना फाइबर चाहिये उसका 7 प्रतिशत होगा। जो टमाटर में अपेक्षाकृत उच्च पानी भी होता है, जो उन्हें गरिष्ठ भोजन बनाता है।
सामान्यत: टमाटर सहित अधिक सब्जियां और फल खाने से उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक, और हृदय रोग से सुरक्षा मिलती है।
भारत में टमाटर का ज्यादातर व्यंजनों में उपयोग किया जाता है। हालाँकि टमाटर का स्वाद अम्लीय (खट्टा) होता है, लेकिन यह शरीर में क्षारीय (खारी) प्रतिक्रियाओं को जन्म देता है। लाल-लाल टमाटर देखने में सुन्दर और खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी होते हैं। शायद आप अभी तक टमाटर के फायदे नहीं जानते होगें लेकिन आज आप जानेगे टमाटर के फायदे और नुकसान के बारें में
इसके खट्टे स्वाद का कारण यह है कि इसमें साइट्रिक एसिड और मैलिक एसिड का पाया जाना है जिसके कारण यह एंटासिड के रूप में काम करता है। टमाटर में विटामिन ‘ए’ काफी मात्रा में पाया जाता है। यह आँखों के लिये बहुत लाभकारी है भारत में इसकी अधिक मात्रा मे खेती होती है इसलिए इसके उपलब्धता में कोई कठिनाई नहीं होती और हर जगह आसानी से मिल जाता है।
टमाटर को लाल रंग देने वाला तत्व लाइकोपीन, जो सेहत के लिए फायदों से भरा है, कच्चे टमाटर से अधिक पकने के बाद अधिक प्रभावी होता है। टमाटर त्वचा के लिए भी काफी लाभकारी है। यह झुर्रियों को कम करता है और रोम छिद्रों को बड़ा करता है।
टमाटर के फायदे


मजबूत हड्डिया के लिए

टमाटर हड्डियो को मजबूत बनाता हैं. टमाटर में विटामिन K और कैल्शियम पाए जाते हैं जो की हड्डियो को मजबूत बनाने के साथ ही इनके रिपेयर करने में बहुत अच्छे होते हैं. टमाटर में विटामिन सी भी बहुत मात्रा में पाया जाता है और लाइकोपीन नामक एंटी-ऑक्सिडेंट ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी की कमजोरी दूर करने का प्रभावी तरीका है।

कैंसर से बचाव

टमाटर प्राक्रतिक तरीके से कैंसर से लड़ता हैं. प्रॉस्टेट कैंसर, गला का कैंसर, पेट, स्तन कैंसर, कोलन और भी कई तरह के कैंसर के ख़तरे को कम कर देता हैं. टमाटर में मौज़ूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं. इसके लिए टमाटर में पाए जाने वाला लाइकोपिन जिम्बेदार होता है

हेल्दी स्किन के लिए

टमाटर का सेवन आपकी त्वचा को सुन्दर बना देता हैं. गाजर में पाए जाने वाला बीटा-केरोटीन इसमे भी बहुत मात्रा में पाया जाता हैं यह स्किन की झुर्रियो और लाइन्स को ख़त्म करने में मदद करता हैं.
इसके आलावा मुहासे या चेहरे पर दाग होने पर टमाटर के गुदे का इस्तेमाल कर इनसे छुटकारा पाया जा सकता है|

दृष्टि-

टमाटर आपकी दृष्टि में सुधार कर सकता है। टमाटर जो विटामिन ए प्रदान करता है, वो दृष्टि में सुधार और रतौंधी को रोकने में मदद कर सकता है। हाल के शोध से पता चला है कि, टमाटर लेने से धब्बेदार अध: विकृति, एक गंभीर और अपरिवर्तनीय आंख की स्थिति को कम करने में मदद मिल सकती है।

ब्लड शुगर को कम करने के लिए

टमाटर आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता हैं टमाटर में बहुत कम मात्रा में कार्बोहायड्रेट पाया जाता है जिससे उरिन में ग्लूकोस की मात्रा सही रहती है टमाटर खाने से गुर्दे और ब्लड प्रेशर भी सही रहते है ये दोनों सबसे जादा मधुमेह से प्रभावित होते है इसलिए मुधुमेह रोगियों को अपने आहार में इसे जरुर शामिल करना चाहिए अगर आप मधुमेह के साथ वजन कम करना चाहते है तो यह आपके लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है

बालो के लिए

टमाटर खाने से आपके बाल शाइनी और हेल्दी बनते हैं. टमाटर में पाया जाने वाले विटामिन बालो को मजबूत और चमकदार बनाते हैं. बालो के लिए इसमें आयरन और विटामिन a पाया जाता है जो वालो को मजबूत करने के साथ वालो का गिरना भी कम करते है टमाटर उनमे जान डालकर नया जीवन प्रदान करता है आप अपने वालो से रुसी को दूर करने के लिए भी टमाटर का उपयोग कर सकते है
इसके लिए आपको बस शेम्पू के बाद टमाटर के रस को अपने वालो पर 5 मिनिट के लिए लगाना है और फिर पानी से धो लेना है एसा आप हफ्ते में दो बार कर सकते है इससे आपके बालो में से रुसी गायब हो जाएगी, इसका उपयोग नियमिन न करें वरना ये आपके वालो को सूखा और बेजान बना सकता है|

पुराना दर्द

टमाटर पुराने दर्द को कम कर सकता है। अगर आप उन लाखों लोगों में से एक हैं, जिनको हल्का और मध्यम पुराना दर्द रहता है (गठिया या पीठ दर्द ), तो टमाटर दर्द को खत्म कर सकता है। टमाटर में उच्च बायोफ्लेवोनाइड और कैरोटीन होता है, जो प्रज्वलनरोधी कारक के रूप में जाना जाता है।
वजन घटाना -टमाटर आपको आपका वजन कम करने में मदद कर सकता है। अगर आप एक समझदार आहार और व्यायाम की योजना पर हैं, तो अपने रोजमर्रा के भोजन में बहुत सारा टमाटर शामिल करें। ये एक अच्छा नाश्ता बनाएंगे और सलाद, कैसरोल, सैंडविच और अन्य भोजन को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। क्‍योंकि टमाटर में ढेर सारा पानी और फाइबर होता है, इसीलिये वजन नियंत्रण करने वाले इसे 'फिलिंग फूड' कहते हैं, वह खाना जो जल्‍दी पेट भरते हैं, वो भी बिना कैलोरी या फैट बढ़ाये।|

उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए –

उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण पोटेशियम की कमी होती है इसलिए टमाटर का सेवन हाई बी पी के लये लाभदायक होता है क्योकि इसमें पोटेशियम उच्च मात्रा में पाया जाता है यदि आप सोडियम का अधिक उपयोग करते है तो आपको उसे बेलेंस करने के लिए पोटेशियम भी लेना पड़ेगा इसके लिए आप टमाटर का एक कप जूस पिए यह आपकी देनिक आवश्यकता का 11% पोटेशियम को पूरा कर देगा अब तो आप समझ ही गए होगें की ह्रदय के रोगों में टमाटर का सेवन करना कितना लाभदायक हो सकता है

प्रेग्नेन्सी में

प्रेग्नेन्सी में टमाटर का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता हैं. इसमे भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता हैं. जो गर्भवती महिला के लिए बहुत ही ज़रूरी हैं. गर्भावस्था में स्त्रियों को टमाटर का दो सौ ग्राम रस रोजाना पीना चाहिए, इससे प्रेग्नेन्सी में खून की कमी दूर की जा सकती है|

बच्चों के विकास के लिए

बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए टमाटर बहुत ही फायदेमंद होता हैं. अगर पेट में कीड़े पैदा हो जाए तो सुबह खाली पेट टमाटर में काली मिर्च मिला कर खाने से फायदा होता हैं. अगर बच्चे को सूखा रोग हो जाए तो उसे रोजाना 1 ग्लास टमाटर का जूस पिलाने से बीमारी में आराम मिलता हैं.|

टमाटर खाने के तरीके

सलाद के रूप में टमाटर का सेवन: टमाटर को खाने के बहुत से तरीके हैं जिसमे से सलाद सबसे आसान तरीका है। ध्यान रहे जब भी आप सलाद या फिर ऐसे ही कच्चा टमाटर खाते हैं तो इसका ऊपर का छिलका ना हटायें, क्योकि इसकी उपरी त्वचा मै ही इसके सबसे ज्यादा तत्व पाए जाते हैं।
जूस के रूप में टमाटर का सेवन: आप अपने दिन की शुरुवात काला नमक सहित ताजा टमाटर के जूस को पीकर कर सकते हैं इससे आपके शरीर मे फुर्ती बानी रहेगी, लेकिन याद रहे कि टमाटर का जूस आप खाली पेट न लें।

टमाटर का सूप: 

आप टमाटर को हल्का सा उबाल कर उसे पीस लें और उसमे काली मिर्च डाल के उसका सूप बनाकर पियें यह बहुत ही स्वादिस्ट लगता है। और पोषक तत्वों से भरपूर होता है
सब्जी में टमाटर का उपयोग: आप सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमे टमाटर का उपयोग भी कर सकते हैं। और इसका उपयोग आप घर पर ही टमाटर की चटनी व सॉस बनाकर कर सकते है।

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14.6.19

चुकंदर एक फायदे अनेक /Beetroot Benefits



अपने गहरे लाल रंग के लिए लोकप्रिय चुकंदर Beetroot स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ानी हो या सौंदर्यता बरकरार रखनी हो, चुकंदर हर तरीके से फायदा पहुंचाता है। यह जीनस बीटा वल्गेरिस की किस्मों में से एक है और पौधे का जड़ वाला हिस्सा होता है। इसका सेवन अक्सर सलाद और जूस के रूप में किया जाता है।

भोजन के साथ सलाद के तौर पर सेवन करने के अलावा चुकंदर Beetroot  का प्रयोग औषधि और फूड कलर के रूप में भी किया जाता है। इसका रंग इतना गहरा होता है कि सेवन करने के बाद जीभ भी लाल रंग की नजर आती है। विभिन्न भाषाओं में इसके अलग-अलग नाम हैं, जैसे अंग्रेजी में बीटरूट, स्पेनिश में ला रेमोलाचा (la remolacha) और चीनी भाषा में हांग कै टू (Hong cai tou)। इस लेख में हम चुकंदर के विभिन्न शारीरिक फायदों और इसे इस्तेमाल करने के तरीकों को बारे में विस्तार से बताएंगे।
*डायबिटीज एक वैश्विक बीमारी है, जो शरीर में इंसुलिन की कमी के कारण होती है, और सही समय पर रोकथाम के अभाव में इसके परिणाम घातक भी हो सकते हैं। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के मुताबिक 2012 तक दुनिया भर में मधुमेह से प्रभावित लोगों की संख्या 382 मिलियन थी और ऐसा माना जा रहा है, कि 2035 तक यह आंकड़ा 592 मिलियन तक पहुंच जाएगा । ऐसे में आपका सावधान रहना बेहद जरूरी है।चकुंदर खाने के फायदों में मधुमेह पर नियंत्रण भी शामिल है। डायबिटीज के प्राकृतिक इलाज के रूप में आप चुकंदर Beetroot का सेवन कर सकते हैं। यह एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है। रोजाना इसका सेवन करने से रक्त शर्करा संतुलित हो जाती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह काफी फायदेमंद हो सकता है। चुकंदर, फाइटोकेमिकल्स और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले बायोएक्टिव यौगिक जैसे पॉलीफेनोल्स, फ्लेवोनोइड्स और एंथोकायनिन का एक बड़ा स्रोत है। ये सभी तत्व मधुमेह के स्तर को कम करने का काम करते हैं।

*हृदय स्वास्थ्य:Beetroot Benefits

हृदय को ठीक रखने के लिए भी चुकंदर के कई फायदे हैं। शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है हृदय, जिसका स्वस्थ रहना हर हाल में जरूरी है। इससे जुड़ी कोई भी तकलीफ मौत का कारण सकती है। चुकंदर का रोजाना सेवन हृदय को स्वस्थ रखने का काम करता है। इसमें मौजूद नाइट्रेट तत्व रक्तचाप को सामान्य कर हृदय रोगों और हृदयाघात से बचाता है । एक अध्ययन के अनुसार, बीटरूट मायोकार्डियल इन्फार्कशन से बचाता है । चुकंदर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और हृदय रोग से जुड़े इंफ्लेमेशन को कम करने का काम करता है । इसमें मौजूद जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स हृदय को स्वस्थ रखते हैं। दिल के रोगों से बचने के लिए आप चुकंदर का सेवन रोजाना कर सकते हैं।

*उच्च रक्तचाप :Beetroot Benefits

एक गंभीर शारीरिक समस्या है, जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से अधिक बढ़ जाता है । स्ट्रोक, हृदय रोग, आंखों की समस्या, किडनी खराब होना आदि हाई ब्लड प्रेशर के घातक परिणाम हो सकते हैं। सही स्वास्थ्य के लिए धमनियों में रक्त का प्रवाह सामान्य रहना बहुत जरूरी है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के कई आधुनिक उपाय मौजूद हैं, लेकिन अगर आप प्राकृतिक उपचार की खोज में हैं, तो आप चुकंदर का सेवन कर सकते हैं। बीट रूट में नाइट्रेट नामक तत्व पाया जाता है , जो हाई बीपी को कम करने का काम करता है। उच्च रक्तचाप के देसी उपचार के रूप में आप रोजाना चुकंदर का जूस या इसे सलाद के रूप में ले सकते हैं।
*कैंसर मानव शरीर में कहीं भी हो सकता है, जो खरबों कोशिकाओं से बना होता है। आमतौर पर कोशिकाएं विकसित होती हैं और नई कोशिकाओं को बनाने के लिए विभाजित होती हैं, क्योंकि शरीर को उनकी आवश्यकता होती है। वहीं, जब कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं या क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो उनकी जगह नई कोशिकाएं विकसित होती हैं, लेकिन जब कैंसर होता है, तो यह प्रक्रिया टूट जाती है ।
कैंसर से बचने के लिए आप चुकंदर का सेवन कर सकते हैं। चुकंदर एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है, जो आपको कर्करोग जैसी घातक बीमारी से बचा सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि बीटरूट फेफड़ाें और स्किन कैंसर को शरीर में विकसित होने से रोकता है । एक अन्य अध्ययन में इस बात की भी पुष्टि की गई है कि गाजर और चुकंदर का जूस एक साथ मिलाकर पीने से शरीर में ब्लड कैंसर की आशंका को खत्म किया जा सकता है

*एनीमिया:Beetroot Benefits

हीमोग्लोबिन एक आयरन युक्त प्रोटीन है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के बाकी हिस्सों तक ले जाने में मदद करता है। अगर आपको एनीमिया है, तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त मिलने में कमी होने लगती है। परिणामस्वरूप आपको थकान या कमजोरी महसूस हो सकती है। आपको सांस की तकलीफ, चक्कर आना या सिरदर्द हो सकता है। चुकंदर आयरन से भरपूर होता हैं, जो शरीर में आयरन की आपूर्ति करने का काम करता है। इसके सेवन से एनीमिया में धीरे-धीरे सुधार होने लगता है। भविष्य में एनीमिया के डर से बचने के लिए आप रोजाना थोड़ी मात्रा में चुकंदर का सेवन कर सकते हैं।

*पाचन क्रिया:Beetroot Benefits

शरीर को पोषित रखने के लिए पाचन क्रिया का मजबूत रहना बहुत जरूरी है। जब पोषक तत्व आंत द्वारा अवशोषित हो जाते हैं, तो वो रक्त प्रवाह के जरिए लिवर तक पहुंचते हैं। फिर लिवर का काम होता है सभी पोषक तत्वों और विटामिन्स की प्रोसेसिंग करना, जिससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है ।
पाचन क्रिया की मजबूती के लिए आप चुकंदर का सेवन कर सकते हैं। चुंकदर में ग्लूटामाइन नाम का एमिनो एसिड होता है, जो भोजन को पचने में मदद करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को ठीक रखता है

*बढ़ाता है ऊर्जा:Beetroot Benefits

चुकंदर शरीर को कई रूप में फायदा पहुंचाता है। शरीर को ऊर्जावान बनाने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं। चुकंदर प्राकृतिक रूप से आयरन का एक बड़ा स्रोत है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और ऊर्जा के विकास में मदद करता है। यह आतों में कैंडिडा (एक प्रकार का संक्रमण) को पनपने से रोकता है, जो ऊर्जा के स्तर को कम करने का काम करता है। शरीर में ऊर्जा के लिए लिवर का सही काम करना जरूरी है। चुकंदर में फ्लेवोनोइड, सल्फर और बीटा कैरोटीन भी होते हैं, जो लिवर की कार्य प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं 

* लिवर को रखता है स्वस्थ:Beetroot Benefits

बीट के फायदों में लिवर स्वास्थ्य भी शामिल है। शरीर को पोषित करने के लिए लिवर का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। लिवर से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए आप चुकंदर का रोजाना सेवन कर सकते हैं। बीटरूट हाई फैट वाले भोजन से होने वाली लिवर की क्षति को कम करने में मदद करता है। इसमें फ्लेवोनॉयड्स भी पाया जाता है, जो मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में सहायता करता है 

*मजबूत दांत और हड्डियां:Beetroot Benefits

हड्डियां हमारे शरीर को मजबूती प्रदान करती हैं और हमारे आकार को बनाने में मदद करती हैं। शरीर के पूरे वजन को संभालने के लिए हड्डियों का मजबूत रहना बहुत जरूरी है। इसके अलावा, हड्डियां शरीर के अंगों की रक्षा भी करती हैं, जैसे खोपड़ी मस्तिष्क की रक्षा करती है और चेहरे का आकार बनाती है। पसलियां एक पिंजरे का निर्माण करती हैं, जिससे हृदय और फेफड़े सुरक्षित रहते हैं। वहीं, पेलविस मूत्राशय, आंतों के हिस्से और महिलाओं के प्रजनन अंगों की रक्षा करने का काम करता है।
हड्डियों की मजबूती के लिए शरीर में कैल्शियम का होना बहुत जरूरी है और चुकंदर कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। रोजाना इसका सेवन न सिर्फ आपकी हड्डियों, बल्कि आपके दांतों को भी मजबूत बनाने में मदद करेगा।

*त्वचा के लिए:Beetroot Benefits

चुकंदर का रस एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत है, जो त्वचा के लिए एक प्रभावशाली एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में काम करता है। इसमें विटामिन-सी भी पाया जाता है, जो त्वचा को झुर्रियों और सूखेपन से बचाने में मदद करता है । चुकंदर आपकी त्वचा को नर्म और कोमल बना सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यह मृत कोशिकाओं की शीर्ष परत को हटा देता है। चुकंदर का रस पीने से आपकी त्वचा हाइड्रेट रहती है।

15. बालों के लिए/Beetroot Benefits

चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-ए, विटामिन-सी, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है। यह शरीर को कई मायनों में लाभ पहुंचाता है। बालों के स्वास्थ्य के लिए भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बाल झड़ने और स्कैल्प में खुजली से निजात दिलाने का काम करता है। चुकंदर में कैरोटीनॉयड नामक तत्व पाया जाता है, जो बालों की गुणवत्ता, वृद्धि, मोटाई और चमक में सुधार करता है ।

* कोलेस्ट्रॉल

कोलेस्ट्रॉल शरीर के मेटाबॉलिज्म के लिए आवश्यक है। साथ ही यह बाइल एसिड, स्टेरॉयड हार्मोन और विटामिन-डी के संकलन के लिए जिम्मेदार होता है । वहीं, अगर शरीर में इसका स्तर अधिक हो जाए, तो कई प्रकार से नुकसान हो सकता है। अधिक कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग व स्ट्रोक का कारण बन सकता है, जिससे मौत भी हो सकती है।
बीट के फायदों में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण भी शामिल है। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और इसके घातक परिणामों से बचने के लिए आप चुकंदर का सेवन कर सकते हैं। चुकंदर में कैलोरी की मात्रा कम होती है और इसमें शून्य कोलेस्ट्रॉल होता है ।

गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान आप चुकंदर का सेवन कर सकते हैं। इसमें फोलेट के साथ-साथ मैंगनीज, पोटैशियम, विटामिन-सी, फास्फोरस, कॉपर और आयरन भी पाया जाता है। ये सभी तत्व गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि रोजाना 500ml चुकंदर का जूस पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। चुकंदर फोलिक एसिड का भी एक बड़ा स्रोत है, जो बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष को रोकने में मदद करता है 

 वजन घटाने में मददगार

चुकंदर स्वस्थ खनिज और विटामिन से भरपूर होता हैं। चुकंदर के रस में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ वजन कम करने में मदद करते हैं (22)। हाई फाइबर फूड्स में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए ये पेट भरने का काम करने के साथ-साथ शरीर को मोटापे से भी बचाते हैं।

* मोतियाबिंद

मोतियाबिंद आंख से जुड़ी बीमारी है, जो 60 साल की उम्र के बाद ज्यादा देखने को मिलती है। इस बीमारी के कारण देखने की क्षमता कमजोर हो जाती हैं। अगर आप बुढ़ापे में ऐसी बीमारी से बचना चाहते हैं, तो विटामिन-सी से युक्त चुकंदर का सेवन रोजाना जूस या सलाद के रूप में कर सकते हैं। विटामिन-सी आंखों को स्वस्थ रखने का काम करता है।

* यौन स्वास्थ्य:Beetroot Benefits

चुकंदर खाने के फायदों में यौन स्वास्थ्य भी आता है। बीट में अच्छी मात्रा में बोरॉन मौजूद होता है । यह खनिज सीधे सेक्स हार्मोन के उत्पादन से संबंधित है।
*सफेद चुकंदर को पानी में उबाल कर छान लें। यह पानी फोड़े, जलन और मुहांसों के लिए काफी उपयोगी होता है। खसरा और बुखार में भी त्वचा को साफ करने में इसका उपयोग किया जा सकता है.

कब्ज और बवासीर-

चुकंदर का नियमित सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत नहीं होगी। बवासीर के रोगियों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। रात में सोने से पहले एक गिलास या आधा गिलास जूस दवा का काम करता है.
चुकंदर खाने के फायदों को जानने के बाद अब पता करते हैं कि इसमें कौन-कौन से पौष्टिक तत्व होते हैं।

चुकंदर के उपयोग – 

चुकंदर का सेवन आप निम्नलिखित रूपों में कर सकते हैं –
कच्चा – बीट्स को आप कच्चा खा सकते हैं। इसे काटकर और फिर उस पर हल्का नमक और नींबू छिड़क कर खाएं।
पनीर के साथ भुना हुआ – बीट को तब तक भूनें, जब तक कि वह नरम और रसदार न हो जाए। भूने हुए चुकंदर के साथ पनीर मिलाकर खाएं।
जूस- आप चुकंदर का जूस निकाल कर रोजाना पी सकते हैं।
सलाद के रूप में – भोजन के साथ सलाद के रूप में भी आप चुकंदर का सेवन कर सकते हैं। आप इसके साथ प्याज भी मिला सकते हैं।
सब्जी – बीट को आप अन्य सब्जी की तरह बनाकर भी खा सकते हैं।

20.12.16

सीताफल के बेमिसाल फायदे, आप जरूर जानना चाहेंगे,sitafal fayde


सीताफल स्टॉबेरी की तरह एक फल होता है जो कि हरे रंग मेंं होता है और स्ट्रॉबेरी से बड़ा होता है. यह तासीर मेंं ठंडा होने की वजह से भी इसको सर्दियों के मौसम मेंं खाया जाता है. सीताफल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है. इसके इस्तेमाल से हृदय, रक्त चाप, मधुमेंह, पाचन, एनीमिया, कैंसर जैसी गंभीर रोगों का इलाज किया जा सकता है. 
 आज के जमाने  में बाल सफेद होना, झडऩा या गंजापन एक आम बीमारी बन चुका है। इस समस्या से दुनिया में अधिकतर लोग पीड़ित हैं।
सीता फल के सेवन से बहुत सारे फायदे होते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं सीताफल के सेवन से होने वाले लाभो के बारे में जिनको आप इस फल के सेवन से प्राप्त कर सकते है |
औषधि की तरह काम करता है ये सीताफल |

दिल के लिए

सीताफल मेंं मैग्नीशियम की मात्रा अच्छी आती है जिसकी वजह से यह हमारे हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और तंत्रिका तंत्र को रिलैक्स करने मेंं मदद करता है. जिसकी वजह से दिल के रोगों की संभावनाओं को कम किया जा सकता है. इसके अलावा इसमेंं विटामिन B3, विटामिन B6 और इस तरह के कई अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर मेंं एमिनो एसिड के स्तर को ठीक रखने मेंं मदद करते हैं.


गंजेपन से छुटकारा पाने के लिए -

 सीताफल के बीजों को बकरी के दूध के साथ पीसकर लगाने से सिर के उड़े हुए बाल भी फिर से उग आते हैं।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए

आज के खानपान की वजह से बहुत से लोगों मेंं तनाव और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो गई है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत ही गंभीर समस्या है इसकी वजह से हृदयघात जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. सीताफल मेंं मैग्नीशियम और पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो कि हमारे दिल को स्वस्थ बनाए रखने और इसके अलावा हमारे प्रणाली को स्वस्थ रखने मेंं मदद करती है.


कच्चा सीताफल खाने से अतिसार और पेचिश में फायदा मिलता है। कच्चे सीताफल को काटकर सुखा दें और पीसकर रोगी को खिलाएं। इसके कुछ दिन के सेवन से ही डायरिया बिलकुल सही हो जाएगा।
सीताफल एक बड़ा ही स्वादिष्ट फल है जिसकी खूबियों के बारे में आयुर्वेद में भी बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि सीता ने वनवास के समय श्रीराम को यह भेंट स्वरूव दिया  था। तभी से इस फल का नाम सीताफल पड़ा।
सीताफल सिर्फ फल नहीं, बल्कि एक दवा भी है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग शरीर से दुबले पतले होते हैं उन्हें सीताफल का सेवन जरूर करना चाहिए। सीताफल खाने से शरीर की दुर्बलता तो दूर होती ही है साथ ही पुरुषत्व को बढ़ाने में भी यह रामबाण की तरह काम करता है।


मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए-

सीताफल खाने से शरीर की दुर्बलता, थकान दूर होकर मांस-पेशियां मजबूत होती है।
*आयुर्वेद के अनुसार सीताफल शरीर को शीतलता पहुंचाता है। कफ एवं वीर्यवर्धक, फल पित्तशामक, उल्टी रोकने वाला, पौष्टिक, तृप्तिकर्ता, तृषाशामक,, वात दोष शामक ,मांस एवं रक्त वर्धक ओर हृदय के लिए लाभदायी है।

दुर्बलता को दूर करने के लिए -

सीताफल दवा का काम भी करता है। इस फल को खाने से दुर्बलता दूर हो जाती है और यह पुरुषत्व  को बढ़ाने में रामबाण है

दिल के लिए

सीताफल मेंं मैग्नीशियम की मात्रा अच्छी आती है जिसकी वजह से यह हमारे हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और तंत्रिका तंत्र को रिलैक्स करने मेंं मदद करता है. जिसकी वजह से दिल के रोगों की संभावनाओं को कम किया जा सकता है. इसके अलावा इसमेंं विटामिन B3, विटामिन B6 और इस तरह के कई अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर मेंं एमिनो एसिड के स्तर को ठीक रखने मेंं मदद करते हैं.

हड्डियों को मजबूत करने के लिए

सीताफल में कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा अच्छी पाई जाती है जिसकी वजह से हमारे हड्डियों के विकास के लिए बहुत ही फायदेमंद है. अगर सीताफल का नियमित सेवन किया जाए तो हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को दूर किया जा सकता है.

खून की कमी को पूरा करता है

जिन लोगों को एनीमिया या खून की कमी जैसी समस्या है उनको सीताफल का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. क्योंकि यह बीमारी शरीर मेंं आयरन की वजह से होती है और सीताफल का इस्तेमाल करने से हमारे शरीर मेंं आयरन की मात्रा सही हो जाती है और हमेंं एनीमिया जैसे लक्षणों से छुटकारा मिल जाता है.

पाचन में लाभदायक

सीताफल मेंं फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जिसकी वजह से यह हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करने मेंं हेल्प करता है. इसके साथ साथ ही यह हमारे शरीर मेंं कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता की भी पूर्ति करता है.

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए

आज के खानपान की वजह से बहुत से लोगों मेंं तनाव और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो गई है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत ही गंभीर समस्या है इसकी वजह से हृदयघात जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. सीताफल मेंं मैग्नीशियम और पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो कि हमारे दिल को स्वस्थ बनाए रखने और इसके अलावा हमारे प्रणाली को स्वस्थ रखने मेंं मदद करती है


सीताफल एक मीठा फल है जिसमें कैलोरी काफी मात्रा में होती है। यह फल आसानी से पचने वाला होने समेत पाचक और अल्सर तथा एसिडटी में लाभकारी है।

कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिए

हमारे शरीर मेंं कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अगर सही है तो यह हमारे शरीर के लिए अच्छा होता है लेकिन अगर अधिक मात्रा मेंं कोलेस्ट्रोल हमारे शरीर मेंं हो तो यह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और हमेंं कुछ गंभीर बीमारियां हो सकती है. सीताफल मेंं नियासिन सही मात्रा मेंं होता है जो कि हमारे अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने मेंं मदद करता है.


सीताफल के पत्तों को पीस कर फोड़ों पर लगाने से वो ठीक हो जाते हैं।

सिर को जुओं से मुक्त करने के लिए सीताफल- 

सीताफल के बीजों को बारीक पीस कर रात को सिर में लगा लें और किसी मोटे कपड़े से सिर को अच्छी तरह बांध कर सो जाएं। इससे जुएं मर जाती हैं।

डायबिटीज मेंं फायदेमंद

जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उनको सीताफल का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इसमेंं फाइबर की मात्रा होने के साथ-साथ कारण हो कार्ब्स की मात्रा मेंं सही होती है जिसके इस्तेमाल से आप मधुमेह जैसी समस्याओं को कम कर सकते हैं

गर्भावस्था के दौरान सीताफल का उपयोग

सीताफल मेंं फोलेट की मात्रा अच्छी होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं की संभावनाओं को कम करने मेंं मदद करता है. इसका इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान किया जाए तो गर्भपात की संभावनाएं कम हो जाती है.