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17.8.21

मिश्री खाने से सेहत को होते हैं ये बड़े फायदे//mishri ke fayde




 

 मिश्री अपने स्वाद के लिए जितनी जानी जाती है उतनी ही ये अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती है. आयुर्वेद के अनुसार इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं जो आपको कई बीमारियों से निजात दिला सकते हैं. मिश्री में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सर्दी-खांसी में तुरंत राहत पहुंचाने का काम करते हैं.मिश्री को रॉक शुगर भी कहा जाता है। दरअसल, शक्कर के जमे हुए कण को ही मिश्री कहते हैं। यानी यह मिठास का ही दूसरा नाम है। इसका उत्‍पादन मूलत: भारत और पर्श‍िया माना जाता है।

 मिश्री का उत्पादन भी गन्ने के पौधे के जरिए होता है, जो कि स्वभाविक तौर पर एक मीठा
खाद्य पदार्थ है। इसे चीनी की सबसे शुद्ध मिठास मानी जाती है, क्योंकि इसमें व्हाइट शुगर की तरह केमिकल का प्रयोग नहीं होता है। डॉक्टर भावसार के अनुसार, यह बिना किसी रसायन के चीनी का सबसे शुद्ध रूप है। षडरस भोजन (संपूर्ण आहार जिसमें 6 अलग-अलग स्वाद हों) वो बहुत जरूरी होता है और इसमें मधुर रस यानी मीठे स्वाद की भी खास अहमियत है, उन्हीं में से एक मिश्री है।
 यूं तो अक्सर आप खाना खाने के बाद मिश्री और सौंफ का सेवन जरूर करते होंगे. इन दो चीजों का सेवन माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है.लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिश्री mishri ke fayde  सेहत को भी कई तरह से फायदा पहुंचाती है. आप अगर अब तक मिश्री का सेवन रेस्टोरेंट में खाने के बाद ही करते आए हैं,तो अब इसको अपनी डाइट में शामिल कर लीजिए, क्योंकि हम आपको मिश्री से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं

खांसी-ज़ुकामः

मिश्री को सर्दी-खासी के लिए काफी फायदेमंद mishri ke fayde माना जाता है. मिश्री को काली मिर्च के साथ रात में सेवन करने से खांसी-ज़ुकाम और गले की खराश से छुटकारा पाया जा सकता है. परेशान कर रही हो तो मिश्री इसे दूर करने में मदद करेगी। मिश्री का छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखें। खांसी में आराम आने लगेगा। छोटे बच्‍चों को भी सर्दी से खांसी होने पर मिश्री दी जा सकती है। मिश्री को पानी में मिलाकर पीने से भी आराम मिलेगा

मस्तिष्क के लिए फायदेमंद

मिश्री के फायदे में मस्तिष्क की क्षमता में सुधार करना भी शामिल है। दरअसल, आयुर्वेद में मिश्री को मानसिक स्वास्थ्य की एक प्राकृतिक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। माना जाता है कि मिश्री को गर्म दूध के साथ हर रात पीने से याददाश्त मजबूत होती है और मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है।

डायरिया से दिलाए छुटकारा

डायरिया की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप 10 ग्राम मिश्री पाउडर के साथ 10 ग्राम धनिया पाउडर को करीब 100 एमएल पानी में मिलाकर नियमित रूप से दिन में तीन बार पिएं। ऐसा करने से आपको जल्द ही आराम मिल सकता है।

बच्चों के लिए फायदेमंद

जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि मिश्री को मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए एक प्राकृतिक औषधि माना जाता है। यह मानसिक तनाव को भी दूर करती है और याददाश्त को सुधारने में सहायक साबित होती है। इस कारण इसे बच्चों को गर्म दूध के साथ देना लाभकारी माना जाता है। इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में करें। अत्यधिक मात्रा में इसका इस्तेमाल फायदे की जगह नुकसानदायक साबित हो सकता है।

थकान-कमजोरीः mishri ke fayde

जिन लोगों को थकान और कमजोरी की शिकायत रहती है उन्हें अपनी डाइट में मिश्री को शामिल करना चाहिए, अगर आप दूध के साथ मिश्री का सेवन करते हैं तो ये शरीर की थकान को दूर करने में मदद कर सकती है.

एनीमिया में लाभदायक

एनीमिया जैसी गंभीर समस्या से राहत दिलाने में मिश्री काफी लाभकारी साबित हो सकती है। बताया जाता है कि मिश्री के सेवन से हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार होता है। साथ ही यह रक्त संचरण (ब्लड सर्कुलेशन) की प्रक्रिया को भी सुधारती है। वहीं एनीमिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली कई आयुर्वेदिक दवाओं में भी मिश्री का प्रयोग किया जाता है । इस कारण यह माना जा सकता है कि मिश्री के फायदे में एनीमिया से छुटकारा भी शामिल है।

पाचनः

मिश्री को पाचन के लिए काफी अच्छा माना जाता है. अगर आप खाना खाने के बाद मिश्री को सौंफ के साथ खाते हैं तो ये आपके खाने को आसानी से पचाने में मदद कर सकती है.

नाक से खून आने की समस्या को दूर करता है-

कई लोगों को नाक से खून आने की समस्या होती है. मिश्री से तुंरत ही नाक से खून आना बंद हो जाता है. हालांकि यह समस्या गर्मी के मौसम में होती है.

मुंह के छालोंः

मुंह के छालों की समस्या से परेशान हैं तो मिश्री का सेवन आपको फायदा पहुंचा सकता है. मिश्री को इलायची पाउडर के साथ पीस कर छालों वाले स्थान पर लगाने से छालों से राहत मिल सकती है.

हीमोग्लोबिन के स्तर को बेहतर करता है- 

शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने से खून की कमी होती है, बिना कुछ किए थकान महसूस होती है, कमजोरी का एहसास होता है ,कई लोगों को चक्कर भी आते हैं, तो वहीं खून की कमी के कारण कुछ लोगों की रंगत पीली पड़ जाती है. लेकिन
मिश्री में इन सभी समस्याओं का समाधान छुपा है.
आप इसका उपयोग कड़वी दवाओं को निगलने के लिए कर सकते हैं। साथ ही नींबू जैसे फ्रेश ड्रिंक में मिलाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। इतना ही नहीं, यह एक एनर्जी बूस्टर है और खांसी और गले की खराश से राहत दिलाने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। डॉ. ने रॉक शुगर को ब्रेस्टफीडिंग यानी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी अच्छा बताया है।
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