मेथी एक ऐसा हर्ब है जो बीज से लेकर पत्तों तक में तरह-तरह के फायदों से भरपूर है। मेथी के बीच सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। मेथी के बीज का पानी सेवन करने से कई तरह की बीमारियां ठीक होती हैं तो कई बीमारियां आस-पास भी नहीं आती हैं। अगर रोजाना खाली पेट मेथी के बीज का पानी पीया जाय तो पेट की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आइए जानते हैं मेथी के बीज से पानी कैसे बनाते हैं और इसके सेवन से कौन-कौन फायदे होते हैं।
मेथी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग शायद आप सभी करते हैं। लेकिन मेथी का पानी पीने के फायदे भी कम नहीं हैं। मेथी में मौजूद पोषक तत्वों को ग्रहण करने का यह सबसे अच्छा तरीका है। मेथी का पानी पीने से कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर किया जा सकता है। मेथी का पानी पीने के लाभ विशेष रूप से वजन कम करने में, रक्त शर्करा नियंत्रित करने में, रक्त चाप नियंत्रित करने में, पाचन को ठीक करने, पथरी का इलाज करने आदि में होते हैं।
प्रकृति में गर्म होने के कारण मेथी के दानों का उपयोग भोजन पकाने के दौरान बहुत ही कम मात्रा में किया जाता है। यहां तक की औषधीय उपयोग में भी मेथी की कम मात्रा ली जाती है। लेकिन मेथी के औषधीय गुणों की भरपूर मात्रा प्राप्त करने के लिए मेथी के पानी का उपयोग भी किया जाता है।
मेथी के बीज का पानी बनाने का तरीका
मेथी के बीज का पानी बनाने के लिए आपको डेढ़ चम्मच मेथी दाना लेना होगा और उसे एक गिलास पानी में रात में भीगाकर रख दें। मेथी दाना जो भी लें यह जरूर सुनिश्चित करें की वह साफ हो। सुबह उठकर इस पानी को अच्छे से छान लें और खाली पेट ही सेवन करें।
मोटापा ग्रस्त लोगों के लिए -
मोटापा ग्रस्त लोगों के लिए मेथी का पानी पीने के फायदे बहुत अधिक होते हैं। मेथी का पानी पीने से ऐसे लोग बहुत सी बीमारियों से बच सकते हैं। क्योंकि मोटापा कई बीमारियों को जन्म दे सकता है और मेथी का पानी मोटापे को कम करने में मदद कर सकता है। सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीने से चयापचय को बढ़ावा मिलता है। इसका सेवन करने से शरीर में प्राकृतिक गर्मी उत्पन्न होती है जो वजन घटाने में मदद करती है। यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो मेथी का पानी का नियमित सेवन शुरू कर सकते हैं।
किडनी के लिए-
के पानी का उपयोग अपने गुर्दे के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कर सकते हैं। यदि आप मेथी के पानी को गर्म करके पीते हैं तो यह और भी फायदेमंद होता है। यह शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर करने में मदद करता है। इसके साथ ही मेथी का पानी का सेवन सुबह जल्दी उठने में भी सहायक होता है। आप अपने गुर्दे के कामकाज को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए मेथी के पानी का नियमित सेवन कर सकते हैं।
महिलाओं के लिए-
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए विशेष रूप से मेथी का पानी फायदेमंद होता है। क्योंकि मेथी का पानी महिलाओं में दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। मेथी का उपयोग शुरू से ही बहुत ही कम मात्रा में किया जाता है लेकिन यह कई समस्याओं का प्रभावी उपचार कर सकता है। मेथी का पानी के फायदे स्तनपान कराने वाली माताओं के साथ ही गर्भवतियों के लिए भी फायदेमंद होता है। अध्ययनों से यह भी पता लगता है कि मेथी के औषधीय गुण और गर्म पानी गर्भावस्था को आसान बनाने में भी मदद करते हैं। इस तरह से मेथी का पानी का नियमित सेवन महिलाओं के लिए लाभकारी होता है।
पाचन के लिए फायदेमंद मेथी का पानी
यदि आप भी पाचन समस्याओं से ग्रसित हैं तो मेथी का पानी का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आपकी पाचन व्यवस्था को खराब करने का प्रमुख कारण अम्लता है। लेकिन मेथी का पानी का सेवन कर आप अपने पाचन को ठीक कर सकते हैं। मेथी में अम्लत्वनाशक (antacid) गुण होते हैं। जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं उन्हें नियमित रूप से मेथी का पानी पीना चाहिए। मेथी का पानी पाचन तंत्र को मजबूत करने और गैस्ट्रिटिस और सूजन आदि को कम करने में सहायक होता है। सर्दीयों के मौसम में मेथी का पानी पीना अधिक फायदेमंद होता है।
डायबिटीज के लिए
नियमित मेथी के पानी का सेवन आपको मधुमेह की संभावनाओं से दूर रख सकता है। जब शरीर में रक्त शर्करा का स्तर अधिक हो जाता है तब मधुमेह बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन आप इस समस्या से बच सकते हैं। मेथी रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने में सहायक होती है। इसके अलावा मेथी के औषधीय गुण इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करते हैं। यही कारण है कि अधिकांश स्वास्थ्य सलाहकारों द्वारा मधुमेह रोगी को मेथी के सेवन की सलाह दी जाती है। यदि आप मधुमेह के लक्षणों से बचना चाहते हैं तो मेथी के पानी का सेवन प्रारंभ कर दें। क्योंकि मधुमेह को केवल नियंत्रित किया जा सकता है ना कि इसे ठीक किया जा सकता है।
सूजन कम करे
अपने एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के कारण मेथी हमें कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दिलाती है। मेथी का पानी का सेवन करने का एक और लाभ सूजन को कम करना है। इसका तात्पर्य यह है कि नियमित रूप से मेथी के पानी का सेवन करने से गठिया, पुरानी खांसी से गले की सूजन, ब्रोंकाइटिस, मुंह के छालों की सूजन, फोड़े आदि को ठीक करने में मदद करती है। यदि आप इस तरह की किसी भी समस्या से ग्रसित हैं तो मेथी के पानी के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
त्वचा के लिए -
त्वचा को सुंदर और गोरा बनाने के लिए आप मेथी का पानी का सेवन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि मेथी के फायदे पाचन को ठीक करने और विषाक्त पदार्थों को दूर करते हैं। ये विषाक्त पदार्थ ही आपकी त्वचा की सुंदरता को कम करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। सुबह के समय मेथी का पानी का सेवन आपकी त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। यह दोषमुक्त त्वचा प्राप्त करने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय भी है। आप भी मेथी का पानी का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
हृदय स्वास्थ्य के लिए-
दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए आप मेथी के दानों का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन मेथी स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है इसलिए इसका सेवन करने के बजाए मेथी के पानी का सेवन अधिक सुविधाजनक होता है। मेथी का पानी शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल आपकी रक्त वाहिकाओं में जमा हो कर रक्त परिसंचरण को अवरूद्ध कर सकता है। जिससे आपके हृदय के काम काज को प्रभावित किया जा सकता है। लेकिन मेथी का पानी का नियमित सेवन इस संभावना को कम करने में प्रभावी योगदान देता है।
फायदे बुखार में-
मेथी के पानी का विभिन्न स्वास्थ्य लाभों में से एक लाभ यह भी है कि यह शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने में सहायक होती है। इसके लिए आप 1 छोटे चम्मच मेथी के बीज लें और इसे 1 गिलास पानी में भिगों कर रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह आप इस पानी को पिएं और बचे हुए मेथी के बीजों को पीस लें। इससे बने पेस्ट को अपने माथे में लगाएं। यह शीतलन प्रभाव के कारण आपके शरीर के उच्च तापमान को कम करने में सहायक होता है।
सावधानी-
जो लोग चने के लिए एलर्जी हैं वे मेथी के प्रतिकूल प्रतिक्रिया भी कर सकते हैं क्योंकि दोनों पौधों में समान प्रोटीन और एलर्जेंस होते हैं।
मेथी हाइपरथायरायडिज्म (चूहों में किये गए अध्ययन) का कारण बन सकती है, इसलिए थायराइड समस्याओं वाले लोगों को मेथी से बचना चाहिए।
मेथी के पानी के उपयोग के साइड इफेक्ट्स में डायरिया, पेट फूलना और चक्कर आना शामिल है, लेकिन ये सभी अस्थायी होते हैं।
इसमें एक विशिष्ट और तेज गंध है, और कई लोगों ने बताया है कि उनके मूत्र और पसीने में गंध आती है।
चूंकि मेथी गर्भाशय संकुचन को प्रभावित करती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसे नहीं लिया जाना चाहिए, लेकिन स्तनपान के दौरान और बाद में यह सुरक्षित है।
महिलाओं के लिए-
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए विशेष रूप से मेथी का पानी फायदेमंद होता है। क्योंकि मेथी का पानी महिलाओं में दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। मेथी का उपयोग शुरू से ही बहुत ही कम मात्रा में किया जाता है लेकिन यह कई समस्याओं का प्रभावी उपचार कर सकता है। मेथी का पानी के फायदे स्तनपान कराने वाली माताओं के साथ ही गर्भवतियों के लिए भी फायदेमंद होता है। अध्ययनों से यह भी पता लगता है कि मेथी के औषधीय गुण और गर्म पानी गर्भावस्था को आसान बनाने में भी मदद करते हैं। इस तरह से मेथी का पानी का नियमित सेवन महिलाओं के लिए लाभकारी होता है।
पाचन के लिए फायदेमंद मेथी का पानी
यदि आप भी पाचन समस्याओं से ग्रसित हैं तो मेथी का पानी का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आपकी पाचन व्यवस्था को खराब करने का प्रमुख कारण अम्लता है। लेकिन मेथी का पानी का सेवन कर आप अपने पाचन को ठीक कर सकते हैं। मेथी में अम्लत्वनाशक (antacid) गुण होते हैं। जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं उन्हें नियमित रूप से मेथी का पानी पीना चाहिए। मेथी का पानी पाचन तंत्र को मजबूत करने और गैस्ट्रिटिस और सूजन आदि को कम करने में सहायक होता है। सर्दीयों के मौसम में मेथी का पानी पीना अधिक फायदेमंद होता है।
डायबिटीज के लिए
नियमित मेथी के पानी का सेवन आपको मधुमेह की संभावनाओं से दूर रख सकता है। जब शरीर में रक्त शर्करा का स्तर अधिक हो जाता है तब मधुमेह बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन आप इस समस्या से बच सकते हैं। मेथी रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने में सहायक होती है। इसके अलावा मेथी के औषधीय गुण इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करते हैं। यही कारण है कि अधिकांश स्वास्थ्य सलाहकारों द्वारा मधुमेह रोगी को मेथी के सेवन की सलाह दी जाती है। यदि आप मधुमेह के लक्षणों से बचना चाहते हैं तो मेथी के पानी का सेवन प्रारंभ कर दें। क्योंकि मधुमेह को केवल नियंत्रित किया जा सकता है ना कि इसे ठीक किया जा सकता है।
सूजन कम करे
अपने एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के कारण मेथी हमें कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दिलाती है। मेथी का पानी का सेवन करने का एक और लाभ सूजन को कम करना है। इसका तात्पर्य यह है कि नियमित रूप से मेथी के पानी का सेवन करने से गठिया, पुरानी खांसी से गले की सूजन, ब्रोंकाइटिस, मुंह के छालों की सूजन, फोड़े आदि को ठीक करने में मदद करती है। यदि आप इस तरह की किसी भी समस्या से ग्रसित हैं तो मेथी के पानी के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
त्वचा के लिए -
त्वचा को सुंदर और गोरा बनाने के लिए आप मेथी का पानी का सेवन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि मेथी के फायदे पाचन को ठीक करने और विषाक्त पदार्थों को दूर करते हैं। ये विषाक्त पदार्थ ही आपकी त्वचा की सुंदरता को कम करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। सुबह के समय मेथी का पानी का सेवन आपकी त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। यह दोषमुक्त त्वचा प्राप्त करने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय भी है। आप भी मेथी का पानी का उपयोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
हृदय स्वास्थ्य के लिए-
दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए आप मेथी के दानों का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन मेथी स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है इसलिए इसका सेवन करने के बजाए मेथी के पानी का सेवन अधिक सुविधाजनक होता है। मेथी का पानी शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल आपकी रक्त वाहिकाओं में जमा हो कर रक्त परिसंचरण को अवरूद्ध कर सकता है। जिससे आपके हृदय के काम काज को प्रभावित किया जा सकता है। लेकिन मेथी का पानी का नियमित सेवन इस संभावना को कम करने में प्रभावी योगदान देता है।
फायदे बुखार में-
मेथी के पानी का विभिन्न स्वास्थ्य लाभों में से एक लाभ यह भी है कि यह शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने में सहायक होती है। इसके लिए आप 1 छोटे चम्मच मेथी के बीज लें और इसे 1 गिलास पानी में भिगों कर रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह आप इस पानी को पिएं और बचे हुए मेथी के बीजों को पीस लें। इससे बने पेस्ट को अपने माथे में लगाएं। यह शीतलन प्रभाव के कारण आपके शरीर के उच्च तापमान को कम करने में सहायक होता है।
सावधानी-
जो लोग चने के लिए एलर्जी हैं वे मेथी के प्रतिकूल प्रतिक्रिया भी कर सकते हैं क्योंकि दोनों पौधों में समान प्रोटीन और एलर्जेंस होते हैं।
मेथी हाइपरथायरायडिज्म (चूहों में किये गए अध्ययन) का कारण बन सकती है, इसलिए थायराइड समस्याओं वाले लोगों को मेथी से बचना चाहिए।
मेथी के पानी के उपयोग के साइड इफेक्ट्स में डायरिया, पेट फूलना और चक्कर आना शामिल है, लेकिन ये सभी अस्थायी होते हैं।
इसमें एक विशिष्ट और तेज गंध है, और कई लोगों ने बताया है कि उनके मूत्र और पसीने में गंध आती है।
चूंकि मेथी गर्भाशय संकुचन को प्रभावित करती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसे नहीं लिया जाना चाहिए, लेकिन स्तनपान के दौरान और बाद में यह सुरक्षित है।
************************
हिन्दू मंदिरों और मुक्ति धाम को सीमेंट बैंच दान का सिलसिला
दामोदर चिकित्सालय शामगढ़ के आशु लाभकारी उत्पाद
प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने से पेशाब रुकावट की कारगर हर्बल औषधि
सेक्स का महारथी बनाने वाले आयुर्वेदिक नुस्खे
आर्थराइटिस(संधिवात),गठियावात ,सायटिका की तुरंत असर हर्बल औषधि
सिर्फ आपरेशन नहीं ,किडनी की पथरी की १००% सफल हर्बल औषधि
तिल्ली बढ़ जाने के आयुर्वेदिक नुस्खे