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18.8.19

ब्लड प्रेशर के उतार चढ़ाव को कंट्रोल मे रखने के घरेलू उपाय



अगर आपका डाइट प्‍लान सही नहीं है तो आपको कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं। ये स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं ही आगे चलकर ह्रदय रोगों, ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या, कैंसर, डायबिटीज जैसी बीमारियों का रूप ले लेती हैं। ब्‍लड प्रेशर को नियमित करने के लिए स्‍वस्‍थ और पोषणयुक्‍त आहार की बहुत जरूरत है। उच्‍च रक्‍तचाप के लिए ऐसा आहार होना चाहिए जिसमें नमक और सोडियम की मात्रा कम हो। ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या होने से आदमी की मौत भी हो सकती है। रक्‍तचाप की समस्‍या दो प्रकार की होती है, उच्‍च रक्‍तचाप (High Blood Pressure) और निम्‍न रक्‍तचाप (Low Blood Pressure)। उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या को हाइपरटेंशन भी कहा जाता है। ब्‍लड का प्रेशर 80/130 होना चाहिए। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जो ब्लड प्रेशर घटने और बढ़ने की समस्या से परेशान रहते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि ब्‍लड प्रेशर को नियमित करने के लिए कैसे अपना डाइट चार्ट तैयार करना चाहिए।
सोडियम की कम मात्रा
ब्‍लड प्रेशर के मरीज के खाने में में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा हो और सोडियम की मात्रा कम होनी चाहिए। यदि उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या है तो नमक का सेवन कम करना चाहिए। साथ ही डेयरी उत्पादों, चीनी, रिफाइंड खाद्य-पदार्थों, तली-भुनी चीजों, कैफीन और जंक फूड से परहेज करना चाहिए।
कम मात्रा में बाजरा, गेहूं का आटा, ज्वार, मूंग साबुत तथा अंकुरित दालों का सेवन करना चाहिए। इससे ब्‍लड प्रेशर बढ़ता है।
पालक, गोभी, बथुआ जैसी हरी सब्जियों का सेवन करने से ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य रहता है।
सब्जियों में लौकी, नींबू, तोरई, पुदीना, परवल, सहिजन, कद्दू, टिण्डा, करेला आदि का सेवन करना चाहिए।
अजवायन, मुनक्का व अदरक का सेवन रोगी को फायदा पहुंचाता है।
फलों में मौसमी, अंगूर, अनार, पपीता, सेब, संतरा, अमरूद, अन्नानास आदि सेवन कर सकते हैं।
बादाम बिना मलाई का दूध, छाछ सोयाबीन का तेल, गाय का घी, गुड़, चीनी, शहद, मुरब्बा आदि का सेवन कर सकते हैं।
नियमित और पौष्टिक आहार के अलावा नियमित रूप से व्‍यायाम और योगा ब्‍लड प्रेशर को नियमित करने में बहुत मदद करता है। सकारात्‍मक सोच रखने से ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य रहता है।
पानी का अधिक सेवन
ब्‍लड प्रेशर के मरीज को ज्‍यादा पानी का सेवन करना चाहिए। दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए।
ताजे फलों और सब्जियों का सेवन


उच्च रक्तचाप के रोगी को ज्यादा मात्रा में भोजन नहीं करना चाहिए, साथ ही गरिष्ठ भोजन से भी परहेज करना चाहिए। खाने में नियमित रूप से ताजे फलों और सीजनल हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। लहसुन, प्याज, साबुत अनाज, सोयाबीन आदि का सेवन करने से ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य रहता है।

1. ओट्स
अगर आप हाइपरटैंशन से पीड़ित है तो आपको नाश्ते में फाइबर से भरे हुए  ओट्स का एक बाउल बहुत फायदा देगा। उच्च रक्तचाप के साथ ही यह शरीर के बुरे कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है और दिल की कई बीमारियों को ठीक करता है।
2.अनार
अनार में कई बीमारियों को दूर करने के गुण हैं। व्यक्ति को लगातार दो हफ्तों तक अनार के जूस का एक गिलास शाम के समय दिया जाए तो बी.पी कंट्रोल होने लगता है।


3.चुकंदर

इसे अगर आप अपने डाइट में नहीं शामिल करते तो अब स्थान देना शुरू करें क्योंकि इसमें नाइट्रेट होता है और जिससे इसके एक गिलास जूस लेने के बाद एक ही घंटे में उच्चरक्तचाप नियंत्रित होने लगता है।
4.डार्क चाॅकलेट
डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट्स काफी मात्रा में होते है, जिसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। ‘डार्क चॉकलेट’ शरीर में उसी तरह से असर करता है, जैसे रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए ली जाने वाली कोई दवा असर करती है।
5.लहसुन
इसमें हाई ब्लड प्रैशर को ठीक करने के बहुत गुण पाए जाते है। लहसुन का सेवन करने से भी उच्चरक्तचाप नियंंत्रित रखा जा सकता है।