टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में हर एक मनुष्य के शरीर में पाया जाता है। यह पुरुषों में उच्च स्तर में पाया जाता है, लेकिन महिलाओं में कम मात्रा में। मुख्य रूप से टेस्टोस्टेरोन एक मेल हार्मोन होता है,जो की उनमे यौन क्षमता को बढ़ाता है और इसका संबंध यौन क्रियाकलापों, रक्त संचरण और मांसपेशियों के परिणाम के साथ साथ एकाग्रता, मूड और स्मृति से भी होता है |
सामान्य तौर पर उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में गिरावट देखने को मिलती है। हालांकि अब 30 से ज्यादा उम्र के पुरुषों में भी टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में गिरावट देखने को मिल रही है। प्रभावित व्यक्ति के अंदर उपस्थित टेस्टोस्टेरॉन का स्तर उसके सामाजिक व्यवहारों को प्रभावित करता है। आर्थिक दबावों और बढ़ती महंगाई के अलावा सामाजिक समस्याओं के कारण पुरुषों में टेस्टोस्टेरॉन नामक हार्मोन के स्तर में गिरावट सकती है |यह बहुत जरुरी है कि आप टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को हमेशा बनाए रखें, नहीं तो आगे चल कर आपको बहुत सारी परेशानियों को झेलना पड़ सकता है।
प्राकृतिक टेस्टोस्टेरोन बूस्टर जड़ी बूटियों का सेवन पुरुषों के लिए बेहद फायदेमंद होता हैं। टेस्टोस्टेरोन प्रमुख पुरुष सेक्स हार्मोन है लेकिन यह महिलाओं के लिए भी आवश्यक होता है। टेस्टोस्टेरोन की कमी किसी पुरुष को नपुंसकता के लक्षणों की ओर ले जा सकती है। लेकिन प्राकृतिक टेस्टोस्टेरोन बूस्टर जड़ी बूटी का उपयाग कर पुरुष इस समस्या से बच सकते हैं। आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरोन बूस्टर दवाओं का सेवन करने से किसी प्रकार के गंभीर दुष्प्रभाव भी नहीं होते हैं। आप टेस्टोस्टेरोन सप्लीमेंट के रूप में कुछ ऐसी जड़ी बूटीयों का उपयोग कर सकते हैं जिन्हें आप अपने दैनिक जीवन सामानय रूप से उपयोग करते हैं। आज इस आर्टिकल में आप टेस्टोस्टेरोन बूस्टर जड़ी बूटी के उपयोग और लाभ संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
टेस्टोस्टेरोन के बारे में तथ्य
टेस्टोस्टेरोन आपके पेट को कम करने में मदद कर सकता है|
बहुत अधिक टेस्टोस्टेरोन अंडकोष को सिकोड़ सकता है-
जो पुरुष प्रदर्शन बूस्टर और सिंथेटिक टेस्टोस्टेरोन लेते हैं वे सिकुड़े अंडकोष और बढ़ते हुए स्तनों से पीड़ित होने का जोखिम रखते हैं, लेकिन यह उनके मिजाज और मुँहासे को उत्पन्न नहीं करते हैं।
मनी-मेकिंग टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित करता है–
ब्रिटिश शोधकर्ताओं के अनुसार, युवा पुरुष अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर उन दिनों में बढ़ोत्री का अनुभव करते हैं, जहां वे अधिक लाभ कमाते हैं।
अतिरिक्त वसा टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकती है-
विशेषज्ञों का मानना है कि मोटे पुरुषों को पतले पुरुषों की तुलना में कम टेस्टोस्टेरोन के स्तर से पीड़ित होने की संभावना होती है; और इसका कारण वसा कोशिकाओं के साथ इन्फ्लामेंट्री कारकों की उपस्थिति है, जो टेस्टोस्टेरोन के संश्लेषण को दबाते हैं।
टेस्टोस्टेरोन बूस्टर के लाभ
आयुर्वेदिक टेस्टोस्टेरोन बूस्टर उत्पादों का सेवन पुरुषों की यौन कमजोरी को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है। पुरुषों में यौन कमजोरी या नपुंसकता का प्रमुख कारण टेस्टोस्टेरोन की कमी होती है। यह एक प्रकार का सेक्स हार्मोन है। टेस्टोस्टेरोन की उचित स्तर पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। टेस्टोस्टेरोन सीधे तौर पर पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता दोनों को प्रभावित करता है। इसलिए शरीर में टेस्टोस्टेरोन के उचित स्तर को बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने वाली जड़ी बूटियाँ
कद्दू के बीज
बीटा-कैरोटीन और अन्य फाइटोन्यूट्रिएंट्स की उच्च मात्रा कद्दू के बीजों में होती है। इस कारण ही टेस्टोस्टेरोन बूस्टर खुराक के रूप में कद्दू के बीजों का सेवन किया जाता है। आप भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने आहार में कद्दू के बीजों को शामिल कर सकते हैं। सेक्स हार्मोन के स्तर को बढ़ाने के लिए कद्दू के बीजों में जिंक भी मौजूद रहता है। इसके अलावा कद्दू के बीजों में सेरोटोनिन का उत्पादन बढ़ाने वाले अमीनो एसिड भी होते हैं। सेरोटोनिन के उचित स्तर होने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि होती है। यदि आपको या आपके साथी को यौन कमजोरी का अनुभव हो रहा है तो दैनिक आधार पर कुछ कद्दू के बीजों का सेवन करें। ऐसा करने से न केवल यौन प्रदर्शन में वृद्धि होगी बल्कि अन्य बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है।
चिया सीड्स
पुरुषों के लिए चिया बीज आयुर्वेदिक टेस्टोस्टरोन बूस्टर की तरह काम करता है। चिया के बीज साल्विया हिस्पानिका (Salvia Hispanica) के पौधे के बीज होते हैं। यह पौधा पुदीना के परिवार से संबंधित है। चिया बीज के पौधे मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका में पाये जात है। प्राचीन समय से ही आयुर्वेद में पौरूष शक्ति को बढ़ाने के लिए चिया बीज को औषधी के रूप में उपयोग किया जा रहा है। चिया बीज में ओमेगा -3 फैटी एसिड के साथ ही अन्य आवश्यक फैटी एसिड, और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा चिया बीज में जस्ता में भी उच्च मात्रा में होता है। जिसके कारण यह पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है।
जिन पुरुषों को यौन कमजोरी का अनुभव होता है उन्हें सबसे पहले अपने डॉक्टर से निश्चित करना चाहिए कि उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उचित स्तर है या नहीं। यदि टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी होती है तो आप आयुर्वेदिक उपचार के रूप में चिया बीज का नियमित सेवन कर सकते हैं।
अश्वगंधा
अश्वगंधा को विथानिया सोम्निफेरा (Withania somnifera) के रूप में भी जाना जाता है। अश्वगंधा एक और जड़ी बूटी है जिसका उपयोग प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में किया जाता है। अश्वगंधा का उपयोग मुख्य रूप से एक एडेपोजेन (adaptogen) के रूप में किया जाता है। जिसका मतलब यह है कि अश्वगंधा आपके तनाव, चिंता और थकान को कम करने में सहायक है। एक अध्ययन के अनुसार प्रजनन क्षमता में कमी वाले लोगों में नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करने पर शुक्राणुओं की संख्या और क्षमता दोनों पर सकारात्मक प्रभाव होता है। ऐसे लोगों को नियमित रूप से 3 माह तक प्रतिदन 5 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने पर पुरुषों के शरीर में 10 से 22 प्रतिशत तक टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि हो सकती है।
अदरक
सदियों से लोग आयुर्वेदिक उपचार के लिए अदरक का उपयोग कर रहे हैं। कच्चे अदरक का सेवन करने पर टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि हो सकती है। नियमित रूप से अदरक का सेवन पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि औषधीय मसाले के रूप में अदरक का उपयोग प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकता है। 2012 में हुए एक अध्ययन के अनुसार 3 माह तक दैनिक आधार पर अदरक का सेवन करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता में 17.7 प्रतिशत तक वृद्धि होती है। पुरुषों की यौन शक्ति में वृद्धि टेस्टोस्टेरोन के स्तर के वृद्धि के रूप में होती है। यदि आप भी कम टेस्टोस्टेरोन की समस्या से परेशान हैं तो अदरक को कई प्रकार से अपने आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
अनार
अनार प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए सबसे अच्छी औषधी माना जाता है। अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तनाव में कमी करने और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने में सहायक होते हैं। 2012 में हुए एक अध्ययन के अनुसार पुरुषों और महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में अनार बहुत ही प्रभावी है। अध्ययन में 60 लोगों को नियमित रूप से 14 दिनों तक अनार का जूस पिलाया गया। साथ ही शोधकर्ताओं ने इन लोगों की लार में 3 बार टेस्टोसटेरोन की जांच की। अध्ययन से पता चला कि पर्याप्त मात्रा में अनार का जूस पीने के कारण पुरुषों और महिलाओं में लगभग 24 प्रतिशत तक टेस्टेस्टोरोन के स्तर में वृद्धि हुई। साथ ही उनके मूड और रक्तचाप में भी सुधार हुआ। इस तरह से अनार के रस का सेवन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।
शिलाजीत
शिलाजीत हिमालय की पहाड़ियों में पाया जाता है और इसमें फुल्विक एसिड (Fluvic acid) होता है जो प्राकृतिक रूप से टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। उच्च गुणवत्ता के शिलाजीत और निम्न गुणवत्ता के शिलाजीत में बहुत अंतर होता है। इसलिए आप अच्छे क्वालिटी के शिलाजीत का सेवन करें | यह टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मदद करता है
प्याज
हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और वजन कम करने के अलावा भी प्याज के अन्य स्वास्थ्य लाभ होते हैं। प्याज में बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थों की उच्च मात्रा होती है साथ ही प्याज में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं। नियमित रूप से उपभोग करने पर प्याज टेस्टोस्टेरोन के निम्न स्तर को बढ़ाने में सहायक होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से 4 सप्ताह तक प्याज के रस का सेवन करने से सीरम और कुल टेस्टोस्टेरोन के स्तर में वृद्धि करता है। यदि आप भी कम टेस्टोस्टेरोन संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं तो प्याज के रस का सेवन कर सकते हैं।
जैतून तेल
जैतून का तेल एक प्रमुख खाद्य तेल है जिसमें हृदय रोग, कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने की क्षमता होती है। जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड वसा और विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है। साथ ही इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं। इसके अलावा शुद्ध जैतून का तेल पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होता है। एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से जैतून के तेल का सेवन पुरुषों में सीरम टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकता है। जैतून के तेल का सेवन करने वाले लोगों में ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन में वृद्धि करता है। जो कि टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाता है।
गोखरू
इस जड़ी बूटी को पंचर बेल भी कहा जाता है, टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए सदियों से इसका उपयोग हो रहा है, विशेष रूप से चीन और भारत में, और माना जाता है कि यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ावा देता है। इस जड़ी बूटी का सेवन यौन इच्छा को बढ़ावा देने, खेल समारोह में सुधार और स्तंभन दोष का इलाज करने में मदद करने के लिए भी माना जाता है
टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने के टिप्स
* तनाव- तनाव चाहे किसी भी कारण से हो ,यह आपके शारीरिक विकास में एक से अधिक बाधाएं खड़ी कर सकता है। जब आप बहुत ज्यादा तनाव में होते हैं, तो आपके शरीर में अधिक मात्रा में हार्मोन स्रावित होते हैं। ये हार्मोनस शरीर में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ने से रोकते हैं। ध्यान जैसी सरल और प्रभावशाली तकनीक तनाव से लड़ने में आपकी मदद करेगी।
* कम करें मीठे का सेवन –मीठा कम खाएं, क्योंकि शरीर में शर्करा के स्तर के बढ़ने से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। जब आप मीठा खाते हैं तो आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर अपने आप कम हो जाता है। इस हार्मोन के स्रवण और शारीरिक विकास के लिए जितनी हो सके उतनी कम मीठी चीज़े खाएं।
*लम्बे समय तक कसरत न करें – कई अनुसंधानों से यह साबित हो चुका है अगर आप हर रोज बहुत तीव्रता से 45-75 मिनट के लिए कसरत करते हैं, तो इससे आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन के विकास मे बाधाएं पैदा हो सकती है। कसरत करते समय किसी पेशेवर ट्रेनर की सलाह लें इसे आपको काफी फायदा होगा।
*वजन करें कम – अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में ज्यादा चरबी, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ने से रोक सकती है। टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने वजन को कम करना जरूरी है |
*पूरी नींद – क्या आप भी देर रात तक टीवी देखते हैं ? लेकिन यहाँ आपको बताना जरुरी है की नींद का भी टेस्टोस्टेरॉन की प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ता है | आप कितने घंटे सोते है इसका प्रभाव आपके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की प्रोडक्शन पर पड़ता है |विशेषज्ञों के अनुसार रात में कम से कम 7-8 घंटों के लिए सोना चाहिए क्योकि शरीर में 70% टेस्टोस्टेरोन निद्रावस्था में उत्पन्न होता है।
*खनिज पदार्थों का सेवन – जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिज शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। अतः, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर को बनाएं रखने के लिए उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरुरी है जो आपके शरीर में इन खनिजों की जरुरत को पूरा करते हैं।
*हाई प्रोटीन ब्रेकफास्ट – अंडा, हरी पत्तेदार सब्जी और नट्स खा कर अपने दिन की शुरुआत करें। कार्बोहाइड्रेट वाले ब्रेकफास्ट टेस्टोस्टेरोन के लेवल को गिराते हैं, जो कि सुबह सुबह हाई होते हैं।
* खूब पीए पानी – थोड़ी सी भी डिहाइड्रेशन टेस्टोस्टेरोन स्तर के लिए ठीक नहीं है | पानी की कमी से शरीर में कोर्टिसोल, (स्ट्रेस हार्मोन) का स्तर बढ़ता है | इसलिए हार्मोन्स की मात्रा में वृद्धि करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीए |
* तनाव- तनाव चाहे किसी भी कारण से हो ,यह आपके शारीरिक विकास में एक से अधिक बाधाएं खड़ी कर सकता है। जब आप बहुत ज्यादा तनाव में होते हैं, तो आपके शरीर में अधिक मात्रा में हार्मोन स्रावित होते हैं। ये हार्मोनस शरीर में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ने से रोकते हैं। ध्यान जैसी सरल और प्रभावशाली तकनीक तनाव से लड़ने में आपकी मदद करेगी।
* कम करें मीठे का सेवन –मीठा कम खाएं, क्योंकि शरीर में शर्करा के स्तर के बढ़ने से इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। जब आप मीठा खाते हैं तो आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर अपने आप कम हो जाता है। इस हार्मोन के स्रवण और शारीरिक विकास के लिए जितनी हो सके उतनी कम मीठी चीज़े खाएं।
*लम्बे समय तक कसरत न करें – कई अनुसंधानों से यह साबित हो चुका है अगर आप हर रोज बहुत तीव्रता से 45-75 मिनट के लिए कसरत करते हैं, तो इससे आपके शरीर में टेस्टोस्टेरोन के विकास मे बाधाएं पैदा हो सकती है। कसरत करते समय किसी पेशेवर ट्रेनर की सलाह लें इसे आपको काफी फायदा होगा।
*वजन करें कम – अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में ज्यादा चरबी, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ने से रोक सकती है। टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने वजन को कम करना जरूरी है |
*पूरी नींद – क्या आप भी देर रात तक टीवी देखते हैं ? लेकिन यहाँ आपको बताना जरुरी है की नींद का भी टेस्टोस्टेरॉन की प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ता है | आप कितने घंटे सोते है इसका प्रभाव आपके टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की प्रोडक्शन पर पड़ता है |विशेषज्ञों के अनुसार रात में कम से कम 7-8 घंटों के लिए सोना चाहिए क्योकि शरीर में 70% टेस्टोस्टेरोन निद्रावस्था में उत्पन्न होता है।
*खनिज पदार्थों का सेवन – जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिज शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। अतः, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर को बनाएं रखने के लिए उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरुरी है जो आपके शरीर में इन खनिजों की जरुरत को पूरा करते हैं।
*हाई प्रोटीन ब्रेकफास्ट – अंडा, हरी पत्तेदार सब्जी और नट्स खा कर अपने दिन की शुरुआत करें। कार्बोहाइड्रेट वाले ब्रेकफास्ट टेस्टोस्टेरोन के लेवल को गिराते हैं, जो कि सुबह सुबह हाई होते हैं।
* खूब पीए पानी – थोड़ी सी भी डिहाइड्रेशन टेस्टोस्टेरोन स्तर के लिए ठीक नहीं है | पानी की कमी से शरीर में कोर्टिसोल, (स्ट्रेस हार्मोन) का स्तर बढ़ता है | इसलिए हार्मोन्स की मात्रा में वृद्धि करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीए |