लीवर हमारे शरीर की सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथि है| लीवर ही है जो हमारे द्वारा खाए गए आहार को पचाकर रस बनाता है, और हमारा शरीर कार्य करता है| यदि हमारा लीवर ख़राब हो जाये तो हमारी जिंदगी बिलकुल भी काम की नहीं रहेगी| क्योकि जो भी हम खायेंगे, पियेंगे हमारा लीवर उसे ले ही नहीं पायेगा|
हम जो कुछ भी खाते है, यदि वो हमारे लिए नुकसानदायक है तो लीवर उसे निष्क्रिय करने का कार्य करता है| आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन हमारे देश में कई लोगो का जीवन लीवर की बीमारियों के कारण ख़राब हो गया है|
लीवर के ख़राब होने के पीछे का मुख्य कारण है अल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन करना, नकली दवाए, गलत खान- पान| यह सभी चीज़े लीवर को डैमेज करती है| जब हमारे लिए लीवर इतना ज्यादा महत्वपूर्ण है तो क्यों न हम इन बुरी आदतों को छोड़ दे और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करे|
नौकासन
नौकासन को बोट पोज़ कहा जाता है| यह बहुत ही आसन है लेकिन इसे करके आप लीवर कैंसर जैसी बीमारियों के होने का खतरा कम कर सकते है| यह आपके लीवर को मजबूत बनाता है| यह पोज़ आपके लीवर को क्लीन करता है साथ ही साथ हानिकारक पदार्थो को भी दूर करता है|
विधि:
इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएँ और अपने दोनों पैरों को एक साथ जोड़ कर रखे|
अपने दोनों हाथों को भी शरीर के समानांतर रखे|
अब अपने हाथों को पैरों कि तरफ खींचे और अपने पैरों एवं छाती को ऊपर की और उठाले|
आपके सर, हाथ, पैर सभी एक लाइन में ही होना चाहिए|
इसे करते वक्त आपके पेट की माश्पेसिया सिकुड़ेंगी जिसके चलते आपको अपनी नाभी में खींचाव महसूस होगा|
लंबी गहरी साँसे लेते रहे और आसन को बनाये रखें|
साँस छोड़ते हुए ज़मीन पर आ जाएँ और विश्राम करें|
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम को अंग्रेजी में फोरहेड कहा जाता है| यह प्राणायाम कई रोगों के इलाज में फायदेमंद है| यह आपके लीवर के स्वास्थ्य को सुधारता है| इससे कई Liver Problems जैसे पीलिया, हेपेटाइटिस आदि ठीक होता है| यह लीवर की कई समस्याओ का उपचार करने में मददगार है|
विधि:
एक आसन बिछाकर आराम से बैठ जाएँ, अपनी रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा रखे|
आपके हाथो को घुटनों पर रखें, इनका मुख आकाश की और होना चाहिए|
एक लंबी गहरी साँस अंदर लें|
अब साँस छोड़ते हुए अपने पेट को अंदर की ओर खींचे|
आप जितना हो सके अपने पेट को अन्दर खिचे, आपको इस प्रकार से पेट को अन्दर खीचना है की वह रीढ़ की हड्डी को छू ले|
जितना हो सके उतना ही करें, अपने शरीर के साथ ज्यादा जबरदस्ती ना करे|
जब आप अपने पेट की मासपेशियों को ढीला छोड़ेंगे, साँस अपने आप ही आपके फेफड़ों में पहुँच जाती है|
इस प्राणायाम के एक राउंड को पूरा करने के लिए 20 साँस छोड़े|
एक बारी खत्म होने के पश्चात, विश्राम करें| ऐसे दो सेट पुरे करे|
धनुरासन
धनुरासन को बो पोस भी कहा जाता है| यह आसन उन लोगो के लिए बहुत फायदेमंद है जो लोग फैटी लीवर रोग से पीड़ित है| यह आपके लीवर को ताकत देता है, उसे उत्तेजित करता है जिसके चलते शरीर में जमा वसा उर्जा में परिवर्तित हो जाता है और आपका शरीर उसे इस्तेमाल कर पाता है|
विधि:
यह आसन दिखने में मुश्किल लगता है लेकिन इसे लगातार करने से आप इसे करने में निपुण हो जायेंगे|
इसे करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाए।
अब सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़े तथा अपने हाथ से टखनों को पकड़ ले|
अब आपको सांस लेते हुए अपने सिर, चेस्ट एवं जांघो को ऊपर की और उठाना है|
यदि आप योग के लिए नए है तो जरुरी नहीं है की आप अपने शरीर को पूरी अच्छी तरह से ऊपर उठाले|
आप अपने शरीर के लचीलेपन के हिसाब से अपने शरीर को और ऊपर उठा सकते हैं।
आपको अपने शरीर के भार को पेट निचले हिस्से पर लेना है|
आपके पैरों के बीच की ज्यादा दुरी न रखे, जितना हो सके उसे पास पास रखे|
उसी मुद्रा में बने रहे और धीरे धीरे सांस ले और धीरे धीरे सांस छोड़े।
जब आपको सामान्य स्तिथि में आना हो तो लम्बी गहरी सांस छोड़ते हुए आप आ जाये|
इसे एक चक्र कहते है|
आपको एक दिन में 3 से 5 चक्र अपने क्षमता के अनुसार करना होगा|
इसके अलावा गोमुखासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन भी लीवर के लिए फायदेमंद है| लीवर को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज भी करना चाहिए| एक्सरसाइज करने से पसीना निकलता है| पसीना निकलने से शरीर की सफाई होती और लिवर पर जोर कम पड़ता है।
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