चमेली का फूल काफी सुंदर और सफेद रंग का होता है। इसकी सुगंध काफी अच्छी होती है। अपनी महक से यह पूरे माहौल को सुगंधित कर देता है। इसी वजह से इसका उपयोग विभिन्न तरह के परफ्यूम बनाने में भी होता है। वैसे तो यह फूल अपनी मनमोहक सुगंध के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके सौंदर्य से संबंधित भी कई लाभ हैं। शरीर की सुंदरता को बढ़ाने के लिए इस फूल का उपयोग कई तरह से किया जा सकता है। चमेली की खुशबू मन को जितनी आकर्षित करती है उससे कहीं ज्यादा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी है। चमेली के फूल सफेद और पीले रंग के होते हैं। इसका स्वाद तीखा और प्रकृति ठंडी होती है।
चमेली के फूल के अलावा इसकी पत्तियों में भी कई प्रकार के औषधीय गुण विद्यमान हैं। यह दांत, मुख, त्वचा और आंख के रोगों में फायदा करती है। आइए जानें चमेली हमारे लिए कितनी फायदेमंद है।
पैरों में बिवाई होने पर चमेली के पत्तों का रस फटी एडि़यों में लगाने से बिवाई ठीक हो जाती है।
पेट में अगर कीड़े हों तो चमेली के पत्तों को पीसकर पीने से कीड़े निकल जाते हैं।
माहवारी की समस्या के लिए-
चमेली के 10 ग्राम पत्तों को पीसकर पीने से समस्या दूर होती है।
भगंदर होने पर-
चमेली के पत्ते, बरगद के पत्ते, गिलोय, सोंठ और सेंधानमक को मिलाकर छाछ के साथ पीजिए।
उल्टी होने पर -
10 ग्राम सफेद चमेली के पत्तों के रस को 2 ग्राम कालीमिर्च के चूर्ण में मिलाकर चाटने से उल्टी आना बंद हो जाता है।
*इसके अलावा चमेली चेहरे के दाग, हांथी-पांव, ट्यूमर, पक्षाघात, मूत्ररोग आदि में फायदेमंद है। इन नुस्खों को आजमाने से पहले किसी चिकित्सक से सलाह अवश्य लीजिए।
*मसूड़ों में दर्द होने पर चमेली के पत्तों का काढ़ा बनाकर गरारा करने से दर्द समाप्त हो जाता है।
*आंखों में दर्द होने पर आंखों को बंद करके चमेली के फूलों का लेप लगाने से दर्द समाप्त होता है।
*नियमित रूप से चमेली के फूलों को चेहरे पर लगाने से चेहरे की चमक बढ़ जाती है।
*मुंह में छाले होने पर इसकी पत्तियां धीरे-धीरे चबाइए, इससे छाले समाप्त हो जाएंगे।
*चर्म रोग होने पर चमेली के पत्तों का तेल लगाने से फायदा होता है।
*सिर दर्द होने पर चमेली के फूलों का लेप सिर पर लगाने से सिरदर्द समाप्त हो जाता है।
*इसके अलावा चमेली चेहरे के दाग, हांथी-पांव, ट्यूमर, पक्षाघात, मूत्ररोग आदि में फायदेमंद है।
शरीर को रिलैक्स करने में सहायक-
चमेली के फूल से मस्तिष्क की तंत्रिकाओं को रिलैक्स रखने में काफी मदद मिलती है, जिसके कारण दिमाग को आराम महसूस होता है। नारियल के तेल में चमेली का तेल मिलाकर अगर शरीर की मालिश की जाए तो इससे बॉडी को काफी रिलैक्स मिलता है। अरोमाथेरेपी में इस तरीके का इस्तेमाल कई स्पा करते हैं।
स्किन को टाइट करता है-
चमेली में ऐसे गुण होते हैं जो स्किन को पूरे दिन-भर मॉइस्चराइ-ज रखने में सहायता करते हैं। लेकिन चमेली के फूल को सीधे ही स्किन पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसकी बजाय चमेली के अर्क से बने लोशन या फिर क्रीम का उपयोग करना चाहिए।
बेहतरीन स्प्रे
यदि आपके शरीर से बहुत दुर्गंध आती है, तो लोग आपसे दूर भागते है| शरीर की दुर्गन्ध भगाने के लिए चमेली के फूल आपकी मदद कर सकते है| आप घर पर भी जैस्मिन स्प्रे बना सकते हैं। इसे बनाना बहुत ही आसान है| इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक स्प्रे बोतल लेकर उसमें पानी डालें। फिर इस पानी में चमेली के तेल का एक चम्म्च डाले| अब बोतल को अच्छे से हिला लें ताकि मिश्रण मिल जाये। और इन आसान स्टेप्स में ही आपका स्प्रे इस्तेमाल करने के लिए तैयार है|
इसके अलावा चमेली चेहरे के दाग, हांथी-पांव, ट्यूमर, पक्षाघात, मूत्ररोग आदि में फायदेमंद है
स्कैल्प को स्वस्थ रखने में मददगार है-
चमेली के फूल में कई एंटीसेप्टिक और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इस वजह से अगर चमेली का तेल स्कैल्प पर लगाया जाए तो से यह सर की त्वचा के संक्रमण को दूर करता है। नारियल तेल में, चमेली के तेल की कुछ बूंदे मिलाकर स्कैल्प की धीरे-धीरे मसाज करें। कुछ घंटों तक तेल को बालों में ऐसे ही लगा रहने दें उसके बाद बालों को अच्छे से वॉश कर लें। अच्छे नतीजों के लिए हफ्ते में एक बार ऐसा जरूर करें, कम से कम 1 या 2 महीनों तक ।
शरीर को रिलैक्स करने में सहायक-
चमेली के फूल से मस्तिष्क की तंत्रिकाओं को रिलैक्स रखने में काफी मदद मिलती है, जिसके कारण दिमाग को आराम महसूस होता है। नारियल के तेल में चमेली का तेल मिलाकर अगर शरीर की मालिश की जाए तो इससे बॉडी को काफी रिलैक्स मिलता है। अरोमाथेरेपी में इस तरीके का इस्तेमाल कई स्पा करते हैं।
चमेली के फूल का इस्तेमाल बालों की कंडीशनिंग के लिए भी होता है। हो सकता है आपको यह जानकर आश्चर्य हो रहा हो, लेकिन यह बिल्कुल सच है। चमेली के फूलों से बालें की कंडीशनिंग करने के लिए चमेली के कुछ फूल लें और उन्हें कुछ घंटों तक गर्म पानी में भिगों कर रख दें। अगर आपके घुंघराले बाल हैं तो इस पानी में चमेली के तेल की कुछ बूंदे भी मिला लें। अब पानी को कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें। अब इस पानी से अपने बाल धोएं। इसके बाद नॉर्मल पानी से बाल वॉश कर लें।