गर्मियों के मौसम में हमारा शरीर ज्यादा बीमार होने के रिस्क में रहता है क्योंकि इसमें हमें डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ सकता है और ज्यादा गर्मी की वजह से इम्यूनिटी भी कमजोर हो सकती है। इस मौसम में हमारे त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) भी इंबैलेंस हो सकते हैं और हमें बहुत सारी पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बहुत बार ऐसा होता है कि गर्मी में कुछ चीज खाने के बाद हमें उल्टी आने लगती है या फिर पेट में जलन होने लगती है। ऐसा होने का कारण पाचन न होना होता है। इसलिए आपको इस मौसम में केवल शरीर के लिए हेल्दी चीजों का ही सेवन करना चाहिए और स्पाइसी और जंक फूड का सेवन काफी कम करना चाहिए।
गर्मी के मौसम में हमें ऐसा आहार लेना चाहिए, जो शरीर में तरावट लाने का काम करे। इस मौसम में ठंडी तासीर और चिकनाई वाली चीजों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। इसके लिए आप सत्तू का घोल, दूध-चावल की ठंडी खीर, छाछ, लस्सी, आम पन्ना, नारियल पानी, नींबू पानी, ककड़ी, तरबूज, मौसमी फलों का रस, पुदीना, गुलकंद, सौंफ और धनिया का सेवन कर सकते हैं। गर्मियों में पाचन शक्ति काफी कमजोर हो जाती है, इसलिए आपको गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए। इस मौसम में मीठे और सुपाच्य आहार का सेवन करना चाहिए। आप अपनी डाइट में लौकी, पेठा, परवल, बथुआ, छिलका सहित आलू, करेला, कच्चा केला, चौलाई, छिलका सहित मूंग और मसूर की दाल, दूध, आंवला, संतरा, आम, कोकम, नारियल आदि को शामिल कर सकते हैं।
गर्मियों के मौसम में इन चीजों का करें सेवन
पुदीना
पुदीना एक रिफ्रेशिंग इंग्रेडिएंट्स होता है और शरीर पर इसका काफी कूल प्रभाव होता है। यह शरीर में पाचन को इंप्रोज करने में मदद करता है और इंफ्लेमेशन कम करने में भी सहायक है। पुदीने को आप सलाद, ड्रिंक्स या फिर चटनी आदि में मिला कर खा या पी सकते हैं।
नारियल का पानी
नारियल का पानी गर्मियों में शरीर के लिए काफी लाभदायक रहता है। इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट होते हैं। यह गर्मियों के दौरान पसीने के रूप में फ्लूड लॉस से शरीर को बचाता है और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
दही
दही में प्रोबायोटिक होते हैं जो अच्छे बैक्टीरिया होते हैं और पाचन तंत्र के लिए लाभदायक होते हैं। यह शरीर की गर्मी को कम करने में, इन्फ्लेमेशन को कम करने में और पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने में सहायक होती है। इसे स्नैक, सलाद में मिला कर खाया जा सकता है।
तरबूज
गर्मियों में तरबूज जैसी फलों का सेवन करना चाहिए जिनमें अधिकतर पानी होता है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और पानी की कमी नहीं होने देते हैं। तरबूज में विटामिन सी और ए जैसे पौष्टिक तत्व भी होते है। इसमें पोटेशियम भी होता है जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को बनाए रखने में मदद करते हैं।
खीरा
खीरा भी एक हाइड्रेटिंग फूड है जो पूरा पानी से भरपूर होता है और इसका सेवन करने से आप कैलोरी भी ज्यादा नहीं कंज्यूम करते हैं। यह आपके शरीर के तापमान को रेगुलेट करने में मदद करता है और टॉक्सिन को फ्लश आउट करने में सहायक होता है।
गर्मियों में क्या खाएं और क्या न खाएं?
इस मौसम में अधिक से अधिक दही और छाछ का सेवन करना चाहिए। इससे न सिर्फ आपको गर्मी से राहत मिलती है बल्कि आपका शरीर अंदर से ठंडा रहता है और आपकी पाचन क्रिया भी बेहतर होती है।
इस मौसम में तेज धूप के कारण त्वचा जल जाती है। इससे बचने के लिए आपको टमाटर खाना चाहिए। टमाटर में कैरोटेनॉयड होता है जो गर्मी के साथ ही सनबर्न से भी बचाने में मदद करता है।
इस मौसम में तेज धूप के कारण त्वचा जल जाती है। इससे बचने के लिए आपको टमाटर खाना चाहिए। टमाटर में कैरोटेनॉयड होता है जो गर्मी के साथ ही सनबर्न से भी बचाने में मदद करता है।
गर्मी के लिए आयुर्वेदिक डाइट प्लान
सुबह उठने के बाद - गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद डालकर पिएं
सुबह का नाश्ता - एक बाउल मौसमी फल/ वेजिटेबल उपमा/ दलिया/ दूध और ओट्स/सूजी चीला
मिड मॉर्निंग स्नैक (12 बजे) - नारियल पानी/आम पन्ना/शर्बत
दोपहर का भोजन - एक कटोरी दाल/सब्जी और रोटी या चावल, जीरा छाछ
शाम का स्नैक - हर्बल टी या एक कप दूध
रात का भोजन - खिचड़ी/ एक कटोरी दाल और रोटी/ वेजिटेबल दलिया
गर्मी के मौसम में हमें ऐसा आहार लेना चाहिए, जो शरीर में तरावट लाने का काम करे। इस मौसम में ठंडी तासीर और चिकनाई वाली चीजों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। इसके लिए आप सत्तू का घोल, दूध-चावल की ठंडी खीर, छाछ, लस्सी, आम पन्ना, नारियल पानी, नींबू पानी, ककड़ी, तरबूज, मौसमी फलों का रस, पुदीना, गुलकंद, सौंफ और धनिया का सेवन कर सकते हैं। गर्मियों में पाचन शक्ति काफी कमजोर हो जाती है, इसलिए आपको गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए। इस मौसम में मीठे और सुपाच्य आहार का सेवन करना चाहिए। आप अपनी डाइट में लौकी, पेठा, परवल, बथुआ, छिलका सहित आलू, करेला, कच्चा केला, चौलाई, छिलका सहित मूंग और मसूर की दाल, दूध, आंवला, संतरा, आम, कोकम, नारियल आदि को शामिल कर सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार गर्मी में क्या न खाएं
गर्मी के मौसम में कड़वे, कसैले, तीखे, खट्टे, तेज मिर्च-मसाले वाले, तले हुए, नमकीन और बासी खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। खट्टा दही, फ्रिज में रखा पानी, अंडा, मांस, मछली, उड़द की दाल, चने की दाल, बैंगन, शहद, सिरका, खटाई, शराब आदि का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।अगर आप परांठे के साथ सॉस खाते हैं तो गर्मी के मौसम में सॉस से परहेज करें। इसमें अधिक मात्रा में कैलोरी होती है जिससे आपको सुस्ती आ सकती है।
गर्मी के मौसम में गेहूं की रोटी और ब्राउन ब्रेड बहुत कम मात्रा में खाना चाहिए अन्यथा आपको अधिक गर्मी महसूस हो सकती है।
इस मौसम में तले भूने खाद्य पदार्थ, चाट पकौड़े, चिप्स, पिज्जा, बर्गर सहित अन्य जंक फूड खाने से बचें। इससे आपको गर्मी तो अधिक लगेगी ही साथ में आप फूड प्वॉयजनिंग के भी शिकार हो सकते हैं।
रेड मीट में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है जो शरीर को गर्म रखता है। इसलिए इस मौसम में रेड मीट खाने से परहेज करें।
संभव हो तो गर्मी के मौसम में दूध का सेवन कम से कम करें। यह शरीर को गर्म रखता है जिससे आपको बेचैनी महसूस हो सकती है।
इस मौसम में अधिक मसालेयुक्त एवं तैलीय भोजन ना करें अन्यथा आपकी पाचन क्रिया खराब हो सकती है।बीयर, वाइन, कोल्ड कॉफी, एनर्जी ड्रिं और डिब्बा बंद फ्रूट जूस जैसे पेय पदार्थों में अधिक मात्रा में शर्करा होती है। गर्मी के दिनों में इनका अधिक सेवन करने से स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
शराब
शराब का सेवन करने से शरीर डिहाइड्रेट होता है और इससे शरीर का तापमान भी बढ़ता है इसलिए इसको अवॉयड करें।
शुगर से भरपूर ड्रिंक्स
आपको गर्मियों में शुगर से भरपूर ड्रिंक्स जैसे एनर्जी ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक्स या फिर सोडा का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे शरीर डिहाइड्रेट होता है और ब्लड शुगर लेवल भी तेजी से बढ़ सकता है।
कॉफी
कॉफी एक डायरेटिक का काम करती है और शरीर को डिहाइड्रेट कर सकती है इसलिए इसका सेवन ज्यादा न करें।
स्पाइसी और फ्राइड फूड
स्पाइसी और फ्राइड फूड का सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ता है और आपको पाचन से जुड़ी समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है इसलिए इन्हें अवॉयड करे।
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