वैसे तो पसीना आना बॉडी के लिए बहुत अच्छा होता है और यह एक सामान्य प्रक्रिया भी है। पसीना आने से शरीर में मौजूद अवांछित एंव विषैले तत्व बड़ी आसानी से बाहर हो जाते हैं। गौरबतलब शरीर के कई सारे ऐसे खास अंग जहां अधिक पसीना आता है जैसे बांहे,पीठ और सिर। मगर आपको ऐसे बहुत कम लोग देखने को मिलेंगे जिन लोगों की हथेली और तलवों में भी पसीना आता होगा।
सामान्यत: शरीर के कुछ खास अंगों में अधिक पसीना आता है लेकिन हथेली और तलवों में हर किसी को पसीना नहीं आता। अगर आपको भी हथेली और पैर के तलवों में पसीना आता है, तो यह जानकारी आपके लिए है। समान्य तापमान पर भी हथेली और तलवों में पसीना आना बिल्कुल सामान्य प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह किसी स्वास्थ्य समस्या का सूचक भी हो सकता है।
दरअसल सामान्य या कम तापमान पर भी पसीना आना, और खास तौर से हथेली व पैर के तलवों में पसीना आने की यह समस्या हाइपरहाइड्रोसिस नामक बीमारी भी हो सकती है। कभी कभार ऐसा होना सामान्य हो सकता है, लेकिन अक्सर इस तरह से पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस की ओर इशारा करता है। केवल हथेली या तलवे ही नहीं पूरे शरीर में अत्यधिक पसीना आना भी इस समस्या को दर्शाता है।
उपचार बेकिंग सोडा -
नींबू का छिलका अधिक पसीना आने की समस्या से दिलाए छुटकारा
हथेलियों और तलवों में आपको पसीना अधिक आता है, तो आप इसे ठीक करने के लिए नींबू का इस्तेमाल करें। नींबू के छिलकों को तलवों और हथेलियों पर रगड़ें। नींबू का रस निचोड़कर उसमें चुटकी भर नमक मिलाएं। इसे हाथ और पैर में लगाकर नींबू के छिलकों से रगड़ें, थोड़ी देर सूखने दें फिर पानी से साफ कर लें। इससे हाथ-पैरों की त्वचा मुलायम भी होगी।
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पसीना आना भले ही शरीर से अवांछित तत्वों को बाहर निकालने की प्रक्रिया है जो त्वचा और शरीर की आंतरिक सफाई का एक हिस्सा है, लेकिन दूसरी ओर अधिक पसीना आना आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ भी सकता है। ज्यादा पसीना नमी पैदा करता है, और इसमें पनपने वाले बैक्टीरिया आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं और कई बीमारियों को पैदा करने में महत्वपूर्ण भमिका निभाते हैं।
गरम पानी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिला कर उसमें अपने पसीनेदार हाथों को डुबोएं। ऐसा केवल कुछ मिनट के लिये कीजिये और फिर देखिये कि इस घोल से हाथ को निकालने के बाद कई घंटो तक आपके हाथों में पसीना नहीं आएगा।
टैल्कम पाउडर-
अगर हथेलियों में हल्का पसीना आता है तो, उस पर टैल्कम पाउडर लगाइये। आप अपने बैग में पाउडर रख भी सकती हैं जिससे जरुरत पड़ने पर इस्तमाल किया जा सकता है।
टी बैग-
एक कटोर में पानी डाल कर उसमें 4-5 टी बैग डालिये और उसमें अपनी हथेलियों को भिगो दीजिये। यह प्राकृतिक रूप से आपके हाथों का पसीना कंट्रोल करेगी।
ध्यान-
मेडिटेशन करने से आपके कई सारे रोग दूर हो सकते हैं। अत्यधिक पसीना तभी निकलता है जब आप स्ट्रेस में हों या आपको किसी बात की बेचैनी हो रही हो। लेकिन योग और ध्यान से आप अपने स्ट्रेस के लेवल को कम कर के पसीने को रोक सकते हैं।
खान-पान में सुधार-
ज्यादा पसीना रोकने के लिये अपनी डाइट में सुधार भी करना जरुरी है। इसके अलावा लहसुन, प्याज और अन्य मसालों को खाने से पसीना ज्यादा बहता है, इसलिये इनका सेवन कंट्रोल में रह कर करें। टमाटर का रस भी रोजाना पीसे से इस समस्या से राहत मिलती है क्योंकि यह शरीर को ठंडा रखता है।
भोजन:
अपने भोजन में मसालों का प्रयोग कम करें।
- भोजन में लहसुन, प्याज और अदरक को भी कम ही शामिल करें।
- यह सब पसीने के कारक होते है।
- हो सके तो ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन करें।
- टमाटर का रस पिए यह आपके शरीर को ठंडा रखेगा।
- *ज्यादा पसीना आने का संबंध केवल बाहरी नहीं बल्कि आपके शरीर के अंदर हो रही परेशानियों की वजह से भी हो सकता है। जैसे ज्यादा चिंता कर लेना,डर और तनाव के समय भी शरीर से ज्यादा पसीना खुद निकलने लगता है। यौवनावस्था शुरू होने पर बॉडी में होने वाले हॉर्मोनल बदलावों की वजह से शरीर में 30 लाख पसीने वाली ग्रंथियां सक्रिय हो जाती है। ऐसा किसी-किसी के साथ नहीं बल्कि सभी के साथ होता है,मगर हाइपरहाइड्रोसिस से पीडि़त लोगों को सामान्य लोगों से कई गुणा ज्यादा पसीना आता है।
गुलाब जल पसीना आने की समस्या को करे कम
गुलाब जल का इस्तेमाल चेहरे की त्वचा को खूबसूरत बनाने के लिए किया जाता है। यह हाथ-पैरों से निकलने वाले पसीने की समस्या को भी कम करता है। गुलाब जल को हथेलियों और तलवों पर लगाने से ठंडक मिलती है। पानी में गुलाब जल की बूंदों को मिलाकर इसमें तलवों को डुबाकर रखें। इससे त्वचा को ठंडक का अहसास होगा। ठंडे पानी में गुलाब जल की कुछ बूंदें डालकर उसमें हथेलियों और तलवों को डालकर रखें। 10 मिनट के लिए पानी में हाथ-पैरों को रखने से पसीना आना कम हो जाएगा।
एप्पल साइडर वेनेगर से पसीना आने की समस्या करें दूर
जब हद से ज्यादा पसीना आने लगता है, तो उस स्थिति को हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। आमतौर पर ये समस्या गर्मी या अधिक एक्सरसाइज करने से संबंधित नहीं होती है। कुछ लोगों में अधिक पसीना आने से सोशल एंग्जायटी या शर्मिंदगी का कारण बन जाता है। आपके साथ भी ऐसा होता है, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। इसके अलावा इस समस्या को आप सेब के सिरका का इस्तेमाल करके दूर कर सकते हैं। सेब का सिरका शरीर में पीएच लेवल को बैलेंस करता है। पसीना अधिक आने की समस्या को भी दूर करता है। हथेलियों और तलवों में कॉटन की मदद से सेब का सिरका लगाएं। भोजन में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। सलाद में डालें। पानी में एक चम्मच सिरका डालकर पी सकते हैं।
हाइपरहाइड्रोसिस का इलाज सामान्यत: स्वेद ग्रंथि के ऑपरेशन द्वारा होता है लेकिन अत्यधिक पसीने की परेशानी को आप कुछ हद तक कम कर सकते हैं।इसके लिए आपको ऐसे कपड़ों का चुनाव करना चाहिए जो पसीने को आसानी से सोख ले और आपकी त्वचा सांस ले सके।
नींबू का छिलका अधिक पसीना आने की समस्या से दिलाए छुटकारा
हथेलियों और तलवों में आपको पसीना अधिक आता है, तो आप इसे ठीक करने के लिए नींबू का इस्तेमाल करें। नींबू के छिलकों को तलवों और हथेलियों पर रगड़ें। नींबू का रस निचोड़कर उसमें चुटकी भर नमक मिलाएं। इसे हाथ और पैर में लगाकर नींबू के छिलकों से रगड़ें, थोड़ी देर सूखने दें फिर पानी से साफ कर लें। इससे हाथ-पैरों की त्वचा मुलायम भी होगी।
इसके अलावा हथेली और पैर के तलवों में आने वाले पसीने से बचने के लिए उन्हें खुला रखना बेहद जरूरी है। दिनभर अगर आप ऑफिस में या बाहर, मोजे और जूतों से पैक रहते हैं, तो घर पर उन्हें पूरी तरह से खुला रखें। इसके अलावा जब भी संभव हो पैरों से जूते और मोजे निकाल दें। इससे पसीना कम आएगा और बैक्टीरिया भी नहीं पनपेंगे।
हाथों के लिए भी खुलापन बहुत जरूरी है और इसमें लगातार हवा लगती रहे इस बात का भी ध्यान रखें। हाथों को हमेशा साफ रखें और शरीर की सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।
प्रतिदिन नहाएं और त्वचा को अच्छी तरह से पोंछकर साफ करें, इसके बाद डिओ या अन्य उत्पादों का प्रयोग करें। हो सके तो नहाने के पानी में एंटी बैक्टीरियल लिक्विड की कुछ बूंदे डाल दें।
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