बेसन भारत में प्रमुख खाद्य पदार्थ के रूप में उपयोग किया जाता है। चना दाल के पिसे आटे को बेसन कहते हैं। लेकिन क्या आप बेसन खाने के फायदे और नुकसान जानते हैं। बेसन को ग्राम फ्लौर या छोले का आटा भी कहा जाता है। बेसन ऐसा खाद्य पदार्थ है जो आमतौर सभी रसोई घरों में उपलब्ध होता है। बेसन का उपयोग हम विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाने के लिए करते हैं। बेसन खाने के फायदे जानकर आप हैरान हो जाएगें। बेसन खाने के फायदे मधुमेह का इलाज करने, मोटापा कम करने, हृदय को स्वस्थ रखने, हड्डियों को मजबूत करने, एनीमिया का उपचार करने और कोलेरेक्टल कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं को दूर करने में होते हैं।
बेसन की रोटी सेहत के लिए फायदेमंद होती है, यह बात हम सभी जानते हैं. बेसन की रोटी के फायदे के तौर पर यह देखा जाता है कि इसमें कितने पोषक तत्व पाये जाते हैं. बेसन की रोटी फॉर वेट लॉस सबसे अधिक सर्च किया जाता है. इसका मुख्य कारण यह है कि बेसन की रोटी में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. प्रोटीन और फाइबर युक्त फूड वेट लॉस के लिए सबसे ज्यादा कारगर होते हैं. बेसन की रोटी डायबिटीज रोगियों के लिए भी फायदेमंद होती है. आइए जानते हैं बेसन की रोटी के फायदे के बारे में..
बेसन की रोटी के फायदे
हेल्द के हिसाब से देखा जाए तो बेसन की रोटी के फायदे अनेक हैं. डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने में बेसन की रोटी फायदे मंद होती है. शरीर में अगर आयरन की कमी से ब्लड सेल्स कम हैं तो बेसन की रोटी के फायदे मिलते हैं. इसके अलाव बेसन की रोटी वेट लॉस में काफी मददगार होती है. आइए जानते हैं अन्य फायदों के बारे में.
वजन कम करने के लिए
डाइट में बेसन की रोटी शामिल करना लाभ देने वाला होता है. जब बेसन की रोटी फॉर वेट लॉस के लिए उपयोग की जाती है, तो इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा के कारण ऐसा किया जाता है. डाइट एक्पर्ट्स की मानें तो इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा के साथ बहुत कम कैलोरी होती है जो वजन कम करने में मदद करती है.जो लोग अपना वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं उन्हें अपने आहार में बेसन को शामिल करना चाहिए। क्योंकि बेसन खाने के लाभ वजन कम करने में प्रभावी पाए गए हैं। चूंकि बेसन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए इसमें कैलौरी की मात्रा भी कम होती है। यही कारण है कि बहुत से फिटनेस सलाहकार बेसन को प्रमुख आहार के रूप में खाने की सलाह देते हैं। भारत में बेसन का उपयोग सत्तू के रूप में भी किया जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी कम होती है जो प्रोटीन से भरपूर होता है। इसके अलावा बेसन में फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है जो अधिक वजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इस तरह से बेसन के फायदे वजन कम करने के लिए भी जाने जाते हैं।
डायबिटीज में बेसन की रोटी के फायदे
मधुमेह के रोगियों के लिए बेसन की रोटी फायदेमंद होती है. बेसन की रोटी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार होता है. मधुमेह के रोगी अन्य रोटियों का सेवन बहुत ज्यादा नहीं कर सकते हैं. डायबिटीज रोगियों के लिए बेसन की रोटी के फायदे अनेक हैं.हम अपने आहार में बेसन का कई प्रकार से उपयोग कर सकते हैं। बेसन खाने के फायदे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। बेसन को बहुत ही कम ग्लाइसेमिक स्तर के लिए जाना जाता है जो उच्च मधुमेह वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है। ऐसा माना जाता है बेसन की रोटी खाने के फायदे मधुमेह रोगी के लिए बहुत अधिक होते हैं। आप बेसन के पराठे भी खा सकते हैं। आप बेसन के कुछ आटे को भून सकते हैं और इसमें मसालों के साथ फ्राई करके उपभोग कर सकते हैं। यह आपके शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने का सबसे अच्छा और पौष्टिक तरीका हो सकता है।
शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की अधिक होने की वजह से हृदय रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. बैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल की बीमारी होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है. बेसन की रोटी के फायदे में यह भी एक बहुत बढ़ा फायदा है.
बेसन की रोटी बेनिफिट्स फॉर हार्ट
आप अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए बेसन का उपयोग कर सकते हैं। बेसन में घुलनशील फाइबर होता है जो आपके हृदय स्वास्थ्य को लंबे समय तक बनाए रखता है। इसलिए कहा जाता है कि बेसन की रोटी बेनिफिट्स फॉर हार्ट। बेसन में ऐसे बहुत से घटक होते हैं तो रक्त वाहिकाओं को आराम दिलाने के साथ ही आपके हृदय की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। बहुत से हार्ट सर्जन रोगी को बेसन का सेवन करने की सलाह भी देते हैं। हृदय रोगियों के लिए बेसन खाने के फायदे उनके जीवन को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
बेसन की रोटी के फायदे खून बढ़ाने के लिए
चने के आटे या बेसन की रोटी के फायदे एनीमिया के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। बेसन शरीर की थकान, अधिक वजन और लोहे की कमी जैसी समस्याओं का प्रभावी ढंग से इलाज कर सकता है। जानकारों के अनुसार नियमित रूप से बेसन की अनुशंसित मात्रा का सेवन करने से एनीमिया या खून की कमी जैसे लक्षणों को दूर किया जा सकता है। बेसन थियामिन का अच्छा स्रोत होता है जिसके कारण यह आपको पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा दिलाने में सक्षम है।
बेसन के गुण कमजोरी दूर करे
चने को पीसकर बेसन प्राप्त किया जाता है जिसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है। इस तरह से बेसन का नियमित सेवन कर शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा बेसन में फोलेट भी होता है जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने में प्रभावी होता है। यदि आप भी अपने शरीर को कमजोर महसूस कर रहे हैं तो अपने नियमित आहार में शामिल कर बेसन के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
बेसन का उपयोग स्वस्थ गर्भावस्था के लिए
उन महिलाओं के लिए भी बेसन के फायदे होते हैं जो गर्भवती हैं। क्योंकि बेसन में फोलेट और आयरन दोनों की उच्च मात्रा होती है जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही आवश्यक हैं। गर्भावस्था के दौरान बेसन का सेवन करने से यह महिलाओं की कमजोरी को भी दूर करने में सहायक होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद फोलेट बच्चे के तंत्रिका विकास में सहायक होता है। बेसन में कैल्शियम भी होता है जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हड्डियों को मजबूत रखने का अच्छा विकल्प है। इस तरह से गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए बेसन खाने के फायदे होते हैं।
बेसन के फायदे स्तन कैंसर से बचाये
स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए बेसन में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण होते हैं। इन्हीं गुणों में कैंसर रोधी गुण भी शामिल है। इसलिए बेसन के फायदे स्तन कैंसर जैसी गंभीर समस्या के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। हालांकि बेसन में कैंसर रोधी गुण आंशिक रूप से होते हैं। बेसन में सैपोनिन्स नामक फाइटोकेमिल होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह ट्यूमर के विकास की संभावना को भी कम करते हैं। नियमित रूप से महिलाओं द्वारा बेसन का सेवन करने से यह ऑस्टियोपोरोसिस से रक्षा करता है। रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में स्तन कैंसर को रोकने वाले हार्मोन को उत्तेजित करने में भी बेसन के पोषक तत्व अहम भूमिका निभाते हैं।
रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक
जानकारों का मानना है कि बेसन का सेवन करने के फायदे रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बेसन में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। यह आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने और बहुत सी हृदय संबंधी समस्याओं को रोकने में प्रभावी होता है। जो लोग हृदय रोग से ग्रसित हैं उन्हें नियमित रूप से बेसन का सेवन करना चाहिए क्योंकि बेसन के गुण हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
बेसन का इस्तेमाल सूजन को कम करे
एक अध्ययन के अनुसार बेसन में सूजन रोधी गुण होते हैं। इसलिए बेसन का इस्तेमाल सूजन को कम करने के लिए किया जा सकता है। बेसन में सेलेनियम, पोटेशियम, विटामिन ए और और विटामिन बी भी होते हैं। ये सभी घटक सूजन संबंधी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं। यदि आप भी सूजन संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें साथ ही विकल्प के रूप से बेसन का सेवन कर सकते हैं।
बेसन के नुकसान-
बेसन बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर कर सकता है। लेकिन विशेष परिस्थितियों और शारीरिक क्षमता के अनुसार बेसन खाने नुकसान भी हो सकते हैं। जो एलर्जी का कारण बन सकते हैं।
बहुत से लोगों को चने के बेसन या चने से बने उत्पादों का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जिनमें पेट की ऐंठन, दस्त, आंतों की गैस आदि समस्या हो सकती है। इसके अलावा अधिक मात्रा में बेसन का सेवन करने से दस्त, कब्ज और पेट दर्द आदि भी हो सकता है।
बहुत से लोग बेसन और च
हिन्दू मंदिरों और मुक्ति धाम को सीमेंट बैंच दान का सिलसिला
दामोदर चिकित्सालय शामगढ़ के आशु लाभकारी उत्पाद
प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने से पेशाब रुकावट की कारगर हर्बल औषधि
सेक्स का महारथी बनाने वाले आयुर्वेदिक नुस्खे
आर्थराइटिस(संधिवात),गठियावात ,सायटिका की तुरंत असर हर्बल औषधि
सिर्फ आपरेशन नहीं ,किडनी की पथरी की १००% सफल हर्बल औषधि
तिल्ली बढ़ जाने के आयुर्वेदिक नुस्खे
बैड कोलेस्टॉल को कम करने में बेसन की रोटी के फायदे
शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की अधिक होने की वजह से हृदय रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. बैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल की बीमारी होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है. बेसन की रोटी के फायदे में यह भी एक बहुत बढ़ा फायदा है.
बेसन खाने के फायदे बेहतर नींद के लिए
क्या आप अनिद्रा या नींद की समस्या से परेशान हैं। यदि ऐसा है तो बेसन को अपने आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। अच्छी नींद को बढ़ावा देने में बेसन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बेसन के फायदे इसमें मौजूद 3 प्रमुख घटकों के कारण होते हैं। ये घटक हैं अमीनो एसिड, ट्रिप्टोफैन और सेरोटोनिन। ट्रिप्टोफैन आपके मस्तिष्क को शांत करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा सेरोटोनिन नींद को उत्तेजित करने में सहायक होते हैं। इसलिए ही बेसन खाने के फायदे आपकी नींद को बेहतर बनाने और आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं।
बेसन की रोटी बेनिफिट्स फॉर हार्ट
आप अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए बेसन का उपयोग कर सकते हैं। बेसन में घुलनशील फाइबर होता है जो आपके हृदय स्वास्थ्य को लंबे समय तक बनाए रखता है। इसलिए कहा जाता है कि बेसन की रोटी बेनिफिट्स फॉर हार्ट। बेसन में ऐसे बहुत से घटक होते हैं तो रक्त वाहिकाओं को आराम दिलाने के साथ ही आपके हृदय की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। बहुत से हार्ट सर्जन रोगी को बेसन का सेवन करने की सलाह भी देते हैं। हृदय रोगियों के लिए बेसन खाने के फायदे उनके जीवन को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
बेसन की रोटी के फायदे खून बढ़ाने के लिए
चने के आटे या बेसन की रोटी के फायदे एनीमिया के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। बेसन शरीर की थकान, अधिक वजन और लोहे की कमी जैसी समस्याओं का प्रभावी ढंग से इलाज कर सकता है। जानकारों के अनुसार नियमित रूप से बेसन की अनुशंसित मात्रा का सेवन करने से एनीमिया या खून की कमी जैसे लक्षणों को दूर किया जा सकता है। बेसन थियामिन का अच्छा स्रोत होता है जिसके कारण यह आपको पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा दिलाने में सक्षम है।
बेसन के गुण कमजोरी दूर करे
चने को पीसकर बेसन प्राप्त किया जाता है जिसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है। इस तरह से बेसन का नियमित सेवन कर शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा बेसन में फोलेट भी होता है जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने में प्रभावी होता है। यदि आप भी अपने शरीर को कमजोर महसूस कर रहे हैं तो अपने नियमित आहार में शामिल कर बेसन के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
बेसन का उपयोग स्वस्थ गर्भावस्था के लिए
उन महिलाओं के लिए भी बेसन के फायदे होते हैं जो गर्भवती हैं। क्योंकि बेसन में फोलेट और आयरन दोनों की उच्च मात्रा होती है जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही आवश्यक हैं। गर्भावस्था के दौरान बेसन का सेवन करने से यह महिलाओं की कमजोरी को भी दूर करने में सहायक होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद फोलेट बच्चे के तंत्रिका विकास में सहायक होता है। बेसन में कैल्शियम भी होता है जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हड्डियों को मजबूत रखने का अच्छा विकल्प है। इस तरह से गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए बेसन खाने के फायदे होते हैं।
बेसन के फायदे स्तन कैंसर से बचाये
स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए बेसन में विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण होते हैं। इन्हीं गुणों में कैंसर रोधी गुण भी शामिल है। इसलिए बेसन के फायदे स्तन कैंसर जैसी गंभीर समस्या के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। हालांकि बेसन में कैंसर रोधी गुण आंशिक रूप से होते हैं। बेसन में सैपोनिन्स नामक फाइटोकेमिल होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह ट्यूमर के विकास की संभावना को भी कम करते हैं। नियमित रूप से महिलाओं द्वारा बेसन का सेवन करने से यह ऑस्टियोपोरोसिस से रक्षा करता है। रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में स्तन कैंसर को रोकने वाले हार्मोन को उत्तेजित करने में भी बेसन के पोषक तत्व अहम भूमिका निभाते हैं।
रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक
जानकारों का मानना है कि बेसन का सेवन करने के फायदे रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बेसन में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। यह आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने और बहुत सी हृदय संबंधी समस्याओं को रोकने में प्रभावी होता है। जो लोग हृदय रोग से ग्रसित हैं उन्हें नियमित रूप से बेसन का सेवन करना चाहिए क्योंकि बेसन के गुण हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
बेसन का इस्तेमाल सूजन को कम करे
एक अध्ययन के अनुसार बेसन में सूजन रोधी गुण होते हैं। इसलिए बेसन का इस्तेमाल सूजन को कम करने के लिए किया जा सकता है। बेसन में सेलेनियम, पोटेशियम, विटामिन ए और और विटामिन बी भी होते हैं। ये सभी घटक सूजन संबंधी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं। यदि आप भी सूजन संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें साथ ही विकल्प के रूप से बेसन का सेवन कर सकते हैं।
बेसन के नुकसान-
बेसन बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर कर सकता है। लेकिन विशेष परिस्थितियों और शारीरिक क्षमता के अनुसार बेसन खाने नुकसान भी हो सकते हैं। जो एलर्जी का कारण बन सकते हैं।
बहुत से लोगों को चने के बेसन या चने से बने उत्पादों का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जिनमें पेट की ऐंठन, दस्त, आंतों की गैस आदि समस्या हो सकती है। इसके अलावा अधिक मात्रा में बेसन का सेवन करने से दस्त, कब्ज और पेट दर्द आदि भी हो सकता है।
बहुत से लोग बेसन और च
ने के प्रति संवेदनशील होते हैं। ऐसे लोगों को बेसन का सेवन करने से बचना चाहिए।
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हिन्दू मंदिरों और मुक्ति धाम को सीमेंट बैंच दान का सिलसिला
दामोदर चिकित्सालय शामगढ़ के आशु लाभकारी उत्पाद
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सिर्फ आपरेशन नहीं ,किडनी की पथरी की १००% सफल हर्बल औषधि
तिल्ली बढ़ जाने के आयुर्वेदिक नुस्खे