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4.12.23

मालकांगनी जड़ी बूटी के फायदे और नुकसान




  भारत देश में सालों से आयुर्वेद का इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सा के तौर पर किया जाता रहा है। इसके पीछे का कारण है यहां मौजूद अनगिनत जड़ी बूटियां, जिनका इस्तेमाल कई शारीरिक समस्याओं के इलाज के लिए फायदेमंद माना जाता है। मालकांगनी भी उन्हीं में से एक है।
 मालकांगनी  एक जड़ी बूटी है, जिसके बीज, फल, जड़, पत्ते आदि इस्तेमाल में लाए जाते हैं। मालकांगनी का सेवन सेहत को कई लाभ पहुंचाता है। क्योंकि मालकांगनी औषधीय गुणों से भरपूर होता है, मालकांगनी का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी दूर होती है। क्योंति मालकांगनी में सोडियम, मैग्नीशियम, एल्यूमीनियम, पोटेशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, आयरन, कॉपर, तांबा जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिहाज से काफी फायदेमंद साबित होते हैं।
 स्वास्थ के लिए मालकांगनी के फायदे कई सारे हैं। यहां हम उन्हीं फायदों के बारे में क्रमवार तरीके से बताने वाले हैं, लेकिन उससे पहले हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि मालकांगनी को किसी भी गंभीर समस्या का संपूर्ण इलाज समझने की भूल न करें।

मस्तिष्क के लिए लाभकारी





मालकांगनी को दिमाग के लिए बेहद लाभकारी माना गया है। इस पर हुए शोध में साफ तौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि मस्तिष्क संबंधी समस्याओं के इलाज और सीखने एवं याददाश्त को बढ़ाने के लिए मलकांगनी का उपयोग कई सालों से किया जाता रहा है । दरअसल, आयुर्वेद के अनुसार ज्योति का मतलब होता है ज्ञानोदय, और मती का अर्थ होता है मस्तिष्क की कार्यप्रणाली। बताया जाता है कि यह मध्य गुण यानी स्मृति शक्ति में सुधार करता है। इसके पीछे नूट्रोपीक  संज्ञानात्मक कार्य में सुधार करने वाला प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है
इसके अलावा, मालकांगनी में सेडेटिव  दिमाग को शांत करने वाला  गुण भी मौजूद होता है। यही वजह है कि मालकांगनी की जड़ों और बीजों से बने काढ़े को ब्रेन टॉनिक के रूप में जाना जाता है। यही नहीं, ज्योतिषमति को सिरदर्द की समस्या और अवसाद की समस्या को भी कम करने में लाभकारी माना गया है

गठिया में उपयोग





नर्वस सिस्टम के लिए भी मालकांगनी के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, ज्योतिषमती के बीज से निकाले गए तेल को केंद्रीय तंत्रिका तंत्र  बेहद प्रभावी माना गया है। इस पर हुए शोध बताते हैं कि इसके पाउडर का इस्तेमाल पानी के साथ मिलाकर तंत्रिका संबंधी विकारों के इलाज के किया जा सकता है । इसके अलावा, मालकांगनी के तेल पर हुए एक अन्य शोध में यह पाया गया है कि मलकंगनी का तेल एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदर्शित कर सकता है, जो हाड्रोजन प्रोक्साइड  के खिलाफ न्यूरोनल कोशिकाओं पर एक सुरक्षात्मक प्रभाव दिखा सकता है

आंखों के लिए

मालकांगनी का उपयोग आंखों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि अगर आप मालकांगनी के तेल से पैर के तलवों की मालिश करते हैं, तो इससे आंख संबंधी समस्या दूर होती है और आंखों की रोशनी  भी तेज होती है।


संक्रमण के लिए

मालकांगनी के फायदे संक्रमण से बचाव के लिए भी देखे जा सकते हैं। इससे संबंधित शोध में बताया गया है कि मालकांगनी में एंटी बैक्टीरियल गुण (बैक्टीरिया से लड़ने वाला) के साथ-साथ एंटी वायरल (संक्रमण से लड़ने वाला) गुण भी मौजूद होते हैं . इस आधार पर यह माना जा सकता है कि संक्रमण से बचाव के लिए मालकांगनी का उपयोग फायदेमंद हो सकता है।

गठिया में उपयोग

गठिया  की शिकायत होने पर जोड़ों में दर्द और सूजन की शिकायत हो जाती है, जिसकी वजह से उठने- बैठने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अगर आप मालकांगनी का सेवन करते हैं, तो यह काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि मालकांगनी के अर्क में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

मासिक धर्म विकार के लिए

महिलाओं को मासिक धर्म के समय काफी दर्द और ऐंठन की शिकायत रहती है, इसलिए ऐसे में अगर महिलाएं मालकांगनी के सूखे पत्तों का सेवन करती हैं, तो इससे दर्द और ऐंठन की शिकायत से काफी हद तक छुटकारा मिलता है।

बालों के लिए





मालकांगनी तेल के उपयोग में बालों की देखभाल भी शामिल है। इससे संबंधित एक शोध में बताया गया है कि मालकांगनी तेल का उपयोग गुजरात में बालों की देखभाल के लिए किया जाता रहा है। मालकांगनी तेल के उपयोग से बालों को सिल्की बनाए रखने में मदद मिल सकती है .इसके अलावा, एक अन्य शोध से यह पता चलता है कि बालों को सफेद होने से बचाने के लिए मालकांगनी बीज के फायदे भी देखे जा सकते हैं। इसके लिए खीर के साथ घी में ऊबला हुआ मालकांगनी के बीज का सेवन करने की सलाह दी जाती है। बताया जाता है कि इसके सेवन से बालों के समय से पहले सफेद होने की समस्या को कम किया जा सकता है

दर्द से राहत पाने के लिए

दर्द से राहत पाने के लिए भी मालकांगनी के बीज लाभ देखे जा सकते हैं। बताया जाता है कि मालकांगनी के बीज का तेल शरीर पर लगाने से बदनदर्द से राहत मिल सकती है। साथ ही यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखने में भी मददगार साबित हो सकता है। यही नहीं, जोड़ों में दर्द की समस्या में भी मालकांगनी तेल के लाभ देखे जा सकते हैं .इसकी पीछे का कारण इसमें मौजूद एनालेजेसिक यानी दर्द से राहत दिलाने वाले गुण को जिम्मेदार माना जा सकता है

त्वचा के लिए-





मालकांगनी के तेल का उपयोग त्वचा  के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि मालकांगनी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एजिंग गुण पाए जाते है, इसलिए अगर आप त्वचा पर मालकांगनी के तेल का उपयोग करते हैं, तो इससे झुर्रियों की शिकायत दूर होती है।

फिस्टुला के लिए

शरीर के दो अंगों को जोड़ने वाले अप्राकृतिक और असामान्य जोड़ को फिस्टुला कहा जाता है। यह किसी चोट, सर्जरी, सूजन या संक्रणम के कारण हो सकता है, जो शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है . ऐसे में मालकांगनी तेल का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है। इससे संबंधित एक शोध में साफतौर से बताया गया है कि फिस्टुला में मालकांगनी तेल लगाने से आराम मिल सकता है 

मालकांगनी के नुकसान

1- गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) को मालकांगनी का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
2- मालकांगनी का अधिक मात्रा में सेवन उल्टी (Vomiting) का कारण बन सकता है।

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