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28.3.24

अश्वगंधा, ,कौंच के बीज, शतावरी,सफ़ेद मूसली के पाउडर मिलाकर लेने से यौन स्वास्थ्य में जबरदस्त फायदा




आयुर्वेद में किसी भी बीमारी का इलाज करने के लिए जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है। इन्हीं में अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीज भी शामिल हैं। वैसे तो इन सभी के अपने-अपने औषधीय गुण होते हैं, जो बीमारियों का इलाज करने में मदद करते हैं। लेकिन आप चाहें तो अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करने के लिए अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच को एक साथ मिलाकर भी ले सकते हैं। आप इन सभी को पाउडर के रूप में ले सकते हैं। इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है।
अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच बीज पाउडर के फायदे

. पौरुष स्वास्थ्य में सुधार करे


जिन पुरुषों को यौन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं, उनके लिए अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीज फायदेमंद हो सकते हैं। इन सभी को एक साथ मिलाकर लेने से पुरुषों के स्पर्म काउंट में वृद्धि हो सकती है, साथ ही उनकी गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है। इसके अलावा अगर आपको यौन स्वास्थ्य से जुड़ी कोई अन्य समस्या है, तो भी रात को अश्वगंधा शतावरी सफेद मूसली और कौंच के बीजों का सेवन कर सकते हैं।

तनाव कम करे

अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली और कौंच के बीजों का मिश्रण तनाव को भी कम करने में मदद कर सकता है। दरअसल, अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं और सेलुलर डैमेज को रोकते हैं। इससे कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर कम होता है और तनाव को कम करने में मदद मिलती है। अगर आप तनाव या चिंता में रहते हैं, तो इस मिश्रण को दूध के साथ ले सकते हैं। इससे आपको रिलैक्स महसूस होगा और नींद भी अच्छी आएगी।

वजन बढ़ाने में फायदेमंद

जो लोग दुबले-पतले और कमजोर हैं, उनके लिए भी अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीजों का पाउडर काफी फायदेमंद हो सकता है। इन कॉम्बिनेशन को रात को सोते समय दूध के साथ लेने से आपकी मांसपेशियों का तेजी से विकास हो सकता है। इससे मसल्स गेन होती है और वजन बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है।
शारीरिक कमजोरी दूर करे

अगर आपको हर समय थकान और कमजोरी महसूस होती है, तो आप अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीजों का पाउडर ले सकते हैं। रोजाना इस मिश्रण को लेने से आपको पूरी ताकत मिलेगी। कमजोरी और थकान दूर होगी। इसके लिए आप इसका सेवन लगातार एक महीने तक कर सकते हैं।
अश्वगंधा सफेद मूसली शतावरी कौंच के बीज का सेवन कैसे करें?आप अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीजों का एक साथ सेवन कर सकते हैं।
इसके लिए आप इन सभी का अलग-अलग पाउडर बना लें।
अब आधा-आधा चम्मच सभी को दूध में डालें और पी लें।
 आप अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और कौंच के बीजों के पाउडर को रात को सोते समय ले सकते हैं।
अश्वगंधा, शतावरी, सफेद मूसली और कौंच के बीजों की तासीर गर्म होती है। इसलिए आपको इनका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए। अगर आपकी पित्त प्रकृति है, तो इनका सेवन करने से बचना चाहिए। वहीं गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इनका सेवन आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
कौंच के बीजों को पौरुषता वृद्धि करने के लिए आयुर्वेद में विशेष स्थान प्राप्त है , यह शत प्रतिशत परिणाम देने वाली औषधि है। यह पुरुष जननांगों को बचपन में हस्तमैथुन से होने वाली कमजोरी को ही दूर नहीं करता बल्कि सीमन को मजबूत , उसमें शुक्राणुओं की वृद्धि , नसों की कमजोरियों आदि में पौरुषटा संबंधी प्रत्येक असंतुलित समस्याओं को जड़ से समाप्त करने में सहायक हैं। किसी जानकार वैध जी की रेखदेख में इलाज हो तो कौंच बीजों के साथ अन्य रसायनों के मिश्रण से और असरदार दवा बनाई जाती है
 आयुर्वेद अनुसार कौंच बीज पौष्टिक, उत्तेजक, वाजीकरण एवं वातशामक होते हैं। इस का मुख्य उपयोग पुरुषों में वाजीकर और शुक्रवर्धक के रूप में होता है। वातव्याधि जैसे कंपवात, शरीरिक कमजोरी, मधुमेह में भी यह उपयुक्त है।
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