आजकल के नवयुवक यौनशक्ति की दुर्बलता के शिकार आसानी से हो रहे हैं | तनाव भरी ज़िन्दगी , जंक फ़ूड एवं तैलीय मसालेदार भोजन का अधिक प्रयोग , भोजन में पोषक तत्वों की कमी तथा सुस्त जीवन शैली के कारण हमारी यौन ऊर्जा कमजोर पड़ जाती है | कुछ लोग बचपन से ही गलत संगत में पड़कर अपनी यौन शक्ति को बर्बाद कर देते हैं और बाद में पछताते हैं | वीर्य का पतलापन , जननांग में शिथिलता , शरीर में उतेजना की कमी , स्वप्नदोष आदि लक्षण हमारे शरीर में यौन शक्ति की कमी को दिखाते हैं | अलोपेथिक दवाएं शुरआती फायदा पहुंचाती हैं परंन्तु आगे चलकर इनसे साइड इफेक्ट्स होते हैं | कुछ लोग तो भटक कर नशे का शिकार हो जाते हैं और अपनी ज़िन्दगी से खिलवाड़ करते हैं | प्रकृति प्रदत्त आयुर्वेदिक औषधियां ही इस रोग में उपयुक्त उपाय हैं |
उपचार एवं नुस्खे -
5-6 छुहारों को बारीक काट लें ,थोड़े काजू और बादाम भी ले लें और इनको दूध में मिश्री के साथ डालकर अच्छी तरह पकाएं | रोज रात को सोते समय यह प्रयोग करें | इसे काम शक्ति में इजाफा होता हैं |
गाजर
गाजर यौन शक्ति बढ़ाने में कारगर उपाय हैं | रोज सुबह शाम खाली पेट गाजर का जूस पियें | यौनशक्ति बढ़ेगी | अन्य प्रयोग में खाली पेट गाजर का मेवों से भरपूर एवं शुद्ध घी में बना हलवा खाएं और ऊपर से दूध पी लें | ये भी एक प्रभावकारी उपाय हैं |
असगंध
शकरकंदी का हलवा
शकरकंदी का हलवा देसी घी में बनाकर हर रोज नाश्ते में खाये इसके गुण सिंघाड़े के आटे के हलवे के बराबर है हर रोज खाने वाला व्यक्ति कभी भी शीघ्रपतन का शिकार नहीं होता
उड़द
उडद की दाल का शुद्ध घी में बना लड्डू खाएं | इसके ऊपर में दूध पी लें | इससे धातु पुष्ट होकर शक्ति प्राप्त होती हैं उड़द की दाल मे कामोत्तेजक गुण होते हैं, यह पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन और शीघ्रपतन की स्थिति में भी सुधार कर सकती हैं उड़द की दाल को आयुर्वेद में पुरुषों को खाने के लिए फायदेमंद बताया गया है। इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन, लो स्पर्म काउंट और मोटैलिटी जैसी समस्या दूर होती है।
सफेद मूसली
सफेद मूसली का चूर्ण एक-एक चम्मच सुबह-शाम फांक कर ऊपर से एक गिलास मिश्री मिला दूध पी ले यह प्रयोग 12 महीने करें यह प्रयोग करने से शरीर कभी भी प्रयोग नहीं होगा और बल वीर्य बढ़ेगा और यौन शक्ति बनी रहेगी
इमली के बीज
बनाने की विधि : 250 ग्राम इमली के बीज भाड़ में भुनवा लीजिये या घर पर ही भून लीजिये। फिर इनको कूटकर छिलका उतार ले। इसमें 250 ग्राम बुरा खांड मिला ले। इसके दो चम्मच नित्य प्रात: गर्म दूध से फंकी ले। यह स्वप्न दोष और मर्दाना शक्ति बढ़ाने में लाभदायक हैं। स्त्रियों का प्रदर भी इससे ठीक होता हैं।
चार दिन तक पानी में घोलकर रखे इसके बाद इनका छिलका हटाकर इसकी गिरी के दोगुने वजन के बराबर दो वर्ष पुराण गुड लेकर मिला ले अभी इनको पीसकर बराबर कर ले अभी इसकी छोटे बेर जितनी गोलिया बना ले और छाया में सुखा लीजिए सहवास करने से दो घंटे पहले पानी के साथ निगल ले |
धातु पोष्टिक नुस्खा है-
कोंच के बीज 250 ग्राम, ताल मखाना 100 ग्राम और मिश्री 350 ग्राम इन सबको अलग-अलग पीसकर चूर्ण कर ले और मिलाकर शीशी में भर ले सुबह-शाम इस चूर्ण को एक-एक चम्मच मिश्री वाले दूध के साथ पिए|
10.सफेद या लाल प्याज का रस, शहद, अदरक का रस, देसी घी 6 -6 ग्राम मिलाकर नित्य चाटे एक महीने के सेवन से नपुंसक भी शक्तिशाली हो जाता है नित्य करने से सेक्स पावर बहुत बढ़ जाती है|
शिलाजीत
शिलाजीत यौन शक्ति को बढ़ाने वाली अद्भुत औषधि हैं | 2 ग्राम शिलाजीत को गर्म दूध के साथ रात को रोज लें | यह यौनशक्ति तो बढाती ही हैं साथ में सारे यौन विकार भी दूर करती हैं |
पौरूष शक्ति को बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय
* हमेंशा सर्दी हो या गर्मी गुड का सेवन अवश्य करें।
* शरीर हमेंशा बलवान रहेगा यदि आप गरम दूध के साथ शतवारी का चूर्ण मिश्री के साथ लेते हैं।
* शरीर की थकान और शरीर को उर्जावान बनाने के लिए पांव के तलवों पर पानी की धार 10 मिनट तक डालें। निश्चित ही फायदा होगा।
*तुलसी के 2 पत्तों को हमेशा खाएं कभी बीमार नहीं पड़ोगे।
* सुबह और शाम गाय के दूध का सेवन करना चाहिए।
* पाचन शक्ति के लिए काली मिर्च, सूखा करी पत्ता, लौंग और सोंठ को पीसकर आधा चम्मच दूध के साथ मिलाकर सेवन करें ।
*ताकत और उर्जा पाने के लिए शिलाजीत को दूध के साथ हमेशा पींये।
* अश्वगंधा का सेवन दूध के साथ लेने से भी आपकी शक्ति बढ़ती है।
बेहतर रिश्तों के लिए आम-
गाजर-
गाजर वीर्य को गाढ़ा बनाता है। और इसके सेवन से मर्दों की कमजोरी दूर होती है।
शहद-
दूध के साथ शहद मिलाकर पीने से शरीर को बल मिलता है और यह नपुंसकता को भी दूरत करता है।
छुहारा-
रोज सुबह दूध में भिगोए हुऐ छुहारों को खाने से पुरूष शक्ति बढ़ती है।
नपुंसकता के रोगियों को आयुवेर्दिक उपायों के अलावा अन्य उपाय जैसे खुले मैदान में घूमना, किसी पार्क में घूमना, सूर्य उगने से पहले टहलना और नदी के किनारे घूमना आदि करना चाहिए। प्राकृतिक हवा और पानी आपके अंदर स्फूर्ति और ताकत पैदा करती है।
नपुंसकता के इलाज के लिए आप पांच ग्राम मिश्री के दानें और पांच ग्राम ईसबगोल की भूसी को रोज सुबह के समय खाएं और इसके उपर दूध पी लें। इस उपाय से शीध्रपतन और नपुंसकता दोनों दूर होती हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें