4.9.21

पेट के मरोड़ ,पेट दर्द और लूज मोशन के घरेलू उपचार :pet ke marod ke upchar


 

-आंत में किसी तरह का संक्रमण होने पर या घाव होने पर जब आंत की परतों में संकुचन होता है तो यह दर्द की उत्पत्ति करता है। यानी आपके पेट में मरोड़ उठती है। इसके साथ ही जब आप पॉटी के लिए प्रेशर लगाते हैं या आपकी मांसपेशियां मल को बाहर निकालने का कार्य करती हैं तो इस दौरान हुए संकुचन से भी तेज दर्द उठता है।
  पेट में दर्द व मरोड होने का कारण- पेट में दर्द कई प्रकार के रोगों के होने के कारण भी हो सकता है जैसे- पित्ताशय में पथरी, पेट में कोई जख्म होना, गुर्दे में पथरी, नाभि का अपने स्थान से हट जाने तथा कब्ज बनने के कारण।नाभि के आस-पास किसी तरह का रोग हो जाने के कारण भी पेट दर्द का रोग हो सकता है।


• आंतों में गैस भर जाने से भी यह रोग हो सकता है।
• पेट में किसी उत्तेजक पदार्थ के चले जाने के कारण भी यह रोग हो सकता है।
• जिगर, आंतों तथा भोजन नली में किसी जहरीले पदार्थ के पहुंच जाने के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है।
• जब कभी शरीर में दूषित द्रव्य शरीर के स्नायुओं पर अनावश्यक दबाव डालते हैं तब व्यक्ति के पेट में दर्द होने लगता है।
• जरूरत से ज्यादा भोजन करने के कारण भी पेट में दर्द होने लगता है।
• किसी दुर्घटना के कारण पेट में चोट लग जाने के कारण भी पेट में दर्द हो सकत• गुदाद्वार या आंतों में किसी प्रकार की सूजन हो जाने के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है।
  आजकल फास्टफूड और तैलीय भोजन खाने से कई बार पेट में मरोड़ उठने लगती है जो काफी परेशान करती है। इसी के साथ दस्त भी शुरू हो जाए तो इंसान की हालत पस्त हो जाती है। गलत खानपान के कारण हमारा पाचनतंत्र प्रभावित होता है और कई बार हमारे पेट में दर्द होने लगता है। इस दर्द का कारण पेट की गैस, अपच, एसिडिटी, कब्ज, पेट का फ्लू, फूड प्वायनिंग आदि हो सकती है। 

pet me dard marod ke upchar-

मेथी के बीज - 

मेथी पाचन के लिए फायदेमंद होती है और इसमें फाइबर की मात्रा भी खूब होती है इसलिए ये पेट की मरोड़ में फायदेमंद होती है। इसके लिए एक कटोरी में दही लेकर उसमे मेथी के दानों को पीसकर अच्छी तरह मिला लें। स्वाद के लिए थोड़ा सा काला नमक भी डाल सकते हैं। इस दही का सेवन करने से पेट की मरोड़ में लाभ मिलेगा।

मूली -

 मूली का प्रयोग मूली भी पेट में मरोड़ उठने पर फायदेमंद होती है। इसके लिए मूली को अच्छी तरह धुलकर छील लें और फिर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब इन टुकड़ों पर थोड़ा सा काला नमक या सेंधा नमक डालें और काली मिर्च छिड़क लें। इसे खाने से थोड़ी देर में ही पेट दर्द से आराम मिलेगा।

हींग भी है फायदेमंद -

 पेट में होने वाली मरोड़ के लिए हींग भी एक बेहतर उपाय है। इसके लिए दो ग्राम हींग को पीस लें और आधी ग्लास पानी के साथ इसे निगल लें। छोटे बच्चों को चम्मच से पिलाकर हींग का लेप नाभि पर करें। ऐसा करने से पेट में मरोड़ शांत हो जाती है।

ईसबगोल - 

ईसबगोल न सिर्फ दर्द बल्कि दस्त में भी राहत दिलाता है और ये आंतों की अच्छे से सफाई कर देता है। इसके लिए एक कटोरी दही में दो चम्मच ईसबगोल मिलाकर खाएं या किसी मिठाई को तोड़कर उसमें ईसबगोल मिला लें और खा लें।

अजवाइन का प्रयोग - 

अजवाइन पेट की मरोड़ और एसिडिटी को ठीक करती है। इसके सेवन से पेट की लगभग सभी बीमारियों में लाभ मिलता है। पेट में मरोड़ के लिए तवे पर अजवाइन भून लें। इसके बाद आप इसमें सेंधा नमक या काला नमक डालकर तीन ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करें। दिन में दो बार पीने से पेट में मरोड़ एकदम ठीक हो जाएगी।

आयुर्वेदिक घरेलु उपचार

★ रात को सोते समय रोगी व्यक्ति को पीतल के लोटे में पानी को भरकर रखना चाहिए और फिर सुबह के समय में उठते ही इस पानी को पी लेना चाहिए। ऐसा करने से शौच खुलकर आती है और पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
★ अदरक के 1 छोटे टुकड़े को मुंह में रखे और इसका रस चूसे, इससे पेट का दर्द में जल्द आराम मिलेगा। 1 से 2 चम्मच नींबू रस, 1 चम्मच अदरक का रस और थोड़ी सी चीनी मिला कर सेवन करने से पेट दर्द से तुरंत छुटकारा मिलता है।
★ नाभि पर अदरक के रस से मालिश करने पर भी पेट दर्द दूर होता है।
★ पेट में दर्द होने पर अजवाइन में थोड़ा सा नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने से पेट का दर्द होना तुरंत ठीक हो जाता है।
★ एक चम्मच कुटी हुई सौंफ को एक कप पानी में डालकर 10 मिनट के लिए उबालें। इसके बाद स्वादानुसार शहद मिलाकर सेवन करें। या फिर, खाना खाने के बाद दो चम्मच सौंफ को चबाकर खाएं। इससे आराम मिलेगा।
★ एक कप पानी में 2 चमच्च दही और एक चुटकी नमक मिलाये। अब इसमें 3 चमच्च धनिये के पत्तियों का रस और आधा चमच्च इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिलाये। खाना खाने के एक घंटे बाद इस खाए। इसके अलावा आप सादा दही का भी सेवन करेंगे तो आपको लाभ होगा।
★ जब रोगी के पेट में दर्द हो तो उस समय रोगी व्यक्ति को नींबू का रस निकालकर पानी में मिलाकर पीना चाहिए तथा उपवास रखना चाहिए। इससे रोगी के पेट का दर्द ठीक हो जाता है।

★पथरी होने से पेटदर्द -

 हो सकता है कि रोगी के पेट में दर्द पेट में पथरी रोग होने के कारण हो, इसलिए कुलथी की दाल को सुबह के समय में पानी में भिगोकर रख दें तथा शाम के समय में इसे पानी में पीसकर उस पानी को पी लें। इस प्रकार से प्रतिदिन प्रयोग करने से कुछ ही दिनों में हर प्रकार की पथरी गलकर शरीर से बाहर हो जाती है। जिसके परिणामस्वरूप पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
★ पेट दर्द मे हींग बहुत ही लाभकारी है। 5 ग्राम हींग थोडे पानी में पीसकर पेस्ट बनाएं। इसे नाभी पर और उसके आस पास लगायें फिर क़ुछ देर लेटे रहें। इससे पेट की गैस निकल जायेगी और दर्द में राहत मिलेगी ।

दस्त और मरोड़ का रामबाण इलाज

दस्त लगने पर पांच ग्राम जीरा ले और इसे भून कर पीस ले और दही या दही से बनी हुई लस्सी के साथ इसका सेवन करने पर कुछ ही देर में आराम मिल जाता है और अगर दस्त के साथ पेट में मरोड़ भी उठ रही हो तो जीरे के बराबर मात्रा में सौंफ भून कर दोनों को पीस ले और इसका एक चम्मच दिन में दो से तीन बार ले। पेट में उठने वाली मरोड़ और दस्त से तुरंत आराम पाने का ये रामबाण उपाय है।
*काली मिर्च के साथ एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच अदरक का रस लेने से भी लूज मोशन में राहत मिलती है। अदरक का छोटा टुकड़ा मुँह में रख कर कुछ देर चूसे, इस उपाय से दस्त में आराम मिलता है और पेट की मरोड़ शांत होती है। अदरक की चाय भी दस्त रोकने में मददगार है।

बच्चों के दस्त के घरेलू उपाय

जब पहली बार बच्चे के दाँत निकलते है तब दस्त और बुखार की समस्या हो जाती है। ऐसे में बच्चे के खाने पीने का ख्याल रखना ज़रूरी है। बच्चे को दस्त होने पर हल्का खाना खिलाए।
*मेथी और दही का सेवन करके भी पेट की मरोड़ को ठीक किया जा सकता है. यह एक बहुत ही सरल उपाय हैं, तथा इस उपाय को करने के लिए ज्यादा समय की भी आवश्यकता नही हैं. इसके लिए एक कटोरी में दही लेकर उसमे मेथी के दानों को पीसकर अच्छी तरह मिला लें. अब इस दही का सेवन करें. दही का सेवन करने से पेट की मरोड़ में लाभ होगा.
*कई बार जादा गर्मी लगने या फिर शरीर में नमक की कमी होने से बच्चों को डायरिया हो जाता है। ऐसी स्थिति में पानी में थोड़ा नमक घोल कर बच्चे को पिलाए।
* दूषित खाने से भी बच्चे को दस्त लग जाते है, इसलिए बच्चे को साफ़ सुथरा फुड ही खिलाए।

पेचिस की बीमारी

पेचिस की बीमारी को दूर करने के लिए काफी ऐसे उपाय हैं, जिनका उपयोग हम पेट की मरोड़ को ठीक करने के लिए भी कर सकते हैं. जिस प्रकार ताजी लस्सी और बेलगिरी के गुद्दे को मिलाकर पीने से पेचिस का रोग ठीक हो जाता हैं. ठीक उसी प्रकार पेट की मरोड़ को ठीक करने के लिए भी बेलगिरी के गुद्दे और ताजी लस्सी का प्रयोग किया जाता हैं. बेलगिरी का प्रयोग करने से पेट की मरोड़ में जल्दी ही आराम हो जाता है. लस्सी और बेलगिरी के मिश्रण को पीने से पेट की मरोड़ तो खत्म हो ही जाएगी, इसके साथ ही इससे पेट को ठंडक भी मिलेगी. क्योंकि बेलगिरी और लस्सी दोनों ही ठंडे प्रदार्थ हैं. गर्मी के दिनों में लोग इन दोनों का सेवन करना अधिक पसंद करते हैं.
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