फल स्वास्थ्य के लिए हर तरह से फायदेमंद हैं। वैसे तो सभी तरह के फल सेहत के लिए बेहतर काम करते हैं लेकिन खट्टे फलों को सेहत के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। खट्टे फल जैसे संतरे, अंगूर, आम, अनानास और नींबू के नियमित सेवन से कई समस्याओं से से राहत मिल सकती है।
खट्टे फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
इनमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और यौगिकपाए जाते हैं। इसके अलावा यह फाइबर, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन के भी बेहतर स्रोत हैं। खट्टे फलों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स (फाइटोन्यूट्रिएंट्स) जैसे कैरोटेनॉयड्स, फ्लेवोनोइड, पॉलीफेनोल भी होते हैं, जो पौधों की मदद करने के अलावा एक अनूठा रंग और गंध भी रखते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण भी होते हैं जो शरीर में कोशिकाओं की रक्षा करने और कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं।
खट्टे फल (Citrus Fruits) रुटेशियस जीनस से संबंधित पेड़ और पौधों से निकलते हैं। इनकी खास बात ये है कि इनमें साइट्रिक एसिड की मात्रा हाई होती है और आमतौर पर ये रसदार और मांसल गूदा वाले होते हैं। खट्टे फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। जो लोग वजन घटाना चाहते हैं और हाई कैलोरी खाने से बचना चाहते हैं, उनके लिए खट्टे फल बहुत फायदेमंद है। जैसे कि एक मध्यम आकार के नारंगी में लगभग 60 से 80 कैलोरी होती है, जबकि एक कटोरी अंगूर में लगभग 90 कैलोरी होती है। साथ ही इनमें सरल कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज, सुक्रोज और फ्रुक्टोज भी पाए जाते हैं। खट्टे फलों में पाए जाने वाले आहार फाइबर में पेक्टिन होता है जो कोलेस्ट्रॉल से बांधता है और इसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
संतरा
संतरा विटामिन ए, बी, सी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फोस्फोरस और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है। ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो कि इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ शरीर को मौसमी बीमारी से बचाते हैं।
अंगूर
अंगूर भी स्वाद में थोड़े खट्टे होते हैं। ये इम्यूनिटी बूस्टर है और विभिन्न प्रकार के रोगों से आपको बचाता है। दरअसल अंगूर में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है जो कि इम्यूनिटी बढ़ाने का गुण भी रखता है। इसलिए एक स्ट्रांग इम्यून सिस्टम के लिए अपनी डायट में अंगूर को जरूर शामिल करें।
कीनू
कीनू संतरा जैसा होता है पर इसका रंग संतरे से थोड़ा ज्यादा गहरा होता है। साथ ही साइज में भी ये संतरे से थोड़ा छोटा होता है। कीनू शरीर में सूजन को कम करने में सहायक है और फाइन रेडिकल्स के नुकसानों से शरीर को बचाता है। इसके अलावा ये कोशिकाओं के विकास को भी बढ़ावा देते हैं।
विटामिन सी से भरपूर आंवला
आंवले में कई ऐसे न्यूट्रिशंस पाए जाते हैं, जो सर्दी के मौसम में बेहद फायदा देते हैं। विटामिन सी बॉडी के इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाता है, तो वहीं इसमें पाए जाने वाले ऐंटि-ऑक्सीडेंट बॉडी में मौजूद केमिकल्स को बाहर निकलने में मदद करते हैं। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ ही यह एनीमिया से भी बचाता है। 50-50 ग्राम के दो आंवलें अगर आप रोजाना लेंगे, तो आप 0.5 ग्राम प्रोटीन, 13.7 ग्राम कार्बोहाइट्रेट, 58 ग्राम कैलरी, 1.2 मिलीग्राम आयरन पा सकते हैं।
मौसंबी
मौसंबी खाना आपने मुंह के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। दरअसल, ये मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं और स्कर्वी जैसे बीमारियों के लक्षणों को कम करते हैं।
चकोतरा
चकतोरा नींबू जैसा ही एक फल होता है, पर खट्टे प्रजातियों के फलों में सबसे कम खट्टा और थोड़ा ज्यादा मीठा होता है। चकोतरा का जूस पीने से शरीर में कैल्शियम, पोटेशियम और फॉस्फोरस की कमी नहीं होती है। ये पाचन संबंधी परेशानियों को कम करता है।
खट्टे फल के फायदे-
अगर आप वजन को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो खट्टे फल खाने चाहिए। यह पाचन को बेहतर करते हैं और पेट को लंबे समय तक भरे रहने में मदद करते हैं। इसके अलावा, खट्टे फल भी कैलोरी में कम होते हैं।
यह गुर्दे की पथरी के विकास के जोखिम को कम कर सकता है। गुर्दे की पथरी के कारणों में से एक कम मूत्र साइट्रेट है लेकिन नियमित रूप से फल और सब्जियां खाने से विशेष रूप से खट्टे फल मूत्र साइट्रेट के स्तर को बढ़ा सकते हैं। जिससे किडनी में पथरी होने का खतरा कम हो जाता है।
कुछ प्रकार के कैंसर को रोकने में मदद मिल सकती है कई अध्ययनों से संकेत मिलता है कि खट्टे फल कुछ कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इसके अलावा, खट्टे फल कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं। नई कैंसर कोशिकाओं के निर्माण को रोकने में मदद करता है और साथ ही कार्सिनोजेन्स की क्रिया को बाधित करने में मदद करता है प्रतिरक्षा प्रणाली के काम को बढ़ावा देने में मदद करता है।
यह दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। खट्टे फलों में पोटेशियम भी हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। और स्ट्रोक के साथ-साथ मस्तिष्क को पोषण देने में मदद करें साइट्रस में क्वेरसेटिन नामक फ्लेवोनॉइड्स पुरानी सूजन के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं।
लो कैलोरी
खट्टे फलों में कैलोरी की मात्रा कम होती है इसलिए कोई भी व्यक्ति इसे खा सकता है। सबसे ज्यादा ये वजन घटाने वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। इसलिए अगर आप वजन घटाना चाहते हैं, तो अपने खाने में खट्टे फलों को जरूर शामिल करें।
फाइबर से भरपूर
घुलनशील फाइबर बोवल मूवमेंट को विनियमित करने में मदद करता है। ये पेट को साफ करने और कब्ज जैसी परेशानियों से बचाए रखने में मदद करता है। इसलिए अगर आपको कब्ज की परेशानी है, तो आपको खट्टे फलों को खाना चाहिए।
शरीर का पीएच बैलेंस करता है
खट्टे फल हमारे शरीर के प्रोसेस को तेज करने में मदद करते हैं। ये गुर्दे की पथरी की स्थिति को करने में मदद करते हैं। खट्टे फल या उनका रस गुर्दे की प्रणाली को क्षारीय करने में मदद करता है, जिससे शरीर का पीएच बदलता है और गुर्दे में पथरी की परेशानी को कम करता है।
पथरी में लाभदायक
खट्टे फल का सेवन पथरी की समस्या से आराम पाने में भी किया जा सकता है। माना जाता है कि मूत्रवर्धक (Diuretic) पथरी से बचाव करने में मदद कर सकते हैं । ऐसे में खट्टे फल के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार शुद्ध नींबू के रस में ड्यूरेटिक प्रभाव मौजूद होते हैं, जो मुत्रस्त्राव को बढ़ावा देने में मदद कर सकते है और इससे पथरी का जोखिम कुछ हद तक कम हो सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है
कोलेजन बढ़ाता है
विटामिन सी कोलेजन उत्पादन में मदद करता है। कोलेजन हमारे बालों की त्वचा और नाखूनों में सबसे व्यापक रूप से पाया जाने वाला प्रोटीन है। जब हमारी उम्र बढ़ने लगती है, तो शरीर में कोलेजन उत्पादन कम होने लगता है। जिससे बालों और त्वचा में बदलाव आता है। इसलिए विटामिन सी का सेवन बालों और त्वचा आदि को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
कैल्शियम से भरपूर है
खट्टे फल अन्य पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से शरीर में अवशोषित करने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए कैल्शियम, कैटेचिन के अवशोषण में विटामिन सी बहुत फायदेमंद हैं। इसके अलावा ये आयरन के अवशोषण में सहायक होते हैं जो हमारे रेड ब्लड सेल्स को बेहतर बनाता है।
खट्टे फल पोटेशियम से भरपूर होते हैं
खट्टे फल पोटेशियम से भरपूर होते हैं, जो कि आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। पोटेशियम मांसपेशियों के संकुचन, द्रव विनियमन आदि के लिए अच्छा है। साथ पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
हृदय को रखे स्वस्थ
कई शोधों के आधार पर यह माना गया है कि फ्लेवोनोइड से समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन करने से हृदय रोग से बचने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये ब्लड लिपिड, ब्लड ग्लूकोज एवं रक्त वाहिकाओं की कार्यप्रणाली (Vascular Function) पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। सिट्रस फ्रूट में फ्लेवोनोइड पाया जाता है, इसलिए कहा जा सकता है कि ये खास फल हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते हैं। वहीं, नींबू की खास प्रजाति काफिर लाइम के छिलके में मौजूद एथनॉलिक अर्क, कीमोथेरेपी (एक प्रकार का कैंसर ट्रीटमेंट) के दौरान कार्डियोप्रोटेक्टिव (हृदय को क्षति से बचाने वाला गुण) प्रभाव प्रदर्शित कर सकता
पानी की कमी से बचाते हैं
खट्टे फल शरीर में हाईड्रेशन की स्थिति को बनाए रखने में मदद करते हैं क्योंकि इनमें 80-90 प्रतिशत तक पानी होता है। आप इसका जूस पिएं या आप इन्हें खाएं, ये शरीर में पानी की कमी नहीं होने देंगे।
बालों के लिए खट्टे फल के फायदे
खट्टे फल और उनमें मौजूद विटामिन-सी के फायदे सेहत और त्वचा तक ही सीमित नहीं है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले हेयर लोस से बचाने में मदद कर सकते हैं । इसके लिए नींबू के रस का उपयोग किया जा सकता है। बालों की जड़ों में नींबू का रस लगा लें। 15 से 20 मिनट रखने के बाद बालों को शैम्पू से धो लें।
पार्किंसंस और अल्जाइमर से बचाते हैं
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि खट्टे फलों का सेवन संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता है जिससे, पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसे मानसिक रोगों के खतरे को कम होता है। यह क्वैरसेटिन नामक एक फ्लेवनॉइड से भी भरपूर है, जो कि शरीर में पुरानी सूजन को कम करने में फायदेमंद है।
खट्टे फलों का सेवन करने का सबसे अच्छा समय सुबह का नाश्ता या दिन का लंच है। जूस के रूप में इनका सेवन करना भी बहुत फायदेमंद है पर अगर आप जूस में शुगर इनटेक को कम करना चाहते हैं, तो इसे ऐसे ही खाएं। तो, सर्दियों के दौरान अपनी डाइट में इन खट्टे फलों को शामिल करें और इनके इन तमाम स्वास्थ्य लाभों का फायदा उठाएं।
मस्तिष्क के लिए सिट्रस फल के फायदे
ऑक्सीडेटिव तनाव शरीर के लिए कई तरह से नुकसानदायक होता है और इसके ऐसे ही नुकसानों में एक नाम न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग (दिमाग से जुड़े विकारों) का भी शामिल है। इनसे बचने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध हो, जैसे खट्टे फल। दरअसल, खट्टे फलों में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स शरीर पर न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव (दिमाग से जुड़े रोगों से बचने के लिए) डाल सकते हैं। इनके इन गुणों के कारण खट्टे फलों को दिमाग को स्वस्थ बनाए रखने वाले खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है ।
खट्टे फल एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं
कई रोग या स्वास्थ्य स्थितियां मुक्त कणों के बेअसर न होने के कारण होती हैं। खट्टे फलों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर और चेहरे को तनाव से लड़ने में मदद करते हैं और फाइन रेडिकल्स में कमी लाते हैं।
आंखों के लिए सिट्रस फल के फायदे
खट्टे फल विटामिन-सी से समृद्ध होते हैं और यह शरीर के लिए कई तरह से लाभदायक हो सकता है। आंखों के लिए विटामिन-सी के फायदों की बात करें तो यह प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो आंखों को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचाने में मदद कर सकता है। इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आंखों की मेटाबॉलिक दर ज्यादा होती है, जिसके कारण इन्हें सामान्य से अधिक एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा की जरूरत होती है। इसके अलावा, विटामिन-सी आंखों में अन्य एंटीऑक्सीडेंट, जैसे विटामिन-ई को रीजेनरेट करने में भी मदद कर सकता है
विटामिन से भरपूर होते हैं
खट्टे फल विशेष रूप से विटामिन सी में उच्च होते हैं। ये पोटेशियम और फास्फोरस से भी भरपूर होते हैं, जो कि आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके कारण आप मौसमी बीमारियों से आसानी से लड़ सकते हैं।
त्वचा के लिए खट्टे फल के फायदे
यह तो आप जान ही चुके हैं कि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है। विटामिन सी के फायदे यह हैं कि ये एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाली क्षति से बचा सकता है। फ्री रेडिकल्स के कारण त्वचा पर उम्र से पहले झुर्रियां और महीन रेखाएं दिख सकती हैं। इन सभी से त्वचा को बचाने में खट्टे फल लाभदायक हो सकते हैं । इसके लिए रात को सोने से पहले रूई की मदद से नींबू के रस को चेहरे पर लगाएं। लगभग तीन से पांच मिनट रखने के बाद चेहरा धो लें। जिनकी त्वचा संवेदनशील है, वो यह उपाय न करें
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