8.12.20

पित्ताशय की पथरी (Gallstones) का रामबाण हर्बल उपचार

 



 अस्सी फीसदी पित्त की थैली की पथरी कोलेस्ट्रॉल (cholestrol) के जमने या सख्त होने के कारण होती है। पित्त की पथरी के कारण पेट में असहनीय दर्द होता है, कई बार उल्टी (vomit) भी हो सकती है। रोगी का खाना पचने में दिक्कत होने लगती है जिससे पेट में अपच (indigestion) और भारीपन रहता है।
पित्त की थैली में पथरी होने के बारे में यही कहा जाता है कि बिना ऑपरेशन के इसे निकालना मुश्किल है। ऐसे में यदि आपको गॉल ब्लेडर स्टोन की शिकायत है तो जाहिर है आपने भी ऑपरेशन का विचार बनाया होगा, लेकिन ऑपरेशन से पहले कुछ घरेलू उपाय अपनाकर देखें, संभव है कि पथरी गल जाए। कुछ घरेलू उपाय न केवल पथरी को गला देंगे बल्कि पाचन को दुरूस्त करके दर्द को भी ठीक कर देंगे।
*ध्यान देने योग्य है कि लगभग८०% पथरी कोलेस्ट्रोल तत्व से ही बनती हैं।वैसे तो यह रोग किसी को भी और किसी भी आयु में हो सकता है लेकिन महिलाओं में इस रोग के होने की सम्भावना पुरुषों की तुलना में लगभग दूगनी हुआ करती है।
*पित्त लिवर में बनता है और इसका भंडारण गाल ब्लाडर में होता है।यह पित्त वसायुक्त भोजन को पचाने में मदद करता है। जब इस पित्त में कोलेस्ट्रोल और बिलरुबिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है,तो पथरी निर्माण के लिये उपयुक्त स्थिति बन जाती है। प्रेग्नेन्सी,मोटापा,मधुमेह,,अधिक बैठे रेहने की जीवन शैली, तेल घी अधिकता वाले भोजन,और शरीर में खून की कमी से पित्त पथरी रोग होने की सम्भावना बढ जाती है।

दो या अधिक बच्चों की माताओं में भी इस रोग की प्रबलता देखी जाती है।
*अब मैं कुछ आसान घरेलू उपचार प्रस्तुत कर रहा हूं जिनका उपयोग करने से इस भंयकर रोग से होने वाली पीडा में राहत मिल जाती है और निर्दिष्ट अवधि तक इलाज जारी रखने पर रोग से मुक्ति मिल जाती है

*सेब का जूस और सेब का सिरका - 

सेब में पित्त की पथरी को गलाने का गुण होता है, लेकिन इसे जूस के रूप में सेब के सिरके के साथ लेने पर यह ज्यादा असरकारी होता है। सेब में मौजूद मैलिक एसिड  पथरी को गलाने में मदद करता है तथा सेब का सिरका लिवर में कोलेस्ट्रॉल नहीं बनने देता, जो पथरी बनने के लिए जिम्मेदार होता है। यह घोल न केवल पथरी को गलाता है बल्कि दोबारा बनने से भी रोकता है और दर्द से भी राहत देता है।
उपचार के लिए- एक गिलास सेब के जूस में, एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं। इस जूस को रोजाना दिन भर में दो बार पीएं।

* नाशपाती का जूस- 

नाशपाती के आकार की पित्त की थैली को नाशपाती द्वारा ही साफ किया जाना संभव है। नाशपाती में मौजूद पैक्टिन (pectene) कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को बनने और जमने से रोकता है। यूं भी नाशपाती गुणों की खान है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
उपचार- एक गिलास गरम पानी में, एक गिलास नाशपाती का जूस और दो चम्मच शहद (honey) मिलाकर पीएं। इस जूस को एक दिन में तीन बार पीना चाहिए।

* चुकंदर, खीरा और गाजर का जूस-

जूस थेरेपी को पित्त की थैली के इलाज के लिए घरेलू उपचारों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। चुकंदर न केवल शरीर का मजबूती देता है बल्कि गॉल ब्लेडर को साफ भी करता है साथ ही लिवर के कोलोन (colon) को भी साफ करता है। खीरा में मौजूद ज्यादा पानी की मात्रा लिवर और गॉल ब्लेडर दोनों को डिटॉक्सीफाई (detoxify) करती है। गाजर में भी विटामिन सी और उच्च पोषक तत्व होने के कारण यही गुण होते हैं।
उपचार-
एक चुकंदर, एक खीरा और चार गाजर को लेकर जूस तैयार करें। इस जूस को प्रतिदिन दो बार पीना है। जूस में प्रत्येक सामग्री की मात्रा बराबर होनी चाहिए, इसलिए सब्जी या फल के साइज के हिसाब से मात्रा घटाई या बढ़ाई जा सकती है।

*पुदीना -
 

पुदीना को पाचन के लिए सबसे अच्छी घरेलू औषधि (home remedy) माना जाता है जो पित्त वाहिका तथा पाचन से संबंधित अन्य रसों को बढ़ाता है। पुदीना में तारपीन (terpenes) भी होता है जो कि पथरी को गलाने में सहायक माना जाता है। पुदीने की पत्तियों से बनी चाय गॉल ब्लेडर स्टोन से राहत दे सकती है।

उपचार-
]
पानी को गरम करें, इसमें ताजी या सूखी पुदीने के पत्तियों को उबालें। हल्का गुनगुना रहने पर पानी को छानकर इसमें शहद मिलाएं और पी लें। इस चाय को दिन में दो बार पीया जा सकता है।
*खान-पान और दिनचर्या में बदलाव 
*रोजाना 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीएं। चाहे प्यास न भी लगी हो।
*वसायुक्त या तेज मसाले वाले खाने से बचें।
*प्रतिदिन कॉफी जरूर पीएं। बहुत ज्यादा भी नहीं लेकिन दिन में एक से दो कप काफी हैं। कॉफी भी पित्त वाहिका को बढ़ाती है जिससे पित्त की थैली में पथरी नहीं होती।
*अपने खाने में विटामिन सी की मात्रा बढाएं। दिनभर में जितना ज्यादा संभव हो विटामिन सी से भरपूर चीजें खाएं।
*हल्दी, सौंठ, काली मिर्च और हींग को खाने में जरूर शामिल करें।
*गाजर और ककडी का रस प्रत्येक १०० मिलिलिटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पीयें। अत्यन्त लाभ दायक उपाय है।
*नींबू का रस ५० मिलिलिटर की मात्रा में सुबह खाली पेट पीयें। यह उपाय एक सप्ताह तक जारी रखना उचित है।
*सूरजमुखी या ओलिव आईल ३० मिलि खाली पेट पीयें।इसके तत्काल बाद में १२० मिलि अंगूर का रस या निम्बू का रस पीयें। यह ईलाज कुछ हफ़्तों तक जारी रखने पर अच्छे परिणाम मिलते हैं।
* नाशपती का फ़ल खूब खाएं। इसमें पाये जाने वाले रसायनिक तत्व से पित्ताषय के रोग दूर होते हैं।
*विटामिन सी याने एस्कोर्बिक एसिड के प्रयोग से शरीर का इम्युन सिस्टम मजबूत बनता है।यह कोलेस्ट्रोल को पित्त में बदल देता है। ३-४ गोली नित्य लें।
*पित्त पथरी रोगी भोजन में प्रचुर मात्रा में हरी सब्जीयां और फ़ल शामिल करें। ये कोलेस्ट्रोल रहित पदार्थ है।
*तली-गली,मांस,मसालेदार चीजों का परहेज जरुरी है।
*शराब,चाय,काफ़ी एवं शकरयुक्त पेय हानिकारक है।
* एक बार में ज्यादा भोजन न करें। ज्यादा भोजन से अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रोल निर्माण होगा जो हनिकारक है।
* दूध से बनी चीजें ना लें | रेशे वाली वस्तुएँ भोजन में शामिल करने की चिंता करें |अंकुरित अनाज,ताजे फल,सब्जियां,और इसबगोल की भूसी उपयोग करें|
* विटामिन सी ३००० एम जी याने ५०० एम जी की २-२ गोली दिन में ३ बार लें|
* विटामिन ई ६०० iu रोजाना लें |
*विटामिन डी ४०० iu प्रतिदिन लें|
* उक्त उपचार अपनाकर गाल ब्लाडर की २-३ एम एम साईज तक की पथरी से मुक्ति मिल जाती है। पित्त पथरी के आपरेशन में गाल ब्लाडर को हटा दिया जाता है जिसके दुष्परिणाम जीवन भर भुगतने पड़ते हैं |
पथ्य - जौ, मूंग की छिलके वाली दाल, चावल, परवल, तुरई, लौकी, करेला, मौसमी, अनार, आंवला,
मुनक्का ग्वारपाठा, जैतून का तेल आदि। भोजन सादा बिना घी-तेल वाला तथा आसानी से पचने वाला करें
और योगाभ्यास करें।

विशिष्ट परामर्श-




सिर्फ हर्बल चिकित्सा ही पित्ताशय मे पथरी में सफल परिणाम देती है| दामोदर चिकित्सालय रजिस्टर्ड 98267-95656 द्वारा निर्मित हर्बल औषधि से बड़ी Gallstone में भी आश्चर्यजनक फायदा होता है| मरीज आपरेशन की त्रासदी से बच जाता है| पथरी का भयंकर दर्द जो बड़े अस्पतालों मे महंगे इंजेक्शन से भी बमुश्किल काबू मे आता है ,इस हर्बल औषधि की  कुछ ही  खुराक लेते ही आराम लग जाता है |
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12.11.20

कब्ज के उपचार -kabj ke upchar

 


कब्ज मिटाने के सरल उपचार (Health) : सम्पूर्ण शारीरिक स्वस्थय के लिए पेट का तंदुरूस्त होना बहुत जरूरी है। यह शरीर का बहुत महत्वपूर्ण भाग है अगर पेट में किसी तरह की कोई गड़बड़ी हो तो यह और भी बहुत सी बीमारियों को न्यौता देने जैसा ही होगा | बहुत से लोग अक्सर पेट साफ न होना यानि कब्ज की शिकायत करते रहते हैं। इसका कारण पाचन क्रिया में गड़बड़ी के अलावा खान-पान का सही न होना है। कई बार हमारा गलत लाइफस्टाइल भी हमारे पेट पर बहुत बुरा असर दालता है। ज्यादा समय तक लगातार कब्ज की बीमारी से पीडित रहने पर त्वचा पर भी इसका असर दिखाई देने लगता है। इसेे चेहरे का कुदरती निखार खोना शुरू हो जाता है। इसके अलावा भूख न लगना,पेट की गैस,बेचैनी आदि की वजह भी पेट ही है। कब्ज मिटाने के सरल उपचार आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। 

कब्ज के कारण

कब्ज होने के बहुत से कारण हो सकते है लेकिन पेट से जुड़ी परेशानी होने पर इसका सही समय पर इलाज करवाना बहुत जरूरी है। इसके कुछ कारण निम्नांकित है |

1. पानी का प्रयोग कम करना
2. तले हुए भोजन का अधिकांश मात्रा में सेवन 
3. वजन घटाने के लिए अनुचित डाइटिंग करना
4. मेटाबॉलिजम का कम होना
5. पेन किलर का अधिकांश सेवन
6. लगातार एक ही जगह पर बैठे रहना
7. एक ही प्रकार का भोजन खाना 

कब्ज दूर करने के आसान घरेलू उपाय


1. गर्म पानी,नींबू और कैस्टर ऑयल का प्रयोग 

सुबह खाली पेट एक कप गर्म पानी में आधा नींबू निचोड़ कर इसमें एक छोटा चम्मच आरंडी यानि कैस्टर ऑयल डाल कर पी लें। इसे पीने के 15-20 मिनट बाद पेट साफ हो जाएगा। इसके अलावा रात को सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध में 2-4 बूंद कैस्टर ऑयल की डालकर पीएं। इससे सुबह पेट आसानी से साफ हो जाएगा।  

2. शहद का प्रयोग त्रिदोष नाशक है 

रात को एक कप दूध में एक चम्मच शुद्ध शहद डालकर रोजाना पीएं। सेवन करने से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और पेट भी तंदुरूस्त रहेगा। 

3. काला नमक वातानुलोमक होता है 

सुबह खाली पेट आधे नींबू के रस में काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन कर लें। इससे पेट से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाएगी। 

4. त्रिफला कब्ज ठीक करने का सबसे आच्छा विकल्प 

रात को एक लिटर पानी में 20 ग्राम त्रिफला भिगोकर रखें। सुबह इस पानी को छानकर पी लें, ऐसा करने से कुछ ही दिनों में पुरानी कब्ज से भी छुटकारा मिल जाएगा। इसको गुनगुना करकर एक चम्मच शहद भी मिला सकते हैं |

5. पपीता कब्ज नाशक है इसमें बीटामिन डी , ए एवं सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है-

पपीता में विटामिन डी भरपूर मात्रा में होता है। खाने में टेस्टी होने के साथ-साथ यह पेट के लिए भी बहुत लाभकारी है। रोजाना दिन में एक बार पके हुए पपीते का सेवन करें। पका हुआ अमरूद खाने से भी कब्ज से राहत मिलती है। 

6. अंजीर कब्ज का काल 

सूखी अंजीर को रात के समय पानी में भिगोकर रखा दें और सुबह इसे चबाकर खाएं। इसके साथ दूध भी पी सकते हैं। 5-6 दिन इसका सेवन करने से कब्ज दूर हो जाएगी।
 

7. पालक करे कब्ज का नाश 

पालक की सब्जी या इसके जूस की अपनी डाइट में शामिल करें। इससे कब्ज से छुटकारा मिलेगा और सेहत भी अच्छी रहेगी।
8. सुबह उठकर प्रतिदिन खाली पेट, 4 से 5 काजू, उतने ही मुनक्का के साथ मिलाकर खाने से भी, कब्ज की शिकायत समाप्त हो जाती है। इसके अलावा रात को सोने से पहले 6 से 7 मुनक्का खाने से भी कब्ज ठीक हो जाता है।

कब्ज से ऐसे पाएं छुटकारा-

1. शीतलपेय से दूर रहें। भरपूर पानी पिएं।
2. गर्म खाना खाएं। हल्का गर्म पानी पीना चाहिए और अच्छी तरह पकी सब्जियां ही खाएं।
3. सोने से पहले गर्म दूध में एक चम्मच घी डालकर पिएं।
4. कब्ज होने पर चाय या कॉफी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
5. व्हाइट ब्रेड और मैदायुक्त पकवान न खाएं।
6. मांस का सेवन न करें।
7. वसायुक्त भोजन का त्याग करें।
8. फास्ट फूड्स, बर्गर, और पिज्जा खाने से बचें क्योंकि इनमें पोषक तत्व नहीं होते तथा मैदा और वसा काफी मात्रा में होती है जिससे शरीर में पानी कम हो जाता है जिससे परेशानी और बढ़ सकती है।
9. नशीली चीजों, ध्रूमपान आदि का ज्यादा सेवन न करें।
10. ज्यादा मसालेदार भोजन न करें। फल और रेशेदार भोजन लें।
11. भोजन करने के बाद तुरंत न सोएं। इससे कब्ज की समस्या पैदा होगी या बढ़ जाएगी।

▪आयुर्वेदिक उपचार-

कब्ज नियंत्रित करने के लिए हरीतकी (हरड़), विभीतकी (बेहड़ा), एरंड (अरंडी), दशमूल क्वाथ, त्रिफला चूर्ण आदि का अभयारिष्ट आदि का प्रयोग किया जाता है।
▪कब्ज ठीक करने के घरेलू उपाय-
▪नित्य रात्रि में सोते समय नाभि में गाय के देशी घी की दो बूंदे लगाकर हल्की मालिश करने से पेट की समस्याएँ दूर होती है, कब्ज में भी आराम मिलता है।
▪ 20 ग्राम त्रिफला रात को 1/2 लीटर पानी में भिगोकर रख दीजिए। सुबह उठने के बाद शौच जाने से पहले त्रिफला को छानकर उस पानी को पियें और फिर थोड़ा सा टहल भी लें । इससे थोड़ी ही देर में पेट बिलकुल साफ़ हो जाएगा और इस उपाय को लगातार करने से कुछ ही दिनों में कब्‍ज की शिकायत पूरी तरह से दूर हो जाएगी।
▪रात को सोने से पहले एक चम्‍मच शहद को एक गिलास पानी के साथ मिलाकर नियमित रूप से पीने से कब्‍ज बिलकुल दूर हो जाता है।
▪ सुबह उठने के बाद नींबू के रस को काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से पेट साफ रहता है।
▪ प्रतिदिन प्रातःकाल बिना कुछ खाए चार पाँच दाने काजू, 5 दाने मनुक्का के साथ खाने से भी कब्ज में अवश्य ही लाभ होता है।
▪दूध या पानी के साथ रात में सोते वक्‍त इसबगोल की भूसी लेने से भी कब्‍ज शीघ्र ही समाप्‍त होता है।
▪ हर रोज रात में हर्र के बारीक चूर्ण को कुनकुने पानी के साथ लेने से कब्‍ज दूर होता है ।
▪ पका हुआ बेल फल कब्ज के लिये बहुत ही लाभदायक है। इसे पानी में उबालकर, मसलकर इसका रस निकालकर लगातार 15 दिन तक पियें। कब्ज दूर हो जाएगी ।
▪किशमिश को पानी में कुछ देर तक भिगो कर रखे, इसके बाद इसे पानी से निकालकर खा लीजिए। नियमित रूप से इसका सेवन करने से जल्द ही कब्ज दूर हो हो जाता है।
▪ प्रतिदिन अमरुद, पपीता, नींबू और अंगूर को अपने आहार में शामिल करें इससे भी कब्ज में बहुत फायदा होता है ।
 कब्ज में गरिष्ठ, बासी व बाजार के खुले, तले भुने खाद्य पदार्थों से दूर रहे । चाय, कॉफी, धूम्रपान व नशीली वस्तुओं से भी दूर रहे ।
▪कब्ज से बचने के लिए सूर्योदय से पूर्व बिस्तर अवश्य ही छोड़ दें। सुबह कुछ देर टहलने, नियमित व्यायाम वा योगासन की अवश्य ही आदत डालें।
 अंजीर को रात भर पानी में डालकर भिगो कर रखे , इसके बाद सुबह उठकर इसको खाने से कब्‍ज की शिकायत दूर होती है।
▪कच्चा पालक खाने या पालक के रस के सेवन से भी कब्ज समाप्त होता है। एक गिलास पालक का रस रोज पीने से पुरानी से पुरानी कब्ज भी मिट जाती है।
 रात को सोते समय एक गिलास दूध में 1-2 चम्मच घी मिलाकर पीने से भी कब्ज रोग का समाप्त होता है।
▪ अलसी के बीज के सेवन से भी कब्ज़ में बहुत आराम मिलता है। अलसी के बीज को सुबह नाश्ते में दलिया अथवा कॉर्नफ्लेक्स के साथ मिलाकर खा सकते हैं अथवा 20 - 25 ग्राम अलसी के बीज को सुबह गर्म पानी के साथ खाएं, इससे कब्ज पास तक नहीं फटकती है ।
▪ तांबे के लोटे को रात में 4 गिलास पानी से भरकर उसमें एक चाँदी का टुकड़ा या चाँदी का सिक्का डाल दें| प्रात: शौच जाने से पहले इस पानी को पालथी मारकर पीने से कब्ज दूर होती है, पेट के समस्त रोगो से बचाव होता है | इस उपाय को नियम से करते रहने से बालो का झड़ना रुकता है, बाल असमय सफ़ेद नहीं होते है, आँखों की रौशनी बढ़ती है।
▪ 100 ग्राम सौंफ को पीस लें फिर इसमें 20 ग्राम पिसा काला नमक और 10 ग्राम पिसी काली मिर्च मिला लें । इस चूर्ण को नित्य रात में सोने से पहले गुनगुने पानी से लें । इससे पेट ठीक रहता है ,कब्ज बिलकुल भी नही होती है ।
▪ कब्ज को जड़ से मिटाने के लिए नित्य खाली पेट गाजर खाएं या उसका जूस पियें। गाजर के सेवन से पेट साफ रहता है , गाजर आँतो से खुरच खुरच कर मल को निकाल डालती है । गाजर के सेवन से पेट के सभी रोग जैसे गैस, अपच आदि भी दूर होते है।

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11.11.20

सेब का सिरका ,शहद,अदरक ,हल्दी मिलाकर सेवन करने के फायदे

 


सेब का सिरका सेहत से लेकर त्वचा तक सभी को फायदा पहुंचाता है। मगर यदि आप सेब के सिरके में शहद, अदरक का रस और हल्दी मिला लें, तो इससे मिलने वाले फायदे और भी दोगुने हो जाते हैं। आइए जानते हैं सेब के सिरके में शहद, अदरक का रस और हल्दी मिलाकर पीने से मिलने वाले फायदे.

पहले जानते हैं एप्पल साइडर ड्रिंक बनाने का तरीका...

पानी - 1 कप
सेब का सिरका - 1 टीस्पून
शहद - 1 टेबलस्पून
अदरक का रस - 1 चम्मच
हल्दी पाउडर - 1 चुटकी

 

गैस पर 1 कप पानी को गर्म होने के लिए रख दें। उसके बाद उसमें अदरक का रस और हल्दी डाल दें। ध्यान रखें पानी को लगातार चलाते रहें। कप में शहद और सेब का सिरका डाल लें। 2 मिनट तक पानी को उबालें और थोड़ा ठंडा होने के बाद कप में डाल लें। आपकी हेल्दी और बीमारियां दूर रखने वाली ड्रिंक तैयार है। आप चाहें तो इसे ठंडा करके भी पी सकते हैं।

फायदे...


वजन कम करने में मददगार


तीनों चीजों को इकट्ठा पीने से आपकी भूख पर कंट्रोल रहता है। खासतौर पर शहद में मौजूद Peptide YY आपके पाचन तंत्र को तंदरूस्त करके भूख लगने वाले हार्मोन्स को कंट्रोल में रखता है।


जी मचलाना


कई बार मां बनने वाली औरत का मन खराब होता है, ऐसे में सेब के सिरके में शहद और अदरक का रस मिलाकर पीने से लाभ मिलता है। जिन लोग की कीमोथेरेपी हो रही है या फिर किसी भी अन्य वजह से जी घबराए तो आप सेब के सिरके को आधा गिलास गुनगुने पानी में डालकर 1 चम्मच शहद  और अदर का रस डालकर पिएं। मन घबराना ठीक हो जाएगा।


लिवर की करे सफाई


सेब का सिरका शरीर में मौजूद टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करता है। शरीर से सारी गंदगी बाहर निकालने का काम लिवर का होता है, जिसमें सेब का सिरका, शहद और हल्दी उसकी मदद करते हैं। अगर आप हर रोज सुबह सेब के सिरके में ह्लदी और शहद मिलाकर पिएं तो आपका लिवर हमेशा अच्छे से काम करेगा।


इंटेस्टाइन के लिए बेहतरीन ड्रिंक


आपके गट का हेल्दी रहना बहुत जरूरी है। इन चारों चीजों का मिश्रण आपके गट की लाइफ बढ़ने में मदद करता है, यह बॉडी में गुड बैक्टीरिया को जन्म देता है। जो आपकी आंतों की सफाई में शरीर की मदद करता है।


घुटनों का दर्द या आर्थराइटिस


अदरक का रस शरीर के जोड़ों में पैदा होने वाली सूजन को कम करने में मदद करता है। आर्थराइटिस की समस्या में यह आपके लिए एंटी-इंफलेमेंटरी का काम करता है, जिससे शरीर में सूजन को आराम मिलता है। अदरक का रस जोड़ों में पैदा होने वाली दर्द में भी राहत देता है, उसी तरह हल्दी भी एंटी-बायोटिक का काम करती है।


बैक्टीरिया से लड़ने में करता है मदद


इन तीनों चीजों का मिश्रण पेट में किसी भी तरह की इंफेक्शन नहीं होने देता। यह बॉडी की इम्यून पॉवर को स्ट्रांग करके शरीर को रोगों से लड़ने और बचने में मदद करता है।


डायबिटीज का खतरा करे कम


आज हर वर्ष पूरी दुनिया में 1.4 मिलियन लोग डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं। खाने से पहले इस ड्रिंक को लेने से यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में मदद करती है, खासतौर पर जब आपके भोजन में कार्बस की मात्रा अधिक हो। टाइप -1 डायबिटिक पेशेंट्स के लिए इस ड्रिंक का सेवन बहुत ही फायदेमंद सिद्ध हुआ है।