विटामिन डी की (vitamin d deficiency) कमी पर कई हेल्थ एक्सपर्ट्स हमें धूप में बैठने की सलाह देते हैं. इसकी कमी से न सिर्फ हमारी हड्डियों पर असर पड़ता है बल्कि हमारी इम्यूनिटी, मांसपेशियां भी कमजोर होती हैं. लेकिन सवाल ये बनता है कि आखिर धूप में किस समय बैठने से विटामिन डी की सही मात्रा हमारे शरीर को मिलेगी. अगर आप भी इससे अनजान है तो यहां आप जानेंगे धूप में बैठने का सही समय और विटामिन डी पूरा करने के और भी कई तरीके जो आपके शरीर को दिलाएगा और भी कई फायदे.
शरीर में धूप से विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आपको हर मौसम में सुबह 8 बजे लेकर 11 बजे तक बैठना चाहिए. ये वो समय होता है जब धूप की रौशनी बहुत तेज नहीं होती और हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिलती है. आपको बता दें कि गर्मी में 20- 25 मिनट और सर्दी में लगभग 2 घंटे की धूप सेंकना फयदेमंद माना जाता है.
विटामिन डी प्रदान करता है
स्वाभाविक रूप से विटामिन डी की अनुशंसित दैनिक खुराक प्राप्त करना सुबह के सूर्य का उपयोग करने के प्रमुख लाभों में से एक है. ज्यादातर भारतीयों में विटामिन डी की कमी होती है, जो शरीर को फ्लू सहित कई प्रकार की बीमारियों और संक्रमणों से बचाने और हेल्दी बोन्स और दांतों को बनाए रखने के लिए जरूरी है. सूर्य के संपर्क में आने की प्रतिक्रिया में मानव शरीर द्वारा विटामिन डी का उत्पादन किया जाता है.
नींद में सुधार करता है
नींद को बढ़ावा देने के लिए आपके शरीर द्वारा उत्पादित हार्मोन मेलाटोनिन जरूरी है. शोध के अनुसार, सुबह-सुबह एक घंटे की प्राकृतिक रोशनी मिलने से आपकी नींद में सुधार होगा. अपने शरीर को निर्देश देकर कि कब अधिक और कम मेलाटोनिन का उत्पादन करना है, सूरज की रोशनी आपके सर्कैडियन रिदम को कंट्रोल करती है.
विटामिन डी प्रदान करता है
स्वाभाविक रूप से विटामिन डी की अनुशंसित दैनिक खुराक प्राप्त करना सुबह के सूर्य का उपयोग करने के प्रमुख लाभों में से एक है. ज्यादातर भारतीयों में विटामिन डी की कमी होती है, जो शरीर को फ्लू सहित कई प्रकार की बीमारियों और संक्रमणों से बचाने और हेल्दी बोन्स और दांतों को बनाए रखने के लिए जरूरी है. सूर्य के संपर्क में आने की प्रतिक्रिया में मानव शरीर द्वारा विटामिन डी का उत्पादन किया जाता है.
नींद में सुधार करता है
नींद को बढ़ावा देने के लिए आपके शरीर द्वारा उत्पादित हार्मोन मेलाटोनिन जरूरी है. शोध के अनुसार, सुबह-सुबह एक घंटे की प्राकृतिक रोशनी मिलने से आपकी नींद में सुधार होगा. अपने शरीर को निर्देश देकर कि कब अधिक और कम मेलाटोनिन का उत्पादन करना है, सूरज की रोशनी आपके सर्कैडियन रिदम को कंट्रोल करती है.
सर्दी में अगर आप धूप सेंकते है तो आपका चेहरा भी ग्लो करता है. साथ ही अगर आपको जुकाम, बुखार हो रहा हो तो धूप सेंकने से ये भी ठीक हो जाएगा. धूप सेंकने से आपका इम्यून सिस्टम काफी मजबूत रहता है, अगर आपके शरीर की इम्यूनिटी मजबूत रहेगी तो जाहिर तौर पर आप किसी भी बीमारी से लड़ने मे सक्षम रहेंगे. सर्दी के मौसम में वैसे भी बीमारी जल्दी पकड़ करती है.
कैंसर को रोक सकता है
विडंबना यह है कि अगर सही तरीके से न किया जाए तो सनबाथिंग कैंसर पैदा करने के साथ-साथ कैंसर को भी रोक सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि विटामिन डी की कमी लेवल और सर्वाइकल कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है. सूर्य के संपर्क में आने पर मानव त्वचा द्वारा विटामिन डी के तीव्र लेवल का उत्पादन किया जा सकता है. इसलिए कुछ कैंसर को रोकने के लिए त्वचा पर कोई लोशन या तेल लगाए बिना हर दिन धूप में समय बिताना जरूरी
हड्डियों को मजबूत बनाता है
बाहर रहना विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे बड़ा और सरल तरीका है. धूप के संपर्क में आने पर हमारा शरीर विटामिन डी का निर्माण करता है. अगर आपकी त्वचा गोरी है, तो हर दिन 15 मिनट धूप में रहना काफी है.
अवसाद में सुधार हो सकता है
धूप में समय बिताने के बाद अवसाद के लक्षणों में कमी देखी जा सकती है. हार्मोन सेरोटोनिन जो मूड में भी सुधार कर सकता है और शांति की भावनाओं को बढ़ावा दे सकता है, सूर्य के प्रकाश द्वारा जारी किया जाता है. बाहर समय बिताने से शायद बिना अवसाद के भी मूड में सुधार हो सकता है
हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मददगार
हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए धूप सेंकना बेहद फायदेमंद होगा. यह देखा गया है कि सनबाथ लेने से त्वचा की ऊपरी परत में मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड को ट्रिगर करने में मदद मिलती है. ब्लड वेसल्स को बड़ा करके यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में सहायता करता है. यह आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
धूप संक्रमण और कई ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे सोरायसिस से लड़ने के लिए फायदेमंद है. विटामिन डी लेवल को बढ़ाने अपनी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और कई वायरल बीमारियों से लड़ने के लिए सुबह की धूप में 10 से 15 मिनट के लिए धूप सेंकें.
तनाव कम करता है
बाहर रहने से आपके शरीर को स्वाभाविक रूप से मेलाटोनिन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, जो आपके स्ट्रेस लेवल को कम करने में मदद कर सकता है. मेलाटोनिन तनाव प्रतिक्रियाशीलता को काफी कम करता है. इसके अतिरिक्त व्यायाम जो आपको बाहर रहने से मिलता है, जहां आप अक्सर शारीरिक गतिविधि में लगे रहते हैं, तनाव को कम करता है.
सूर्य की रौशनी से शरीर को यूवीए मिलेगा जो ब्लड फ्लो को बेहतर करता है.
यहां तक की शरीर में ग्लुकोज लेवल में भी सुधार होता है.
कैंसर को रोक सकता है
विडंबना यह है कि अगर सही तरीके से न किया जाए तो सनबाथिंग कैंसर पैदा करने के साथ-साथ कैंसर को भी रोक सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि विटामिन डी की कमी लेवल और सर्वाइकल कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक है. सूर्य के संपर्क में आने पर मानव त्वचा द्वारा विटामिन डी के तीव्र लेवल का उत्पादन किया जा सकता है. इसलिए कुछ कैंसर को रोकने के लिए त्वचा पर कोई लोशन या तेल लगाए बिना हर दिन धूप में समय बिताना जरूरी
हड्डियों को मजबूत बनाता है
बाहर रहना विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे बड़ा और सरल तरीका है. धूप के संपर्क में आने पर हमारा शरीर विटामिन डी का निर्माण करता है. अगर आपकी त्वचा गोरी है, तो हर दिन 15 मिनट धूप में रहना काफी है.
अवसाद में सुधार हो सकता है
धूप में समय बिताने के बाद अवसाद के लक्षणों में कमी देखी जा सकती है. हार्मोन सेरोटोनिन जो मूड में भी सुधार कर सकता है और शांति की भावनाओं को बढ़ावा दे सकता है, सूर्य के प्रकाश द्वारा जारी किया जाता है. बाहर समय बिताने से शायद बिना अवसाद के भी मूड में सुधार हो सकता है
हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मददगार
हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए धूप सेंकना बेहद फायदेमंद होगा. यह देखा गया है कि सनबाथ लेने से त्वचा की ऊपरी परत में मौजूद नाइट्रिक ऑक्साइड को ट्रिगर करने में मदद मिलती है. ब्लड वेसल्स को बड़ा करके यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में सहायता करता है. यह आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
धूप संक्रमण और कई ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे सोरायसिस से लड़ने के लिए फायदेमंद है. विटामिन डी लेवल को बढ़ाने अपनी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और कई वायरल बीमारियों से लड़ने के लिए सुबह की धूप में 10 से 15 मिनट के लिए धूप सेंकें.
तनाव कम करता है
बाहर रहने से आपके शरीर को स्वाभाविक रूप से मेलाटोनिन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, जो आपके स्ट्रेस लेवल को कम करने में मदद कर सकता है. मेलाटोनिन तनाव प्रतिक्रियाशीलता को काफी कम करता है. इसके अतिरिक्त व्यायाम जो आपको बाहर रहने से मिलता है, जहां आप अक्सर शारीरिक गतिविधि में लगे रहते हैं, तनाव को कम करता है.
सूर्य की रौशनी से शरीर को यूवीए मिलेगा जो ब्लड फ्लो को बेहतर करता है.
यहां तक की शरीर में ग्लुकोज लेवल में भी सुधार होता है.
सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच सूरज की रोशनी के संपर्क में रहने से पूरे साल त्वचा में विटामिन डी के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।सर्दी में अगर आप धूप सेंकते है तो आपका चेहरा भी ग्लो करता है. साथ ही अगर आपको जुकाम, बुखार हो रहा हो तो धूप सेंकने से ये भी ठीक हो जाएगा. धूप सेंकने से आपका इम्यून सिस्टम काफी मजबूत रहता है, अगर आपके शरीर की इम्यूनिटी मजबूत रहेगी तो जाहिर तौर पर आप किसी भी बीमारी से लड़ने मे सक्षम रहेंगे. सर्दी के मौसम में वैसे भी बीमारी जल्दी पकड़ करती है.
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