27.10.23

हकलाने और तुतलाने को जड़ से ख़त्म करने का रामबाण नुस्खा

 





Stammering Problem: अक्सर छोटी उम्र में बच्चे शब्दों को ठीक तरह से नहीं बोल पाते हैं. कई बार तुतलाना या हकलाना छोटे बच्चों में देखा जाता है. उम्र बढ़ने पर भी अगर बच्चा रुक-रुक कर बोल रहा है या किसी एक शब्द को लंबा खींच रहा है, तो ये चिंता की बात है. ये स्टैमरिंग या हकलाने की शुरुआत हो सकती है.
छोटे बच्‍चे जब तुतलाकर बोलना शुरू करते हैं तो कितना अच्‍छा लगता है लेकिन जैसे-जैसे बच्‍चा बड़ा होने लगता है उसका तुतलाकर बोलना हंसी-मजाक का विषय बन जाता हैअगर आपका बच्‍चा भी थोड़ा तुतलाकर या फिर हकलाकर बोलता है तो इसे आम समस्‍या मानकर इग्‍नोर न करें बलिक इस घरेलू उपाय की मदद से भी आप जल्‍द ही इस परेशानी का समाधान निकाल सकते हैं.
यह समस्या मोटी जीभ, हकलाने वाली की नकल करने और नाड़ियों में किसी प्रकार के दोष होने से हो सकती है. जब हम बोलते वक्त सही से अक्षरों को नहीं बोल पाते हैं ,रुक-रुककर बोलते हैं तो यह तुतलाने या हकलाने कहलाता है. डॉक्टरों के अनुसार, अगर कोई बच्चा बोलते वक्त हकलाता है, तो उसके लिए आंवला बहुत ही फायदेमंद हो सकता है. ऐसे बच्चों को कुछ दिनों तक आंवला चबाने के लिए देना चाहिए.
दरअसल आंवला चबाने से जीभ पतली होने में मदद मिलती है और आवाज साफ निकलने लगती है. आंवले से आवाज साफ होती है और हकलाने की समस्या धीरे-धीरे कम होती जाती है,बच्‍चों के हकलाने और तुतलाने पर कच्चे, पके हरे आंवले को उन्‍हें चूसने के लिए दें और आप जल्‍द ही इसका प्रभाव देख़ सकते हैं. आंवले के सेवन से आवाज साफ होती है. - बादाम के सात टुकड़े और उतनी ही मात्रा में काली मिर्च को पीसकर एक चटनी जैसा पेस्ट तैयार कर लें. इसमें शहद मिलाकर बच्चे को चाटने के लिए दें. - 
काली मिर्च चूसना भी बहुत फायदेमंद रहेगा.
तेजपत्ता : जिनको रुक-रुक कर बोलना या हकलाने की परेशानी उन व्यक्ति को तेजपत्ता जीभ के नीचे रखने से बहुत लाभ मिलता है और हकलापन तथा रुक-रुककर बोलना दूर हो जाता है। आंवला : काम से काम दो आंवला रोजाना कुछ दिनों तक चबाने से जीभ पतली और आवाज साफ होती है साथ ही उनका हकलापन और तुतलापन भी दूर हो जाता है।

तुतलाने और हकलाने के उपाय :-

1.आंवला :-

बच्चे यदि एक ताजा हरा आंवला रोजाना कुछ दिन चबाएं तो तुतलाना और हकलाना मिटता है । इससे जीभ पतली होने लगती है और आवाज साफ आने लगती है।

ए​क चम्मच आंवले के चूर्ण को एक चम्मच गाय के घी में मिलाकर लेने से भी हकलाने की समस्या दूर होती है।

2.सौंफ:-

5 ग्राम सौंफ को थोड़ा कूटकर 300 ग्राम पानी में उबालें । जब पानी उबलकर सौ ग्राम रह जाए तब उसमें 50 ग्राम मिश्री तथा ढाई सौ ग्राम गाय का दूध मिलाकर रोजाना सोने से पहले पीते रहने से कुछ दिनों में ही हकलाकर बोलना ठीक हो जाता है।

3.बादाम:-

7 बादाम की गिरी, सात काली मिर्च , दोनों को कुछ बूंदे पानी के साथ घिसकर चटनी सी बना लें और इसमें जरा सी मिश्री पिसी हुई मिलाकर चाटे । सुबह खाली पेट कुछ दिन ले । इससे भी हकलाना बंद हो जाएगा ।

12 बादाम को रात भर पानी में भीगे रहने दे मैं सुबह छिलके उतारकर पीस लें इसे 30 ग्राम मक्खन के साथ लेने से हकलाने की समस्या से निजात मिलता है

4.छुआरे :-

छुहारे को दूध में उबालकर रात को सोते समय देने से भी आवाज साफ होती है और हकलाना बंद होता है । इसे देने के बाद 2 घंटे तक पानी नहीं पिए ।

5.कलौंजी का तेल:-

एक चम्मच कलौंजी के तेल में दो चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार जुबान पर रखें । इससे भी तुतलाना और हकलाना बंद हो जाता है।

6. ब्राह्मी तेल:-

ब्राह्मी तेल को थोड़ा सा गुनगुना कर लें व इससे सिर पर मसाज करें। 30- 40 मिनट बाद गुनगुने पानी से नहा लें । इस उपयोग से स्मरण शक्ति तेज होती है व हकलाने की समस्या भी दूर होती है।

7. एक चम्मच मक्खन में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर डाल कर सुबह सुबह लेने से भी हकलाने की प्रॉब्लम दूर हो जाती है

इन घरेलू उपायों के साथ अगर आप निम्न तरीके भी अपनाते हैं तो हकलाने और तुतलाने की बीमारी से आप जल्दी निजात पा सकते हैं :-


1.शीशे के सामने खड़े होकर खुद से बातें करें जिससे आपमे कॉन्फिडेंस आएगा और हकलाने की समस्या कम होगी ।

2.जोर-जोर से किताब को पढे जिससे आवाज साफ होगी और आप अपने शब्दों पर अच्छे से ध्यान दे पाएंगे ।

3.आप जिन शब्दों पर ज्यादा अटकते हैं उन को नोट करके उन पर विशेष ध्यान दें।







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