25.10.17

अदरक का पानी है गुणों का खजाना,adarak ke fayde




पाचन में मददगार:

जैसा हमने पहले बताया आपको की यह पेट के लिए मुफीद हैं. अदरक वाला पानी शरीर में डाइजेस्टिव जूस को बढ़ाता है. इसके सेवन से पाचन क्रिया में सुधार आता है और खाना आसानी से पच जाता है और पेट सम्बन्धी समस्याए नहीं होती हैं.

मधुमेह को कंट्रोल करे:

अदरक का पानी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसके नियमित सेवन से रीर का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है. इतना ही नहीं इससे आम लोगों में डायबिटीज होने का खतरा भी कम होता है इसीलिए इसके सेवन से आप शुगर जैसी भयंकर बिमारी से बच सकते हैं.

कैंसर से रक्षा:

अदरक में कैंसर से लड़नेवाले तत्व पाए जाते हैं. इसका पानी फेफड़ें, प्रोस्टेट, ओवेरियन, कोलोन, ब्रेस्ट, स्किन और पेन्क्रिएटिक कैंसर से रक्षा करता है इसीलिए अगर आप इन भयंकर बीमारियों से बहकना चाहते हैं तो आपको अदरक का पानी पीना चाहिए इससे आपको बहुत सारे फायदे मिलेंगे.

त्वचा संबंधी समस्याए:

अदरक का पानी पीने से खून साफ होता है और स्किन ग्लो करती है. ये पिंपल्स और स्किन इंफेक्शन के खतरे को भी दूर करता है इसीलिए अगर आप इस तरह की किसी परेशानी से तृप्त है तो इसका सेवन ज़रूर करे, इससे आपकी त्वचा समबन्धि समस्याए खत्म हो जायेंगी.

दर्द से राहत:

अदरक का पानी नियमित रुप से पीने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और मसल्स में होने वाले दर्द से राहत मिलती है. साथ ही सिर दर्द में भी ये बहुत फायदेमंद होता है अगर आप सर दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं तो आपको इस पानी का प्रयोग ज़रूर से करना चाहिए इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा.हार्ट बर्न दूर करे :
अगर आप सीने में होने वाली जलन से परेशान हैं तो आपको खाना खाने के 20 मिनट बाद अदरक का पानी पीना चाहिये इससे आपको हार्ट बर्न की समस्या नहीं होगी यह बहुत फायदेमंद होता हैं.

मांसपेशयों के दर्द मे-

अगर आप मसल्स पेन से पीड़ित हैं तो आपको अदरक का पानी पीना चाहिए यह इसके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता हैं इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता हैं और यह मसल्स को ररिलैक्स कर पेन को दूर करता हैं.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है:
इम्यून सिस्टम का अच्छा होना बहुत ज्यादा ज़रूरी होता हैं इसको पीने से आपका इम्यून सिस्टम ठीक होता हैं और आप छोटी बड़ी बीमारियों से बच जाते है अदरक का पानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. हर रोज इसे पीने से सर्दी-खांसी और वायरल इंफेक्शन जैसी बीमारियों के खतरे कम हो जाता है. इसके अलावा यह कफ की समस्या को भी दूर करता है और आपको चुस्त वा दुरुस्त बनाता हैं.
  1. पायरिया के घरेलू इलाज
  2. चेहरे के तिल और मस्से इलाज
  3. लाल मिर्च के औषधीय गुण
  4. लाल प्याज से थायराईड का इलाज
  5. जमालगोटा के औषधीय प्रयोग
  6. एसिडिटी के घरेलू उपचार
  7. नींबू व जीरा से वजन घटाएँ
  8. सांस फूलने के उपचार
  9. कत्था के चिकित्सा लाभ
  10. गांठ गलाने के उपचार
  11. चौलाई ,चंदलोई,खाटीभाजी सब्जी के स्वास्थ्य लाभ
  12. मसूड़ों के सूजन के घरेलू उपचार
  13. अनार खाने के स्वास्थ्य लाभ
  14. इसबगोल के औषधीय उपयोग
  15. अश्वगंधा के फायदे
  16. लकवा की चमत्कारी आयुर्वेदिक औषधि वृहत वात चिंतामणि रस
  17. मर्द को लंबी रेस का घोडा बनाने के अद्भुत नुस्खे
  18. सदाबहार पौधे के चिकित्सा लाभ
  19. कान बहने की समस्या के उपचार
  20. पेट की सूजन गेस्ट्राईटिस के घरेलू उपचार
  21. पैर के तलवों में जलन को दूर करने के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार
  22. लकवा (पक्षाघात) के आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे
  23. डेंगूबुखार के आयुर्वेदिक नुस्खे
  24. काला नमक और सेंधा नमक मे अंतर और फायदे
  25. कालमेघ जड़ी बूटी लीवर रोगों की महोषधि
  26. हर्निया, आंत उतरना ,आंत्रवृद्धि के आयुर्वेदिक उपचार
  27. पाइल्स (बवासीर) के घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे
  28. चिकनगुनिया के घरेलू उपचार
  29. चिरायता के चिकित्सा -लाभ
  30. ज्यादा पसीना होने के के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार
  31. पायरिया रोग के आयुर्वेदिक उपचार
  32. व्हीटग्रास (गेहूं के जवारे) के रस और पाउडर के फायदे
  33. घुटनों के दर्द को दूर करने के रामबाण उपाय
  34. चेहरे के तिल और मस्से हटाने के उपचार
  35. अस्थमा के कारण, लक्षण, उपचार और घरेलू नुस्खे
  36. वृक्क अकर्मण्यता(kidney Failure) की रामबाण हर्बल औषधि
  37. शहद के इतने सारे फायदे नहीं जानते होंगे आप!
  38. वजन कम करने के उपचार
  39. केले के स्वास्थ्य लाभ
  40. लीवर रोगों की महौषधि भुई आंवला के फायदे
  41. हरड़ के गुण व फायदे
  42. कान मे मेल जमने से बहरापन होने पर करें ये उपचार
  43. पेट की खराबी के घरेलू उपचार
  44. शिवलिंगी बीज के चिकित्सा उपयोग
  45. दालचीनी के फायदे
  46. बवासीर के खास नुखे
  47. भूलने की बीमारी के उपचार
  48. आम खाने के स्वास्थ्य लाभ
  49. सोरायसीस के उपचार
  50. गुर्दे की सूजन के घरेलू उपचार






18.10.17

चर्म रोग से बचने के घरेलू उपचार


अलसी के बीज


अलसी के बीजों में ओमेगा थ्री फैटी एसिड होता है जो हमारे इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसमें सूजन को कम करने वाले तत्‍व मौजूद होते हैं। यह स्किन डिस्‍ऑर्डर, जैसे एक्जिमा और सोरायसिस को भी ठीक करने में मदद गरता है। दिन में एक-दो चम्‍मच अलसी के बीजों के तेल का सेवन करना त्‍वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है। बेहतर रहेगा कि इसका सेवन किसी अन्‍य आहार के साथ ही किया जाए।

कैमोमाइल/ बबूने का फूल



कैमोमाइल का फूल त्‍वचा पर लगाने से जलन को शांत करता है और साथ ही अगर इसका सेवन किया जाए तो आंतरिक शांति प्रदान करता है। इसके साथ ही यह केंद्रीय तंत्रिका प्रणाली पर भी सकारात्‍मक असर डालता है। यह एक्जिमा में भी काफी मददगार होता है। इसके फूलों से बनी हर्बल टी का दिन में तीन बार सेवन आपको काफी फायदा पहुंचाता है। इसके साथ ही एक्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारियों से उबरने में भी यह फूल काफी मदद करता है। एक साफ कपड़े को कैमोमाइल टी में डुबोकर उसे त्‍वचा के सं‍क्रमित हिस्‍से पर लगाने से काफी लाभ मिलता है। इस प्रक्रिया को पंद्रह-पंद्रह मिनट के लिए दिन में चार से छह बार करना चाहिए। कैमोमाइल कई अंडर-आई माश्‍चराइजर में भी प्रयोग होता है। इससे डार्क सर्कल दूर होते हैं


कमफ्रे


इस फूल के पत्‍ते और जड़ें सदियों से त्‍वचा संबंधी रोगों को ठीक करने में इस्‍तेमाल की जाती रही हैं। यह कट, जलना और अन्‍य कई जख्‍मों में काफी लाभकारी होता है। इसमें मौजूद तत्‍वा तवचा द्वारा काफी तेजी से अवशोषित कर लिए जाते हैं। जिससे स्‍वस्‍थ कोशिकाओं का निर्माण होता है। इसमें त्‍वचा को आराम पहुंचाने वाले तत्‍व भी पाए जाते हैं। अगर त्‍वचा पर कहीं जख्‍म हो जाए तो कमफ्रे की जड़ों का पाउडर बनाकर उसे गर्म पानी में मिलाकर एक गाढ़ा पेस्‍ट बना लें। इसे एक साफ कपड़े पर फैला दें। अब इस कपड़े को जख्‍मों पर लगाने से चमत्‍कारी लाभ मिलता है। अगर आप इसे रात में बांधकर सो जाएं, तो सुबह तक आपको काफी आराम मिल जाता है। इसे कभी भी खाया नहीं जाना चाहिए, अन्‍यथा यह लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। गहरे जख्‍मों पर भी इसका इस्‍तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे त्‍वचा की ऊपरी परत तो ठीक हो जाती है, लेकिन भीतरी कोशिकायें पूरी तरह ठीक नहीं हो पातीं। 


गेंदा


गेंदा गहरे पीले और नारंगी रंग का फूल होता है। यह त्‍वचा की समस्‍याओं का प्रभावशाली घरेलू उपाय है। यह छोटे-मोटे कट, जलने, मच्‍छर के काटने, रूखी त्‍वचा और एक्‍ने आदि के लिए शानदार घरेलू उपाय है। गेंदे में एंटी-बैक्‍टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं। यह सूजन को कम करने में भी मदद करता है। इसके साथ ही गेंदा जख्‍मों को जल्‍दी भरने में मदद करता है। यह हर प्रकार की त्‍वचा के लिए लाभकारी होता है। गेंदे की पत्तियों को पानी में उबालकर उससे दिन में दो-तीन बार चेहरा धोने से एक्‍ने की समस्‍या दूर होती है।
अन्‍य उपाय
     हल्दी, लाल चंदन, नीम की छाल, चिरायता, बहेडा, आंवला, हरेडा और अडूसे के पत्ते को एक समान मात्रा में लीजिए। इन सभी सामानों को पानी में पूरी तरह से फूलने के लिए भिगो दीजिए। जब ये सारे सामान पूरी तरह से फूल जाएं तो पीसकर ढ़ीला पेस्ट बना लीजिए। अब इस पेस्ट से चार गुना अधिक मात्रा में तिल का तेल लीजिए।
    तिल के तेल से चार गुनी मात्रा में पानी लेकर सारे सामानों को एक बर्तन में मिला लीजिए। उसके बाद मिश्रण को मंद आंच पर तब तक गर्म करते रहिए जब तक सारा पानी भाप बनकर उड़ ना जाए। इस पेस्ट को पूरे शरीर में जहां-जहां खुजली हो रही हो वहां पर या फिर पूरे शरीर में लगाइए। इसके लगाते रहने से आपके त्वचा से चर्म रोग ठीक हो जाएगा।
    एग्जिमा, सोरियासिस, मस्सा, ल्यूकोर्डमा, स्केबीज या खुजली चर्म रोग के प्रकार हैं।किसी भी प्रकार का चर्म रोग जब तक ठीक नही हो जाता है, बहुत कष्टदायक होता है। जिसके कारण से आदमी मानसिक रूप से बीमार हो जाता है। 

परामर्श-

दामोदर चर्म रोग हर्बल औषधि
त्वचा के विभिन्न रोगों में रामबाण औषधि की तरह उपयोगी है. रक्त की गन्दगी दूर कर चमड़ी की बीमारियों -दाद खाज,खुजली,एक्जीमा ,सोरायसिस,फोड़े फुंसी को जड़ मूल से खत्म करने के लिए जानी मानी दवा के रूप में व्यवहार होती है.

7.10.17

पान के पत्ते खाने के स्वास्थ्य लाभ



अगर आप इस पान के पत्ते को खाने के बारे में जान लोगो तो आप भी इसकी तारीफ किये बिना नहीं रह पाओगो |भारत की तो हर गली के नुक्कड़ पर पान की दुकान मिल ही जाती है |लेकिन कई लोग पान के पत्ते में जर्दा व तम्बाकू मिलाकर खाते है |जिसे पान को भी नशीला पदार्थ बना दिया जाता है |और जिससे कई प्रकार की खतरनाक बीमारिया पैदा हो जाती है |पैन के पत्ते का प्रयोग पूजा पाठ से लेकर कई प्रकार की मिठाईया बनांने में किया जाता है |
 अगर हम सिर्फ पान के पत्ते का ही प्रयोग करते है तो इससे हमें काफी लाभकारी फायदे मिलते है |पान के पत्ते की शेप दिल के आकार की होती है |जो कई बीमारियों को दूर करने के लिए कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है |इसमें प्रोटीन ,कैल्शियम व विटामिन स होता है |यह एक बेहतरीन एंटी बायोटिक होता है |इसमें एंटी बक्ट्रियल गुण पाए जाते है |पान का पत्ता एक बहुत ही बढ़िया माउथ फ्रेशनर है |तो आइये जानते है पान के पत्तो को खाने से हम कितनी बीमारियों से बच सकते है :

मुँह के छाले -

 इसके लिए आप पान के पत्तो को चबाये या फिर इस पर कत्था लगाकर चबाएँ या फिर इसे पानी में उबालकर इसे पानी से कुल्ले करे आपके मुँह के छाले ठीक हो जायेंगे |
खांसी को दूर करे - खांसी को दूर करने के लिए आप 10 -15 पत्ते ले और इसे तीन गिलास पानी डालकर जब तक उबाले जब तक एक गिलास ना रह जाये |और इस पानी को दिन में तीन से चार बार पिए आपकी खांसी छू मन्त्र हो जाएगी |
खुजली - 

इसके लिए आप 15 -20 पत्ते पानी में उबाले और फिर इस पानी को ताजे पानी में मिलाकर नहा लो आपकी खुजली ख़त्म हो जाएगी |
आँखों की जलन व लाल होने पर
आप पान के पांच से छ पत्तो को पानी में उबाले और इस पानी से अपनी आँखों पर छीटे मारे आँखों की जलन व लाली ठीक हो जाएगी |

मसूड़ों से खून आना - 

पान के पत्ते को पानी में उबालकर इस पानी से कुल्ले करने पर मुँह से बदबू व मसूड़ों से खून आना बंद हो जाता है |
शरीर से बदबू आने पर - 

आप पान के पत्तो को पानी में उबाले और इस पानी को दिन में दो से तीन बार सेवन करने से आपके शरीर से आने वाली बदबू भी दूर हो जाएगी आप चाहे तो पान के पत्तो के पानी से भी नहा सकते हो |

पाचन तंत्र -

पान के पत्तो को खाने से हमारा पाचन तंत्र सही रूप से कार्य करता है |क्योकि इससे हमारी लार ग्रंथि पर असर पड़ता है |और इसे स्लाइव लार बनने में मदद मिलती है |अगर आपने भरी भोजन किया हो तो भी पान के पत्ते को खाने से खाना हजम हो जाता है |साथ ही इससे गेस्ट्रिक अल्सर भी ठीक हो जाता है |

 मोटापा - 
पान के पत्तो को खाने से हमारा वजन कम हो जाता है |और हमारा मेटाबॉलिज्म बढ़ जाता है |जिससे शरीर में अतिरिक्त वसा नष्ट हो जाता है |जिससे हमारा वजन कम हो जाता है |


महिलाओं में श्वेत प्रदर - 

पान के पत्तो को पानी में उबाले और इस पानी से अपनी योनि को हर रोज धोये इस समस्या से आपको चुकारा मिल जायेगा |
मुहांसे होने पर - 

सात से आठ पान के पत्तो को पीस लो और इस पेस्ट में दो गिलास पानी डालकर जब तक उबाले जब तक ये गाढ़ा पेस्ट ना बन जाये |और ठंडा होने पर इसे आपने फेस पर अप्लाई करे |ऐसा करने से आपके पिम्पल्स गयाब हो जायेंगे |


नकसीर - 


पान के पत्ते को सुघने से ही नकसीर आनी बंद हो जाएगी |
जल जाने पर -

 जल जाने पर पान के पत्तो पीसकर जलने की जगह पर लगा लो फिर 15 -20 मिनट बाद इसे धोकर इस पर शहद लगा लो |आपकी जलन व घाव जल्दी ठीक हो जायेगा |