सेहत और सुंदरता को बनाए रखने के लिए एलोवेरा जूस का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है. दरअसल एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जो हर घर में आसानी से मिल जाता है. इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स के औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसके इस्तेमाल से पेट और त्वचा संबंधी परेशानियां दूर हो जाती है. खासकर एलोवेरा जूस सेहत और सुंदरता दोनों के लिए रामबाण औषधि है.
एलोवेरा जूस बनाने की विधि -
एलोवेरा जूस बनाने के लिए सबसे पहले एक एलोवेरा को काट लें. इसके बाद चाकू की मदद से इसका छिलका हटा दें और जेल को ग्राइंडर में निकाल लें. इसके बाद इसे 2 से 3 मिनट अच्छी तरह से ग्राइंड करें. आप इसमें स्वाद के लिए शहद और नींबू का रस एड कर सकते हैं. आपका एलोवेरा जूस बनकर तैयार है. इसे आप ऐसे ही फ्रेश पी लें.
कान दर्द में एलोवरा के औषधीय गुण फायदेमंद
कान दर्द में भी एलोवेरा से लाभ मिलता है। एलोवेरा के रस को हल्का गर्म कर लें। जिस कान में दर्द हो रहा है, उसके दूसरी तरफ के कान में दो-दो बूंद टपकाने से कान के दर्द में आराम (aloe vera ke fayde) मिलता है।
आपने एलोवेरा का बहुत नाम सुना होगा, और यह भी सुना होगा कि एलोवेरा को औषधि की तरह इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एलोवेरा के औषधीय गुण क्या-क्या हैं। क्या आपको पता है कि किस-किस रोग में एलोवेरा के इस्तेमाल से लाभ मिलता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में एलोवेरा के फायदे के बारे में कई सारी अच्छी बातें बताई गई हैं।
एलोवेरा के फायदे और उपयोग
आंखों की बीमारी में एलोवेरा (ग्वारपाठा) के फायदे
आप एलोवेरा के औषधीय गुण से आंखों की बीमारी का इलाज कर सकते हैं। एलोवेरा जेल को आंखों पर लगाएंगे तो आंखों की लालिमा खत्म होती है। यह विषाणु से होने वाले आखों के सूजन (वायरल कंजक्टीवाइटिस) में लाभदायक होता है।
एलोवेरा का औषधीय गुण आँखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आप एलोवेरा के गूदे पर हल्दी डालकर थोड़ा गर्म कर लें। इसे आंखों पर बांधने से आंखों के दर्द का इलाज होता है।
एलोवेरा के फायदे लेकर सिर दर्द से आराम पा सकते हैं। इसके लिए एलोवेरा जेल लें, और इसमें थोड़ी मात्रा में दारु हल्दी (दारुहरिद्रा) का चूर्ण मिला लें। इसे गर्म करके दर्द वाले स्थान पर बांधें। इससे वात और कफ दोष के कारण होने वाले सिरदर्द से आराम मिलता है।
एलोवेरा के औषधीय गुण से खांसी-जुकाम का इलाज
खांसी-जुकाम में एलोवेरा के फायदे लेने के लिए इसका गूदा निकालें। गूदा और सेंधा नमक लेकर भस्म तैयार कर लें। इस भस्म को 5 ग्राम की मात्रा में मुनक्का के साथ सुबह-शाम सेवन करें। इससे पुरानी खांसी और जुकाम में लाभ होता है।
शोधकर्ताओं ने दो लोकप्रिय व्यावसायिक टूथपेस्ट के साथ एक एलोवेरा दांत के gel की कैविटी से लड़ने की क्षमता की तुलना की। उन्होंने पाया कि कुछ मामलों में एलोवेरा जेलवाला टूथ्पेस्ट कैविटी पैदा करने वाले ओरल बैक्टीरिया को नियंत्रित करने वाले वाणिज्यिक टूथपेस्ट से भी बेहतर था।
कान दर्द में भी एलोवेरा से लाभ मिलता है। एलोवेरा के रस को हल्का गर्म कर लें। जिस कान में दर्द हो रहा है, उसके दूसरी तरफ के कान में दो-दो बूंद टपकाने से कान के दर्द में आराम (aloe vera ke fayde) मिलता है।
एलोवेरा के औषधीय गुण से खांसी-जुकाम का इलाज
खांसी-जुकाम में एलोवेरा के फायदे लेने के लिए इसका गूदा निकालें। गूदा और सेंधा नमक लेकर भस्म तैयार कर लें। इस भस्म को 5 ग्राम की मात्रा में मुनक्का के साथ सुबह-शाम सेवन करें। इससे पुरानी खांसी और जुकाम में लाभ होता है।
तिल्ली (प्लीहा) विकार एलोवेरा के औषधीय गुण से लाभ
तिल्ली बढ़ गई हो तो एलोवेरा के इस्तेमाल से फायदा होता है। 10-20 मिलीग्राम एलोवेरा के रस में 2-3 ग्राम हल्दी चूर्ण मिलाकर सेवन करें। इससे तिल्ली के बढ़ने के साथ-साथ अपच में लाभ होता है।
एलोवेरा के सेवन से खूनी बवासीर का इलाज
आप बवासीर में एलोवेरा के प्रयोग से फायदा ले सकते हैं। एलोवेरा जेल (aloe vera ke fayde) के 50 ग्राम गूदे में 2 ग्राम पिसा हुआ गेरू मिलाएं। अब इसकी टिकिया बना लें। इसे रूई के फाहे पर फैलाकर गुदा स्थान पर लंगोट की तरह पट्टी बांधें। इससे मस्सों में होने वाली जलन और दर्द में आराम मिलता है। इससे मस्से सिकुड़कर दब जाते हैं। यह प्रयोग खूनी बवासीर में भी लाभदायक है।
लीवर विकार में एलोवेरा (ग्वारपाठा) के फायदे
दो भाग एलोवेरा के पत्तों का रस और 1 भाग शहद लेकर उसे चीनी मिट्टी के बर्तन में रखें। इस बर्तन का मुंह बन्द कर 1 सप्ताह तक धूप में रख दें। एक सप्ताह बाद इसे छान लें। इस औषधि को 10-20 मिलीग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से लीवर से संबंधित बीमारियों में लाभ होता है।
अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट साफ होता है। उचित मात्रा में सेवन करने से मल एवं वात से जुड़ी समस्याएं ठीक होने लगती हैं। इससे लीवर स्वस्थ हो जाता है।
मूत्र रोग में एलोवेरा के औषधीय गुण से लाभ
एलोवेरा के औषधीय गुण से मूत्र संबंधी अनेक रोग में फायदा होता है। इसके लिए 5-10 ग्राम एलोवेरा जेल में चीनी मिलाकर खाएं। इससे पेशाब में दर्द और जलन से आराम मिलता है।
डायबिटीज (मधुमेह) में एलोवेरा के सेवन से फायदा
250-500 मिलीग्राम गुडूची सत् (पानी को गर्म कर सुखा कर नीचे बचा हुआ पदार्थ) में 5 ग्राम घृतकुमारी का गूदा मिलाकर लेने से मधुमेह में लाभ होता है। डायबिटीज को नियंत्रित करने में एलोवेरा के औषधीय गुण बहुत फायदेमंद होते हैं।मनुष्यों और जानवरों पर किए गए अध्ययन से पता चलता है कि एलोवेरा में मधुमेह विरोधी और ग्लाइसेमिक नियंत्रण यौगिक होते हैं उन्होंने पाया कि एलोवेरा का रस हाइपरग्लाइसेमिया और परेशान लिपिड प्रोफाइल को कम करने में सक्षम है जो मधुमेह से जुड़ी कुछ समस्याएं हैं और प्रमुख हैं।
मासिक धर्म विकार में एलोवेरा के सेवन से लाभ
एलोवेरा के 10 ग्राम गूदे पर 500 मिलीग्राम पलाश का क्षार बुरककर दिन में दो बार सेवन करें। इससे मासिक धर्म की परेशानियां दूर होती हैं।
मासिक धर्म के 4 दिन पहले से दिन में तीन बार कुमारिका वटी की 1-2 गोली का सेवन करें। इसे मासिक धर्म खत्म होने तक सेवा करना है। इससे मासिक धर्म के समय होने वाला दर्द, गर्भाशय का दर्द और योनि से जुड़ी अनेक बीमारी से आराम मिलता है।
एलोवेरा जेल के फायदे से चेचक में भी लाभ होता है। चेचक होने पर दर्द, जलन और सूजन से राहत पाने के लिए आप एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं। चेचक के घावों पर एलोवेरा के गूदे का लेप करने से लाभ होता है।
गठिया के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है एलोवेरा
जोड़ो के दर्द में भी एलोवेरा के इस्तेमाल से फायदे मिलते हैं। 10 ग्राम एलोवेरा जेल नियमित रूप से सुबह-शाम सेवन करें। इससे गठिया में लाभ होता है।
एलोवेरा के सेवन से कमर दर्द का इलाज
कमर दर्द से परेशान रहते हैं तो एलोवेरा के इस्तेमाल से फायदा ले सकते हैं। गेंहू का आटा, घी और एलोवेरा जेल (एलोवेरा का गूदा इतना हो जिससे आटा गूंथा जाए) लेकर आटा गूंथ लें। इससे रोटी बनाएं। रोटी का चूर्ण बनाकर लड्डू बना लें। रोज 1-2 लड्डू को खाने से कमर दर्द ठीक होता है।
एलोवेरा जेल कमर दर्द में दर्द निवारक दवा की तरह काम करता है।
घाव और चोट में एलोवेरा के गुण से फायदा
फोड़ा ठीक से पक न रहा हो तो एलोवेरा के गूदे में थोड़ा सज्जीक्षार और हरड़ चूर्ण मिलाकर घाव पर बांधें। इससे फोड़ा जल्दी पक कर फूट जाता है।
घृतकुमारी के पत्ते को एक ओर से छील लें। इस पर थोड़ा हरड़ का चूर्ण बुरक कर हल्का गर्म कर लें। इसे गांठ पर बांधें। इससे गांठों की सूजन दूर होगी।
*स्त्रियों के स्तन में गांठ पड़ गई हो या सूजन हो गई हो तो एलोवेरा की जड़ का पेस्ट बना लें। इसमें थोड़ा हरड़ चूर्ण मिलाकर गर्म करके बांधने से लाभ होता है। इसे दिन में 2-3 बार बदलना चाहिए।
घृतकुमारी का गूदा घावों को भरने के लिए सबसे उपयुक्त औषधि है। रेडिएशन के कारण हुए गंभीर घावों पर इसके प्रयोग से बहुत ही अच्छा फायदा मिलता है।
*आग से जले हुए अंग पर एलोवेरा के गूदे को लगाने से जलन शांत हो जाती है। इससे फफोले नहीं होते हैं।
एलोवेरा और कत्था को समान मात्रा में पीसकर लेप करने से नासूर में फायदा होता है।
एलोवेरा के रस को तिल और कांजी के साथ पका लें। इसका लेप करने पर घाव में लाभ होता है।
केवल एलोवेरा के रस को पकाकर घाव पर लेप करने से भी लाभ होता है।
शोध बताते हैं कि सुबह और शाम को एलो जेल लगाने से बच्चों और वयस्कों दोनों में मुंहासों में लगभग 35% तक सुधार होता है। हाइड्रेटिंग एलोवेरा जेल भी मुँहासे की आवृत्ति और उपस्थिति को कम कर सकता है।
कई तरह के चर्म रोग में एलोवेरा का प्रयोग करने पर फायदा होता है। अगर आपकी त्वचा पर मस्से निकल आए हैं तो एलोवेरा के पत्ते को एक तरफ से छीलकर मस्सों पर बांधें। इससे मस्से खत्म हो जाते हैं।
बुखार में एलोवेरा के औषधीय गुण से फायदा
*एलोवेरा के सेवन से बुखार का इलाज किया जा सकता है। एलोवेरा की जड़ से काढ़ा बना लें। 10-20 मिलीग्राम काढ़ा को दिन में तीन बार पिलाने से बुखार ठीक होता है।
इस प्रयोग से कब्ज से मुक्ति पाने में भी मदद मिलती है।
एलोवेरा रस की 1-2 बूंद नाक में डालने से भी लाभ होता है।
कुमारी लवण को 3-6 ग्राम तक की मात्रा में छाछ के साथ सेवन करें। इससे लीवर, तिल्ली के बढ़ाना, पेट की गैस, पेट में दर्द और पाचनतंत्र से जुड़ी अन्य समस्याओं में लाभ होता है।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना बेहद जरूरी है. विशेषज्ञों की मानें तो एलोवेरा जूस इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकता है. इसके सेवन से पीएच स्तर भी सुधरता है. इसके लिए आप एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते हैं.
सूजन कम करता है
इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो शरीर में मौजूद सूजन को कम करने में सहायक होते हैं. इसके साथ ही रोजाना एलोवेरा जूस पीने से सिरदर्द और तनाव से भी मुक्ति मिलती है. स्किन डॉक्टर्स भी स्किन के लिए एलोवेरा जूस पीने की सलाह देते हैं. इसके लिए रोजाना सुबह में खाली पेट एलोवेरा जूस का सेवन करें. यह जख्म को भरने में भी मददगार होता है.
वजन कम करने में है सहायक
इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जिनसे बढ़ते वजन से मुक्ति मिलती है. अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं तो एलोवेरा जूस बेहतरीन उपाय है. इससे फैट बर्न होता है, जिससे आपका वजन कम होगा. रोजाना खाली पेट आधा कप एलोवेरा जूस पिएं.
रोजाना सुबह में खाली पेट एलोवेरा जूस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है. अगर आपको कब्ज की शिकायत है तो आप रोजाना दो चम्मच एलोवेरा जूस पिएं. आपको जल्द सुखद परिणाम देखने को मिलेगा. साथ ही पेट संबंधी सभी विकार दूर हो जाते हैं.
घृतकुमारी के औषधीय गुण से पेट के रोग में भी लाभ होता है। गूदे को पेट के ऊपर बांधने से पेट की गांठ बैठ जाती है। इस उपचार से आंतों में जमा हुआ मल भी आराम से बाहर निकल जाता है।
एलोवेरा की 10-20 ग्राम जड़ को उबाल लें। इसे छानकर भुनी हुई हींग मिला लें। इसे पीने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
*एलोवेरा के 6 ग्राम गूदा और 6 ग्राम गाय का घी, 1 ग्राम हरड़ चूर्ण और 1 ग्राम सेंधा नमक लें। इसे मिलाकर सुबह-शाम खाने से वात विकार से होने वाले गैस की समस्या ठीक होती है।
60 ग्राम घृतकुमारी के गूदे में 60 ग्राम घी, 10 ग्राम हरड़ चूर्ण तथा 10 ग्राम सेंधा नमक मिला लें। इसे अच्छी तरह मिला लें।इसको 10-15 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से वात दोष से होने वाले पेट की गैस की समस्या से निजात मिलता है। इस पेस्ट का सेवन पेट से जुड़ी बीमारियों व वात दोष से होने दूसरे रोगों में भी फायदेमंद होता है।
*एलोवेरा के पत्ते के दोनों ओर के कांटों को अच्छे से साफ कर लें। इसके छोटे-छोटे टुकड़े काटकर मिट्टी के एक बर्तन में रख लें। इसके 5 किलो के टुकड़े में आधा किलो नमक डालकर बर्तन का मुंह बंद कर दें। इसे 2-3 दिन धूप में रखें। इसे बीच-बीच में हिलाते रहें। तीन दिन बाद इसमें 100 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम धनिया, 100 ग्राम सफेद जीरा, 50 ग्राम लाल मिर्च, 6 ग्राम भुनी हुई हींग डाल लें। इसी में 30 ग्राम अजवायन, 100 ग्राम सोंठ, 6 ग्राम काली मिर्च, 6 ग्राम पीपल, 5 ग्राम लौंग भी डाल लें। इसके साथ ही 5 ग्राम दाल चीनी, 50 ग्राम सुहागा, 50 ग्राम अकरकरा, 100 ग्राम कालाजीरा, 50 ग्राम बड़ी इलायची और 300 ग्राम राई डालकर महीन पीस लें। रोगी की क्षमता के अनुसार 3-6 ग्राम तक की मात्रा में सुबह-शाम देने से पेट के वात-कफ संबंधी सभी विकार खत्म होते हैं। सूखने पर अचार, दाल, सब्जी आदि में डालकर प्रयोग करें।
इसे सुनेंयह जहां बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द, त्वचा की खराबी, मुंहासे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, फटी एड़ियों के लिए यह लाभप्रद है वहीं दूसरी तरफ यह खून की कमी को दूर करता है तथा शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
एलोवेरा जूस पीने का तरीकाः
तो आप सुबह खाली पेट एलोवेरा के जूस का सेवन करें. शरीर में पेट संबंधी कोई भी बीमारी हो तो आप सुबह 15-20 ग्राम एलोवेरा के जूस में शहद और नींबू मिलाकर सेवन करें, इसे पेट संबंधी समस्याओं के साथ-साथ इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाया जा सकता है.
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