17.11.19

किडनी फेल रोग का अचूक हर्बल इलाज : kidney fel rog ki herbal aushadhi



हमारे शरीर के हानिकारक पदार्थो को शरीर से छानकर बाहर निकलने का काम किडनी का ही होता है! किडनी हमारे शरीर के लिए रक्त शोधक का काम करती है, हम जो कुछ भी खाते है उसमे से विषैले तत्वों और नुकसान पहुचने वाले पदार्थो को यूरिनरी सिस्टम (मूत्राशय) के जरिये बाहर निकाल देती है जिससे के शरीर ठीक तरीके से काम कर सके और जहरीले तत्व कोई हानि नहीं पंहुचा सके!
हमें देश में दिन प्रति दिन ये बीमारी विकराल रूप से बड रही है और इस बीमारी की वजह से लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते है! दुख की बात तो ये है के इस बीमारी का बहुत देर से पता चलता है जब तक किडनी 60-65% तक ख़राब हो चुकी होती है! इस रोग में बहूत सावधानी बरतनी पड़ती है!

किडनी फेल क्यों होती है?

हमारे शरीर के रक्त को शोधित करने का काम करने वाली किडनी खून में से हानिकारक पदार्थो को मूत्र के माध्यम से अनावश्यक व जहरीले तत्व बहार कर देती है!
किडनी रोग के लक्षण क्या है!
इस रोग का पता वैसे तो जल्दी नहीं लग पता लेकिन अगर सावधानी रखी जाए और लक्षणों पर गौर किया जाए तो निम्न लक्षण के जरिये इसका पता चलता है-
*हाथ पैर व आँखों के नीचे का भाग में सुजन आ जाती है!
*रोगी को भूख नहीं लगती है और शरीर में खून की कमी होने लगती है!
*शरीर में खुजली होना, बार बार मूत्र आना, कमजोरी महसूस होती है!-
*सांसे फूलने लगती है और हाजमा भी खराब रहता है!
 

किडनी के रोग को चार  भागो में बाटा गया है !

इस रोग के चरणों को पहचानने के लिए इसे विभिन्न भागो में बांटा गया है, जिसके जरिये रोगी की स्थिति का पता चलता है और उसी के हिसाब से उसका इलाज सही प्रकार से किया जा सकता है!-

किडनी रोग का पहला चरण-

नार्मल क्रीयेटीनिन, एक पुरुष के 1 डेसिलीटर खून में .6-1.2 मिलीग्राम और एक महिला के खून में 0.5-1.1 मिलीग्राम EGFR (Estimated Glomerular Filtration rate) सामान्यत: ९० या उससे ज्यादा होता है!

दूसरा चरण ( Second Stage):

इस stage में EGFR कम हो जाता है जो 90% - 60% तक हो जाता है, लेकिन फिर भी क्रीयेटीनिन सामान्य ही रहता है! लेकिन मूत्र में प्रोटीन ज्यादा आने लगता है!

तीसरा चरण-

इस stage में EGFR और घट जाता है जो 60-30 के बीच हो जाता है और क्रीयेटीनिन बढ़ जाता है! इस चरण में ही किडनी रोग के लक्षण दिखाई पड़ने लगते है, पेशाब में यूरिया बढ़ने से खुजली होने लगती है, मरीज एनेमिया से भी ग्रसित हो सकता है!

चौथा चरण -

इस चरण में EGFR 30-50 तक आ जाता है और थोरी सी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है इसमे क्रीयेटीनिन भी 2-4 के बीच हो जाता है! अगर सावधानी नहीं बरती गई तो डायलेसिस या फिर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है!

पाचवां चरण-

इसमे EGFR 15 से नीचे (कम ) हो जाता है तथा क्रीयेटीनिन 4-5 या अधिक होता है इसमे मरीज को डायलेसिस या ट्रांसप्लांट तक करानी पड़ जाती है!

किडनी रोग का इलाज क्या है?

इसके इलाज में रोगी को रीनल रिप्लेसमेंट की जरूरत पड़ती है, वैसे तो पूर्णता: इलाज किडनी ट्रांसप्लांट के द्वारा ही हो सकता है! परन्तु जब तक मरीज का ट्रांसप्लांट नहीं हो जाता है तब तक डायलेसिस के जरिये ही काम लिया जा सकता है! वैसे तो डॉक्टर्स का कहना है के खाने पिने में लापरवाही ना की जाए और खाना ठीक प्रकार से लिया जाए तो डायलेसिस से भी काम चल जाता है! इसमे रोगी को अपना खाना डाइट चार्ट के हिसाब से लेना चाहिए और रोजाना बिना किसी प्रकार के लापरवाही किये नियमित तरीके से रूटीन फॉलो करते हुए डायलेसिस समय समय पर करवाता रहे तो वो काफी लम्बे समय तक (कई सालो तक) जीवित रह सकता है!


किडनी ट्रांसप्लांट स्थाई इलाज व उपाय है 
डायलेसिस तो अस्थाई इलाज है इस बीमारी का पूर्णता: ठीक होने ले लिए किडनी ट्रांसप्लांट जरूरी होता है इस रोग में! इसके लिए मरीज को किडनी प्रदान करने वाले किसी डोंनर (Donner) की जरूरत होती है जिसका ब्लड ग्रुप मरीज के साथ मिलना जरूरी होता है! इसमे ट्रांसप्लांट के वक़्त दोनों व्यक्तियों का (मरीज और किडनी डोंनर) के शरीर से टिश्यू लेकर उसका मिलान किया जाता है!
इस बीच कई दुसरे जरूरी टेस्ट भी किये जाते है! जिससे ये पता चलता है के ट्रांसप्लांट के लिए डोंनर और मरीज दोनों के लिए सब ठीक है के नहीं! ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया के बाद किडनी प्रदान करने वाला यक्ति तो केवल कुछ दिन में ही अपनी जिंदगी सामान्य तरीके से जीना शुरू कर देता है, लेकिन रोगी को फिर भी कुछ समय तक सावधानी की जरूरत पड़ती है!

किडनी के इलाज में कितना खर्चा आता है?

सबसे बेहतर और सुरक्षित साधन केवल सावधानी ही है इसमे रोगी को हर stage में सावधान रहने की जरूरत है! किडनी के इलाज में बहूत खर्चा आता है ये महंगा होता है! यहाँ तक की सरकारी अस्पताल में भी इलाज का खर्चा 2 से 3 लाख तक आ जाता है वो भी तब जब किडनी किसी ब्रेन डेड व्यक्ति से लिया गया हो, जबकि प्राइवेट या निजी हॉस्पिटल में 7-8 लाख तक खर्च करने पड़ सकते है! और अगर ब्लड ग्रुप मैच नहीं करता है तो खर्चा और बढ़ जाता है!

किडनी डायलेसिस पर कितना पैसा खर्च होता है? 

एक बार डायलेसिस में कम से कम 2,000 रूपए से 3,000 रूपए तक का खर्चा आता है जो हर महीने लगभग कम से कम 20,000 रूपए से 30,000 रूपए तक खर्च हो जाते है! डायलेसिस में रोगी को संक्रमण
का विशेष ध्यान रखना पड़ता है!
किडनी के रोग से बचाव के उपाय क्या है?
हालाँकि इस बीमारी का देर से पता चलता है लेकिन व्यक्ति अगर अपने जीवन में स्वस्थ को लेकर शुरू से ही सजग रहे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है!
गहरे रंग के साग सब्जी खाने चाहिए उनमे मेगनीसियम अधिक होता है, मेगनीसियम किडनी के लिए बहूत फायदेमंद होता है!
प्रोटीन, नमक, और सोडियम कम मात्र में खाए!
30 साल की उम्र से ही ब्लड प्रेशर और सुगर की नियमित जाँच करते रहना चाहिए
नियमित व्यायाम करे, अपने वजन को बढ़ने न दे, खाना समय पर और जितनी भूख हो उतनी ही खाएं, बाहर का खाना ना ही खाए तो बेहतर है, सफाई के खाने में विशेष ध्यान रखे, तथा पोषक तत्वों  से भरपूर भोजन करें!
अंडे के सफ़ेद वाले भाग को ही खाए उसमे किडनी को सुरक्षित रखने वाले तत्व जैसे के फोस्फोरस और एमिनो एसिड होते है

kidney fel rog ki herbal aushadhi 

मछली  खाए इसमे ओमेगा 3 फैटी एसिड किडनी को बीमारी से रक्षा करता है!
प्याज, स्ट्राबेरी, जामुन, लहसुन इत्यादी फायेदेमंद होते है ये मूत्र के संक्रमण से बचाते है तथा लहसुन में उपस्थित एंटी ओक्सिडेंट एवं एंटी क्लोटिंग तत्व दिल की रख्षा करता है और कोलेस्ट्रोल को कम करता है तथा किडनी के लिए फायदेमंद होता है!
 
किडनी मरीजो की जीवन शैली -

किडनी के रोगों में क्रोनिक नेफराईटीस बड़ी वजह हुआ करती थी लेकिन अब शूगर बड़ी वजह माना जाता है और उसके बाद इस बीमारी की बड़ी वजहों में हाइपरटेंशन व क्रोनिक नेफराईटीस का नंबर आता है!
किडनी की हर stage को लोग डायलेसिस से जोड़ देते है जबकि शरीर को डायलेसिस की जरूरत लगभग 95% डैमेज होने के बाद ही पड़ती है
इस रोग में हर व्यक्ति को अत्यधिक पानी पीने की सलाह नहीं दी जा सकती कुछ केसेस में ये हिदायत बिलकुल नहीं देनी चाहिए, एसोसिएटेड हार्ट डिजीज में और मरीज को लीवर के कुछ रोगों में केवल सिमित मात्र में ही पानी पीना चाहिए, इसलिए अपने डॉक्टर से इसके बारे में सलाह जरूर ले.

kidney fel rog ki herbal aushadhi 


विशिष्ट सलाह-  
  




किडनी फेल रोगी  मे बढे हुए क्रिएटनिन के लेविल को नीचे लाने और गुर्दे की कार्य क्षमता बढ़ाने हेतु  हर्बल औषधि सर्वाधिक सफल होती हैं| वैध्य दामोदर से
98267-95656 पर संपर्क किया जा सकता है| दुर्लभ जड़ी-बूटियों से निर्मित यह औषधि कितनी आश्चर्यजनक रूप से फलदायी है ,इसकी कुछ  केस रिपोर्ट्स पाठकों की सेवा मे प्रस्तुत कर रहा हूँ -



लेटेस्ट  केस रिपोर्ट -26/10/2020

नाम किडनी फेल रोगी : अमरसिंगजी -जुझारसिंगजी यादव   
स्थान : टाटका तहसील -सीतामऊ,जिला मंदसौर,मध्य प्रदेश 
इलाज से पहिले की टेस्ट रिपोर्ट 26/10/2020 के अनुसार 

serum Creatinine :7.18mg/dl

Urea                    :129mg/dl 


 यह औषधि पीने के 20 दिन बाद की स्थिति-

दिनांक-  15 /11/2020 की रिपोर्ट 

Serum creatinine :     2.18 mg/dl

urea:                          69  mg/dl  

तेजी से सुधार होते हुए स्थिति नॉर्मल होती जा रही है|
अभी इलाज जारी है| 



केस रिपोर्ट  



रोगी का नाम -     राजेन्द्र द्विवेदी 
इलाज से पूर्व की जांच रिपोर्ट -
जांच रिपोर्ट  दिनांक- 2/9/2017 
ब्लड यूरिया-   181.9/ mg/dl
S.Creatinine -  10.9mg/dl


















हर्बल औषधि प्रारंभ करने के 12 दिन बाद 
जांच रिपोर्ट  दिनांक - 14/9/2017 
ब्लड यूरिया -     31mg/dl
S.Creatinine  1.6mg/dl









12.11.19

नपुंसकता की होम्योपैथिक औषधियाँ





   इस रोग में व्यक्ति को भोगेच्छा होती ही नहीं है और यदि भोगेच्छ होती भी है तो उसमें इतनी शक्ति नहीं रहती कि वह स्त्री के साथ भोग् कर सके । पूर्व में अत्यधिक भोग करना, पौष्टिक पदार्थों का अभाव, काम क्रिया से घृणा आदि कारणों से यह रोग होता है । बहुत से लोग शीघ्रपतन और नपुंसकता को एक ही समझ लेते हैं जो कि गलत है- दोनों ही अलग-अलग होते हैं । इसी प्रकार बहुत से लोग यह समझ लेते हैं कि किसी पुरुष में सन्तान पैदा करने की क्षमता न होने को नपुंसकता कहते हैं- यह विचार भी गलत है क्योंकि सन्तान पैदा कर सकने की क्षमता न होने को बाँझपन कहा जाता है । वास्तव में, नपुसंकता से तात्पर्य भोग की इच्छा या भोग की शक्ति (लिंग में कड़ापन) के अभाव से है । नपुंसकता को नामर्दी भी कहा जाता है ।

नपुंसकता की अमोघ औषधि – डामियाना, एसिड फॉस, अश्वगंधा, एवेना सैटाइवा, स्टेफिसेग्रिया- 

इन पाँचों दवाओं के मूल अर्क (मदर टिंक्चर) की दो-दो ड्राम की मात्रा में लेकर अच्छी तरह मिला लें और इस सारे मिश्रण को किसी काँच की शीशी में भरकर रख लें । इस मिश्रण में से पाँच-पाँच बूंदें आधा कप पानी में मिलाकर लें । इस प्रकार प्रतिदिन तीन बार लेने से कुछ ही दिनों में सैक्स संबंधी सभी प्रकार की कमजोरी निश्चित ही समाप्त हो जाती है और रोगी को बहुत लाभ होता है। इन पाँचों दवाओं का वर्णन इस प्रकार है ।

डामियाना –

इसे टर्नेरा एफ्रोडिसियाका भी कहते हैं । इसका प्रयोग ही शुक्र-क्षय के कारण होने वाली बीमारियों में होता है। यह दवा लिंग में कड़ापन न होना, पुरुषत्व शक्ति का घट जाना, अत्यधिक मैथुन या इन्द्रिय-दोष आदि पर काम करती है ।

सेलेनियम 6, 30 – 

वीर्य पतला पड़ जाये, आँखें धैस जायें, रोगी क्रमशः कमजोर होता जाये, लिंग में कड़ापन न आये, अनैच्छिक रूप से भी वीर्यपात हो जाता हो- इन सभी लक्षणों वाली नपुंसकता में दें ।

सैबाल सेरुलेटा Q – 

प्रतिदिन पाँच से दस बूंदों को पानी में मिलाकर लेना ही पर्याप्त हैं । इस दवा से शक्ति का अभाव दूर होता है । इस दवा का सेवन करते समय रोगी को ब्रह्मचर्य से रहना चाहिये और भोग नहीं करना चाहिये । वास्तव में, इस दवा का सेवन प्रारंभ करते ही शक्ति महसूस होगी, यदि उसी समय भोग किया गया तो शक्ति नष्ट हो जायेगी । अतः कुछ दिनों तक भोग से दूर रहते हुये इस दवा का सेवन करें ।

एनाकार्डियम 30, 200 –

 हस्तमैथुन या वेश्याभोग के कारण जो व्यक्ति स्वयं की अयोग्य मान लेते हैं और इसी कारण स्त्री से दूर रहते हैं उन्हें इस दवा का सेवन कुछ दिनों तक लगातार करना चाहिये और सेवन के समय भोग से दूर रहना चाहिये ।
एसिड फॉस – इस दवा का प्रयोग धातु-दौर्बल्य तथा वीर्यक्षयजनित बीमारियों में होता है । जो व्यक्ति हस्तमैथुन या अत्यधिक इन्द्रियचालन करते हैं तथा जिन्हें स्वप्नदोष आदि होने लगता है उनके लिये यह लाभप्रद है ।
लाइकोपोडियम 1M – डॉ० नैश के अनुसार यह नपुंसकता की बहुत कारगर दवा है । अत्यधिक मैथुन, हस्तमैथुन, वृद्धावस्था आदि के कारण आई हुई नपुंसकता में यह दवा लाभप्रद है । नपुंसकता की इससे बढ़कर अन्य दवा नहीं है । यह दीर्घ क्रिया करने वाली औषधि है अतः इसकी उच्वशक्ति की एक मात्रा देकर परिणाम की प्रतीक्षा करनी चाहिये । इसे बार-बार या जल्दी-जल्दी दोहराना नहीं चाहिये अन्यथा दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं ।
अश्वगन्धा – जिस प्रकार आयुर्वेद चिकित्सा-पद्धति में इसकी जड़ के रस का बड़े ही आदर से मर्दाना  कमजोरी हेतु प्रयोग करते हैं उसी प्रकार होमियोपैथी में भी अश्वगन्धा मूल अर्क का मर्दाना कमजोरी में प्रयोग होता है । इसके प्रयोग से शक्ति प्राप्त होती हैं ।
स्टेफिसेग्रिया – इस दवा की क्रिया प्रमुख रूप से मस्तिष्क एवं जननेन्द्रिय पर होती है। जो युवक हमेशा एकान्त पाकर काम इच्छाओं की पूर्ति (हस्तमैथुन) करते हैं व जिसकी वजह से उनके मस्तिष्क में दुर्बलता आ जाती है- उनके लिये उत्तम है । इसके सेवन से कई प्रकार के गुप्त रोगों में भी यथोचित परिणाम मिलते हैं ।
एवेना सैटाइवा – यह मूलतः ओट या जाई (जो निम्न किस्म की एक घास होती है और जिसे निर्धन वर्ग के लोग खाते हैं) है परन्तु यह एक शक्तिवर्द्धक टॉनिक भी है । किसी भी प्रकार के शारीरिक क्षय, कमजोरी आदि में इसका मूल अर्क प्रयोग होता है । अनजाने में वीर्य निकल जाना, रति-शक्ति का घट जाना, वीर्यक्षय के कारण कमजोरी आदि स्थितियों में यह दवा बहुत अच्छा काम करती है। 

वीर्य जल्दी निकलने की समस्या के उपचार

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस(गर्दन का दर्द) के उपचार

वजन कम करने के लिए कितना पानी कैसे पीएं?

आलू से वजन कम करने के तरीके

प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने से पेशाब रुकावट की कारगर हर्बल औषधि

सेक्स का महारथी बनाने वाले आयुर्वेदिक नुस्खे


आर्थराइटिस(संधिवात),गठियावात ,सायटिका की तुरंत असर हर्बल औषधि

खीरा ककड़ी खाने के जबर्दस्त फायदे

शाबर मंत्र से रोग निवारण

उड़द की दाल के जबर्दस्त फायदे

किडनी फेल (गुर्दे खराब ) की रामबाण औषधि

मिश्री के सेहत के लिए कमाल के फायदे

महिलाओं मे कामेच्छा बढ़ाने के उपाय

मुँह सूखने की समस्या के उपचार

गिलोय के जबर्दस्त फायदे

पित्ताषय की पथरी के रामबाण हर्बल उपचार

इसब गोल की भूसी के हैं अनगिनत फ़ायदे

कान मे तरह तरह की आवाज आने की बीमारी

छाती मे दर्द Chest Pain के उपचार

सिर्फ आपरेशन नहीं ,किडनी की पथरी की १००% सफल हर्बल औषधि

बाहर निकले पेट को अंदर करने के उपाय

दिल की धड़कन असामान्य हो तो करें ये उपचार

किडनी फेल रोगी का डाईट चार्ट और इलाज

थायरायड समस्या का जड़ से इलाज

एलोवेरा से बढ़ाएँ ब्रेस्ट साईज़

सूखी खांसी के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार

अखरोट खाने के स्वास्थ्य लाभ

तिल्ली बढ़ जाने के आयुर्वेदिक नुस्खे

यौन शक्ति बढ़ाने के अचूक घरेलू उपाय/sex power

कई बीमारियों से मुक्ति द‍िलाने वाला है गिलोय


किडनी स्टोन के अचूक हर्बल उपचार

स्तनों की कसावट और सुडौल बनाने के उपाय

लीवर रोगों के अचूक हर्बल इलाज

सफ़ेद मूसली के आयुर्वेदिक उपयोग

दामोदर चिकित्सालय शामगढ़ के आशु लाभकारी उत्पाद

मेथी का पानी पीने के जबर्दस्त फायदे

च्यवनप्राश के स्वास्थ्य लाभ

जावित्री मसाले के औषधीय उपयोग

अनिद्रा की होम्योपैथिक औषधीयां

तुलसी है कई रोगों मे उपयोगी औषधि
 


3.11.19

हृदय रोगों के आयुर्वेदिक ,घरेलू उपचार

Protected by Copyscape DMCA Copyright Detector
      हृदय हमारे शरीर का अति महत्वपूर्ण अंग है। हृदय का कार्य शरीर के सभी अवयवों को आक्सीजनयुक्त रुधिर पहुंचाना है और आक्सीजनरहित दूषित रक्त को वापस फ़ेफ़डों को पहुंचाना है। फ़ेफ़डे दूषित रक्त को आक्सीजन मिलाकर शुद्ध करते हैं। हृदय के कार्य में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न होने पर हृदय के कई प्रकार के रोग जन्म लेते हैं।हृदय संबंधी अधिकांश रोग कोरोनरी धमनी से जुडे होते हैं। कोरोनरी धमनी में विकार आ जाने पर हृदय की मांसपेशियो और हृदय को आवेष्टित करने वाले ऊतकों को आवश्यक मात्रा में रक्त नहीं पहुंच पाता है।यह स्थिति भयावह है और तत्काल सही उपचार नहीं मिलने पर रोगी की शीघ्र ही मृत्यु हो जाती है। इसे हृदयाघात याने हार्ट अटैक कहते हैं। दर असल हृदय को खून ले जाने वाली नलियों में खून के थक्के जम जाने की वजह से रक्त का प्रवाह बाधित हो जाने से यह रोग पैदा होता है।
धमनी काठिन्य हृदय रोग में धमनियों का लचीलापन कम हो जाता है और धमनियां की भीतरी दीवारे संकुचित होने से रक्त परिसंचरण में व्यवधान आता है। इस स्थिति में शरीर के अंगों को पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता है। हृदय की मासपेशिया धीरे-धीरे कमजोर हो जाने की स्थिति को कार्डियोमायोपेथी कहा जाता है।हृदय शूल को एन्जाईना पेक्टोरिस कहा जाता है। धमनी कठोरता से पैदा होने वाले इस रोग में ्वक्ष में हृदय के आस-पास जोर का दर्द उठता है।रोगी तडप उठता है।
महिलाओं की तुलना में पुरुषों में हृदय संबंधी रोग ज्यादा देखने में आते है।
अब हम हृदय रोग के प्रमुख कारणों पर विचार प्रस्तुत करते हैं--

मोटापा
धमनी की कठोरता
उच्च रक्त चाप
हृदय को रक्त ले जाने वाली खून की नलियों में ब्लड क्लाट याने खून का थक्का जमना
विटामिन सी और बी काम्प्लेक्स की कमी होना
खून की नलियों में कोलेस्टरोल जमने से रक्त प्रवाह में बाधा पडने लगती है। कोलेस्टरोल मोम जैसा पदार्थ होता है जो हमारे शरीर के प्रत्येक हिस्से में पाया जाता है। वांछित मात्रा में कोलेस्टरोल का होना अच्छे स्वास्थ्य के लिये बेहद जरुरी है। लेकिन अधिक वसायुक्त्र भोजन पदार्थों का उपयोग करने से खराब कोलेस्टरोल जिसे लो डॆन्सिटी लाईपोप्रोटीन कहते हैं ,खून में बढने लगता है और अच्छी क्वालिटी का कोलेस्टरोल जिसे हाई डेन्सिटी लाईपोप्रोटीन कहते हैं ,की मात्रा कम होने लगती है। कोलेस्टरोल की बढी हुई मात्रा हृदय के रोगों का अहम कारण माना गया है। वर्तमान समय में गलत खान-पान और टेन्शन भरी जिन्दगी की वजह से हृदय रोग से मरने वाले लोगों का आंकडा बढता ही जा रहा है।
माडर्न मेडीसिन में हृदय रोगों के लिये अनेकों दवाएं आविष्कृत हो चुकी हैं। लेकिन कुदरती घरेलू पदार्थों का उपयोग कर हम दिल संबधी रोगों का सरलता से समाधान कर सकते हैं।सबदे अच्छी बात है कि ये उपचार आधुनिक चिकित्सा के साथ लेने में भी कोई हानि नहीं है।
१) लहसुन में एन्टिआक्सीडेन्ट तत्व होते है और हृदय रोगों में आशातीत लाभकारी घरेलू पदार्थ है।लहसुन में खून को पतला रखने का गुण होता है । इसके नियमित उपयोग से खून की नलियों में कोलेस्टरोल नहीं जमता है। हृदय रोगों से निजात पाने में लहसुन की उपयोगिता कई वैग्यानिक शोधों में प्रमाणित हो चुकी है। लहसुन की ४ कली चाकू से बारीक काटें,इसे ७५ ग्राम दूध में उबालें। मामूली गरम हालत में पी जाएं। भोजन पदार्थों में भी लहसून प्रचुरता से इस्तेमाल करें।
२) अंगूर हृदय रोगों में उपकारी है। जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक का दौरा पड चुका हो उसे कुछ दिनों तक केवल अंगूर के रस के आहार पर रखने के अच्छे परिणाम आते हैं।इसका उपयोग हृदय की बढी हुई धडकन को नियंत्रित करने में सफ़लतापूर्वक किया जा सकता है। हृद्शूल में भी लाभकारी है।
३) शकर कंद भूनकर खाना हृदय को सुरक्षित रखने में उपयोगी है। इसमें हृदय को पोषण देने वाले तत्व पाये जाते हैं। जब तक बाजार में शकरकंद उपलब्ध रहें उचित मात्रा में उपयोग करते रहना चाहिये।
५) आंवला विटामिन सी का कुदरती स्रोत है। अत: यह सभी प्रकार के दिल के रोगों में प्रयोजनीय है।
६) सेवफ़ल कमजोर हृदय वालों के लिये बेहद लाभकारी फ़ल है। सीजन में सेवफ़ल प्रचुरता से उपयोग करें।
७) प्याज हृदय रोगों में हितकारी है। रोज सुबह ५ मि लि प्याज का रस खाली पेट सेवन करना चाहिये। इससे खून में बढे हुए कोलेस्टरोल को नियंत्रित करने भी मदद मिलती है।
८) हृदय रोगियों के लिये धूम्रपान बेहद नुकसानदेह साबित हुआ है। धूम्र पान करने वालों को हृदय रोग होने की दूगनी संभावना रहती है।
९) जेतून का तैल हृदय रोगियों में परम हितकारी सिद्ध हुआ है। भोजन बनाने में अन्य तैलों की बजाय ओलिव आईल का ही इस्तेमाल करना चाहिये। ओलिव आईल के प्रयोग से खून में अच्छी क्वालिटी का कोलेस्टरोल(हाई डेन्सिटी लिपोप्रोटीन) बढता है।
१०) निंबू हृदय रोगों में उपकारी फ़ल है। यह रक्तवहा नलिकाओं में कोलेस्टरोल नहीं जमने देता है। एक गिलास मामूली गरम जल में एक निंबू निचोडें,इसमें दो चम्मच शहद भी मिलाएं और पी जाएं। यह प्रयोग सुबह के वक्त करना चाहिये।
११) प्राकृतिक चिकित्सा में रात को सोने से पहिले मामूली गरम जल के टब में गले तक डूबना हृदय रोगियों के लिये हितकारी बताया गया है। १०-१५ मिनिट टब में बैठना चाहिये। यह प्रयोग हफ़्ते मॆ दो बार करना कर्तव्य है।
१२) कई अनुसंधानों में यह सामने आया है कि विटामिन ई हृदय रोगों में उपकारी है। यह हार्ट अटैक से बचाने वाला विटामिन है। इससे हमारे शरीर की रक्त कोषिकाओं में पर्याप्त आक्सीजन का संचार होता है।
१५)एक कटोरी लौकी के रस में पुदीने व तुलसी के ७-८ पत्तों का रस, २-४ काली मिर्च का चूर्ण व १ चुटकी सेंधा नमक मिलाकर पियें l इससे ह्रदय को बल मिलता है और पेट की गड़बडियां भी दूर हो जाती हैं l
१६) नींबू का रस, लहसुन का रस, अदरक का रस व सेवफल का सिरका समभाग मिलाकर धीमी आंच पर उबालें l एक चौथाई शेष रहने पर नीचे उतारकर ठंडा कर लें l तीन गुना शहद मिलाकर कांच की शीशी में भरकर रखें l प्रतिदिन सुबह खाली पेट २ चम्मच लें l इससे Blockage खुलने में मदद मिलेगी l
१७) अगर सेवफल का सिरका न मिले तो पान का रस, लहसुन का रस, अदरक का रस व शहद प्रत्येक १-१ चम्मच मिलाकर लें l इससे भी रक्तवाहिनियाँ साफ़ हो जाती हैं l लहसुन गरम पड़ता हो तो रात को खट्टी छाछ में भिगोकर रखें



१८) उड़द का आटा, मक्खन, अरंडी का तेल व शुद्ध गूगल संभाग मिलाके रगड़कर मिश्रण बना लें l सुबह स्नान के बाद ह्रदय स्थान पर इसका लेप करें l २ घंटे बाद गरम पानी से धो दें l इससे रक्तवाहिनियों में रक्त का संचारण सुचारू रूप से होने लगता है l
१९) ३ ग्राम ग्राम दालचीनी चूर्ण एक कटोरी दूध में उबालकर पियें l दालचीनी गरम पड़ती हो तो १ ग्राम यष्टिमधु चूर्ण मिला दें l इससे कोलेस्ट्रोल के अतिरिक्त मात्रा घट जाती है
२०) भोजन में लहसुन, किशमिश, पुदीना व हरा धनिया की चटनी लें l आवलें का चूर्ण, रस, चटनी, मुरब्बा आदि किसी भी रूप में नियमित सेवन करें l
२१) औषधि कल्पों में स्वर्ण मालती , जवाहरमोहरा पिष्टि, साबरशृंग भस्म, अर्जुन छाल का चूर्ण, दशमूल क्वाथ आदि हृदय रोगों का निर्मूलन करने में सक्षम है l
२२)
कोलेस्ट्रोल,बी पी , हार्ट अटैक और धमनियों के ब्लाकेज का यूनानी , आयुर्वेदिक इलाज-
अदरक (ginger juice) - यह खून को पतला करता हे वह दर्द को प्राकर्तिक तरीके से 90% तक कम करता हें।
लहसुन (garlic juice) - इसमें मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता हे।
नींबू (lemon juice) - इसमें मौजूद antioxidants,vitamin C वह potassium खून को साफ़ करते हैं व रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाते हैं।
एप्पल साइडर सिरका ( apple cider vinegar) - इसमें 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हे वह थकान को मिटती हें।





प्रोस्टेट ग्रंथि वृद्धि से मूत्रबाधा का 100%सफल इलाज


प्रोस्टेट एक छोटी सी ग्रंथि होती है जिसका आकार अ्खरोट के बराबर होता है। यह पुरुष के मूत्राषय के नीचे और मूत्रनली के आस-पास होती है।50 % लोगो को 60 साल की उम्र में और 30 % लोगो को 40 साल की उम्र में प्रोस्टेट की समस्या होने लगती है| प्रोस्टेट ग्लैंड को पुरुषो का दूसरा दिल माना जाता है| पौरूष ग्रंथि का मुख्य कार्य प्रजनन के लिए सीमेन बनाना और यूरीन के बहाव को कंट्रोल करना है| प्रोस्टेट ग्लैंड उम्र के साथ साथ अपने आप बढ़ती जाती है| प्रोस्टेट ग्लैंड अपने आप बढ़ने के कारण अधिक लम्बी हो जाती है| अधिक लम्बी होने पर प्रोस्टेट ग्लैंड शरीर पर हानिकारक असर डालती है| इस समस्या को बीपीएच (बीनीग्न प्रोस्टेट हाइपरप्लेसिया) भी कहते है|इसमें पुरुष के सेक्स हार्मोन प्रमुख भूमिका होती है। जैसे ही प्रोस्टेट बढती है मूत्र नली पर दवाब बढता है और पेशाब में रुकावट की स्थिति बनने लगती है। पेशाब पतली धार में ,थोडी-थौडी मात्रा में लेकिन बार-बार आता है कभी-कभी पेशाब टपकता हुआ बूंद बूंद जलन के साथ भी आता है। कभी-कभी पेशाब दो फ़ाड हो जाता है। रोगी मूत्र रोक नहीं पाता है। रात को बार -बार पेशाब के लिये उठना पडता जिससे नीद में व्यवधान पडता है।
यह रोग 70 की आयु के बाद उग्र हो जाता है और पेशाब पूरी तरह रुक जाने के बाद डॉक्टर केथेटर की नली लगाकर यूरिन बेग मे मूत्र करने का इंतजाम कर देते हैं|
यह देखने मे आता है कि 60 के पार 50% पुरुषों मे इस रोग के लक्षण प्रकट होने लगते हैं जबकि 70-80 की आयु के लोगों मे 90% पुरुषों मे यह रोग प्रबल रूप मे दिखाई देता है|

प्रोस्टेट वृद्धि के लक्षण -

1) पेशाब करने मे कठिनाई महसूस होती है|
2) थोड़ी-थोड़ी देर मे पेशाब की हाजत मालूम होती है| रात को कई बार पेशाब के लिए उठना पड़ता है
3) पेशाब की धार चालू होने मे विलंब होना|
4) मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं होता , मूत्र की कुछ मात्रा मूत्राशय मे शेष रह जाती है | इस शेष रहे मूत्र मे रोगाणु पनपते हैं| जो किडनी मे खराबी पैदा करते हैं|
5) ऐसा प्रतीत होता है कि पेशाब की जोरदार हाजत हो रही है लेकिन बाथरूम जाने पर पेशाब की कुछ बूंदे निकलती हैं या रूक - रूक कर पेशाब होता है |
6) पेशाब मे जलन लगती है|
7) पेशाब कर चुकने के बाद भी पेशाब की बूंदें टपकती रहती हैं| याने मूत्र पर कंट्रोल नहीं रहता |
8) अंडकोष मे दर्द उठता रहता है|
9) संभोग मे दर्द के साथ वीर्य छूटता है |




आधुनिक चिकित्सा में इस रोग को स्थाई तौर पर ठीक करने वाली कोई सफ़ल औषधि इजाद नहीं हुई है। इसलिये रोगी को आपरेशन कराने की सलाह दी जाती है। इस आपरेशन में लगभग 25-30 हजार का खर्च बैठता है। ऐसा भी देखने में आता है कि आपरेशन के कुछ साल बाद फ़िर मूत्र रूकावट के हालात बनने लगते हैं।
अपने दीर्घकालिक अनुभव के आधार पर बुजुर्गों को परेशान करने वाली इस बीमारी को नियंत्रित करने वाले कुछ घरेलू उपचार यहां प्रस्तुत कर रहा हूं जिनका समुचित प्रयोग करने से इस व्याधि से मुक्ति पाई जा सकती है।

१) दिन में ३-४ लिटर पानी पीने की आदत डालें। लेकिन शाम को ६ बजे बाद जरुरत मुताबिक ही पानी पियें ताकि रात को बार बार पेशाब के लिये न उठना पडे।.
२) अलसी को मिक्सर में चलाकर पावडर बनालें । यह पावडर 15 ग्राम की मात्रा में पानी में घोलकर दिन में दो बार पीयें। बहुत लाभदायक उपचार है।
३) कद्दू में जिन्क पाया जाता है जो इस रोग में लाभदायक है। कद्दू के बीज की गिरी निकालकर तवे पर सेक लें। इसे मिक्सर में पीसकर पावडर बनालें। यह चूर्ण २० से ३० ग्राम की मात्रा में नित्य पानी के साथ लेने से प्रोस्टेट सिकुडकर मूत्र खुलासा होने लगता है।
४) चर्बीयुक्त ,वसायुक्त पदार्थों का सेवन बंद कर दें। मांस खाने से भी परहेज करें।
५) हर साल प्रोस्टेट की जांच कराते रहें ताकि प्रोस्टेट केंसर को प्रारंभिक हालत में ही पकडा जा सके।
 6) चाय और काफ़ी में केफ़िन तत्व पाया जात है। केफ़िन मूत्राषय की ग्रीवा को कठोर करता है और प्रोस्टेट रोगी की तकलीफ़ बढा देता है। इसलिये केफ़िन तत्व वाली चीजें इस्तेमाल न करें।

७) सोयाबीन में फ़ायटोएस्टोजीन्स होते हैं जो शरीर मे टेस्टोस्टरोन का लेविल कम करते हैं। रोज ३० ग्राम सोयाबीन के बीज गलाकर खाना लाभदायक उपचार है।
८) विटामिन सी का प्रयोग रक्त नलियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिये जरूरी है। ५०० एम जी की 2 गोली प्रतिदिन लेना हितकर माना गया है।
9) दों टमाटर प्रतिदिन या हफ्ते मे 3-4 बार खाने से प्रोस्टेट केन्सर का खतरा 50% तक कम हो जाता है| इसमे पाये जाने वाले लायकोपिन, और एंटीआक्सीडेंट्स केन्सर की रोक थाम कर सकते हैं|

विशिष्ट परामर्श-



प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने मे हर्बल औषधि सर्वाधिक कारगर साबित हुई हैं| यहाँ तक कि लंबे समय से केथेटर नली लगी हुई मरीज को भी केथेटर मुक्त होकर स्वाभाविक तौर पर खुलकर पेशाब आने लगता है| प्रोस्टेट ग्रंथि के अन्य विकारों (मूत्र    जलन , बूंद बूंद पेशाब टपकना, रात को बार -बार  पेशाब आना,पेशाब दो फाड़)  मे रामबाण औषधि है|  केंसर की नोबत  नहीं आती| आपरेशन  से बचाने वाली औषधि हेतु वैध्य श्री दामोदर से 
98267-95656
 पर संपर्क कर सकते हैं|

लकवा रोग की आयुर्वेदिक व घरेलू चिकित्सा


आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के मतानुसार लकवा मस्तिष्क के रोग के कारण प्रकाश में आता है।इसमें अक्सर शरीर का दायां अथवा बायां हिस्सा प्रभावित होता है। मस्तिषक की नस में रक्त का थक्का जम जाता है या मस्तिष्क की किसी रक्त वाहिनी से रक्तस्राव होने लगता है। शरीर के किसी एक हिस्से का स्नायुमंडल अचानक काम करना बंद कर देता है याने उस भाग पर नियंत्रण नहीं रह जाता है।दिमाग में चक्कर आने और बेहोश होकर गिर पडने से अग क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
हाईब्लड प्रेशर भी लकवा का कारण हो सकता है। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर २२० से ज्यादा होने पर लकवा की भूमिका तैयार हो सकती है।
पक्षाघात तब लगता है जब अचानक मस्तिष्क के किसी हिस्से मे रक्त आपूर्ति रुक जाती है या मस्तिष्क की कोई रक्त वाहिका फट जाती है और मस्तिष्क की कोशिकाओं के आस-पास की जगह में खून भर जाता है। जिस तरह किसी व्यक्ति के हृदय में जब रक्त आपूर्ति का आभाव होता तो कहा जाता है कि उसे दिल का दौरा पड़ गया है उसी तरह जब मस्तिष्क में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या मस्तिष्क में अचानक रक्तस्राव होने लगता है तो कहा जाता है कि आदमी को मस्तिष्क का दौरा पड़ गया है।
शरीर की सभी मांस पेशियों का नियंत्रण केंद्रीय तंत्रिकाकेंद्र (मस्तिष्क और मेरुरज्जु) की प्रेरक तंत्रिकाओं से, जो पेशियों तक जाकर उनमें प्रविष्ट होती हैं,से होता है। अत: स्पष्ट है कि मस्तिष्क से पेशी तक के नियंत्रणकारी अक्ष के किसी भाग में, या पेशी में हो, रोग हो जाने से पक्षाघात हो सकता है। सामान्य रूप में चोट, अर्बुद की दाब और नियंत्रणकारी अक्ष के किसी भाग के अपकर्ष आदि, किसी भी कारण से उत्पन्न प्रदाह का परिणाम आंशिक या पूर्ण पक्षाघात होता है।

लकवा के कारण-
लकवा हमेशा केंद्रीय तंत्रिका तंत्र जिसमें मस्तिष्क एवं स्पाइरल कार्ड शामिल हैं में गड़बड़ी अथवा पेरिफेरल नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार है जिसके कारण होता है। निम्न कारण जो तंत्रिका की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार हैं जिसके कारण पक्षाघात होता है।
1: स्ट्रोक- स्ट्रोक लकवा का मुख्य कारण है। इसमें मस्तिष्क का निश्चित स्थान कार्य करना बंद कर देता है। जिससे शरीर को उचित संकेत भेज एवं प्राप्त नहीं कर पाते हैं। स्ट्रोक हाथ व पैर में लकवा की सम्भावना ज्यादा रहती है।
ट्यूमर: विभिन्न प्रकार के ट्यूमर मस्तिष्क अथवा स्पाइनल कार्ड में पाए जाते हैं वह वहां के रक्त प्रवाह को प्रभावित करके लकवा उत्पन्न करते हैं।
ट्रामा अथवा चोट: चोट के कारण अंदरूनी रक्त प्रवाह कारण मस्तिष्क एवं स्पाइनल कार्ड में रक्त प्रवाह कम हो जाता है जिससे लकवा हो सकता है।सिरेबरल पैल्सि : ये बच्चों में जन्म के समय होती हे जिसके कारण लकवा हो सकता है। इसके अतिरिक्त निम्न स्थितियां स्पाइनल कार्ड की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार हैं।

1: स्लिप डिस्क
2: न्यूरोडिजनरेटिक डिस्क
3:स्पोन्डोलाइसिस
इसके अतिरिक्त लकवा के अन्य कारण भी हो सकते हैं।
लकवा के प्रकार -
लकवा प्रमुख रूप से इतने प्रकार का हो सकता है।
*लकवा जिस अंग को प्रभावित करता है उसके अनुसार उसका विभाजन किया जाता है।
*मोनोप्लेजिया: इसमें शरीर का एक हाथ या पैर प्रभावित होता है।
*डिप्लेजिया: जिनमें शरीर के दोनों हाथ या पैर प्रभावित होते हैं।
*पैराप्लेजिया: जिसमें शरीर के दोनों धड़ प्रभावित हो जाते हैं।
*हेमिप्लेजिया: इसमें एक तरफ के अंग प्रभावित होते हैं।
*क्वाड्रिप्लेजिया: इसमें धड़ और चारों हाथ पैर प्रभावित होते हैं।
*लकवा का आक्रमण होने पर रोगी को किसी अच्छे अस्पताल में सघन चिकित्सा कक्ष में रखना उचित रहता है।इधर उधर देवी-देवता के चक्कर में समय नष्ट करना उचित नहीं है। अगर आपकी आस्था है तो कोई बात नहीं पहिले बडे अस्पताल का ईलाज करवाएं बाद में आस्थानुसार देवी-देवता का आशीर्वाद भी प्राप्त करलें।
*लकवा पडने के बाद अगर रोगी हृष्ट-पुष्ट है तो उसे ५ दिन का उपवास कराना चाहिये। कमजोर शरीर वाले के लिये ३ दिन के उपवास करना उत्तम है। उपवास की अवधि में रोगी को सिर्फ़ पानी में शहद मिलाकर देना चाहिये। एक गिलास जल में एक चम्मच शहद मिलाकर देना चाहिये। इस प्रक्रिया से रोगी के शरीर से विजातीय पदार्थों का निष्कासन होगा, और शरीर के अन्गों पर भोजन का भार नहीं पडने से नर्वस सिस्टम(नाडी मंडल) की ताकत पुन: लौटने में मदद मिलेगी।रोगी को सीलन रहित और तेज धूप रहित कमरे मे आरामदायक बिस्तर पर लिटाना चाहिये।
*उपवास के बाद रोगी को कबूतर का सूप देना चाहिये। कबूतर न मिले तो चिकन का सूप दे सकते हैं। शाकाहारी रोगी मूंग की दाल का पानी पियें। रोगी को कब्ज हो तो एनीमा दें।
*लहसुन की ३ कली पीसकर दो चम्मच शहद में मिलाकर रोगी को चटा दें।
*१० ग्राम सूखी अदरक और १० ग्राम बच पीसलें इसे ६० ग्राम शहद मिलावें। यह मिश्रण रोगी को ६ ग्राम रोज देते रहें।
*लकवा रोगी का ब्लड प्रेशर नियमित जांचते रहें। अगर रोगी के खून में कोलेस्ट्रोल का लेविल ज्यादा हो तो ईलाज करना वाहिये।रोगी तमाम नशीली चीजों से परहेज करे। भोजन में तेल,घी,मांस,मछली का उपयोग न करे।




बरसात में निकलने वाला लाल रंग का कीडा वीरबहूटी लकवा रोग में बेहद फ़ायदेमंद है। बीरबहूटी एकत्र करलें। छाया में सूखा लें। सरसों के तेल पकावें।इस तेल से लकवा रोगी की मालिश करें। कुछ ही हफ़्तों में रोगी ठीक हो जायेगा। इस तेल को तैयार करने मे निरगुन्डी की जड भी कूटकर डाल दी जावे तो दवा और शक्तिशाली बनेगी।एक बीरबहूटी केले में मिलाकर रोजाना देने से भी लकवा में अत्यन्त लाभ होता है।
सफ़ेद कनेर की जड की छाल और काला धतूरा के पत्ते बराबर वजन में लेकर सरसों के तेल में पकावें। यह तेल लकवाग्रस्त अंगों पर मालिश करें। अवश्य लाभ होगा।
लहसुन की 4 कली दूध में उबालकर लकवा रोगी को नित्य देते रहें। इससे ब्लडप्रेशर ठीक रहेगा और खून में थक्का भी नहीं जमेगा।
लकवा रोगी के परिजन का कर्तव्य है कि रोगी को सहारा देते हुए नियमित तौर पर चलने फ़िरने का व्यायाम कराते रहें। आधा-आधा घन्टे के लिये दिन में ३-४ बार रोगी को सहारा देकर चलाना चाहिये। थकावट ज्यादा मेहसूस होते ही विश्राम करने दें।

आयुर्वेदिक मत से लकवे की चिकित्सा-

अगर शरीर का कोई अंग या शरीर दायीं तरफ से लकवाग्रस्त है तो वृहतवातचिंतामणीरस अत्यंत उपयोगी औषधि है| उसमे से एक गोली सुबह ओर एक गोली साँय को शुद्ध शहद से लेवें।
अगर कोई बायीं तरफ से लकवाग्रस्त है उसको वीर-योगेन्द्र रस (वैदनाथ फार्मेसी) की सुबह साँय एक एक गोली शहद के साथ लेनी है।
गोली को शहद से कैसे ले? उसके लिए गोली को एक चम्मच मे रखकर दूसरे चम्मच से पीस ले, उसके बाद उसमे शहद मिलकर चाट लें। ये दवा निरंतर लेते रहना है, जब तक पीड़ित स्वस्थ न हो जाए।
पीड़ित व्यक्ति को मिस्सी रोटी (चने का आटा) और शुद्ध घी (मक्खन नहीं) का प्रयोग प्रचुर मात्र मे करना है। शहद का प्रयोग भी ज्यादा से ज्यादा अच्छा रहेगा।
लाल मिर्च, गुड़-शक्कर, कोई भी अचार, दही, छाछ, कोई भी सिरका, उड़द की दाल पूर्णतया वर्जित है। फल मे सिर्फ चीकू ओर पपीता ही लेना है, अन्य सभी फल वर्जित हैं।

लकवा से होने वाली जटिलताए और होम्योपैथी-

यदि लकवा लम्बे समय तक रहता है तो यह प्रभावित अंग को गम्भीर नुकसान पहुंचा सकता है। इसके कारण शरीर मात्र अस्थि का ढांचा बन जाता है। रोगी को देखने, सुनने व बोलने में परेशानी होने लगती है।
गम्भीर लकवाग्रस्त रोगी को चिकित्सालय में भर्ती कराना चाहिए। होम्योपैथी में लकवा का उपचार सम्भव है। होम्योपैथिक उपचार में रोगी के शारीरिक, मानसिक एवं अन्य लक्षणों को दृष्टिगत रखते हुए औषधि का चयन किया जाता है। कुछ दवाएं जो ज्यादा चलनमे है उनमें रस टॉस्क नाम की औषधि है जो शरीर के निचले हिस्से का लकवा इसके अतिरिक्त यदि लकवा गीला होने या नमी स्थानों में रहने से हो, यदि लकवा टाइफाइड के बुखार के बाद हो उसमें लाभकारी होती है। इसमें शरीर अंगों में जकडऩ में हो जाती तथा ये लकवा के पुराने मरीजों को बेहद लाभ पहुंचाता है। बच्चों में होने वाले लकवा में लाभकारी होता है।
क्रास्टिकम नाम की यह होम्योपैथी दवा ठंड के कारण लकवा मारने या सर्दियों के मौसम में पैरालिसिस का अटैक पडऩे पर प्रभावी हो सकती है। इसके अलावा जीभ चेहरा या गले पर अचानक पडऩे वाले लकवा में भी कारगर साबित होता है।
बेलाडोना नाम की औषधि से शरीर के सीधी तरफ का लकवा ठीक होता है। इस प्रकार के लकवा से प्रभावित व्यक्ति विक्षिप्त तक हो जाता है। इसमें इसी प्रकार नक्सवोमिका का प्रयोग तब लाभकारी होता है। शरीर का निचला हिस्सा लकवा से प्रभावित हो और उन अंगों हिलाने डुलाने में बहुत जोर लगाना पड़ता हो ऐसे लक्षणों में नक्सवोमिका रामबाण साबित हो सकती है।
लकवा के उपचार में प्रयुक्त होने वाली अन्य औषधियों में कॉस्टिकम, जैलसिमियम, पल्म्बम,डल्कामारा, सल्फर, काकुलस, नैट्रमम्योर, कैलमिया, अर्जेटम, नाइट्रिकम, एकोमाइट, एल्युमिना आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा लकवाग्रस्त रोगी को ताजा खाना देना चाहिए। इसके अतिरिक्त चावल और गेहूं के साथ ही मौसमी फल भी फायदा करते हैं|

  • पायरिया के घरेलू इलाज
  • चेहरे के तिल और मस्से इलाज
  • लाल मिर्च के औषधीय गुण
  • लाल प्याज से थायराईड का इलाज
  • जमालगोटा के औषधीय प्रयोग
  • एसिडिटी के घरेलू उपचार
  • नींबू व जीरा से वजन घटाएँ
  • सांस फूलने के उपचार
  • कत्था के चिकित्सा लाभ
  • गांठ गलाने के उपचार
  • चौलाई ,चंदलोई,खाटीभाजी सब्जी के स्वास्थ्य लाभ
  • मसूड़ों के सूजन के घरेलू उपचार
  • अनार खाने के स्वास्थ्य लाभ
  • इसबगोल के औषधीय उपयोग
  • अश्वगंधा के फायदे
  • लकवा की चमत्कारी आयुर्वेदिक औषधि वृहत वात चिंतामणि रस
  • मर्द को लंबी रेस का घोडा बनाने के अद्भुत नुस्खे
  • सदाबहार पौधे के चिकित्सा लाभ
  • कान बहने की समस्या के उपचार
  • पेट की सूजन गेस्ट्राईटिस के घरेलू उपचार
  • पैर के तलवों में जलन को दूर करने के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार
  • लकवा (पक्षाघात) के आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे
  • डेंगूबुखार के आयुर्वेदिक नुस्खे
  • काला नमक और सेंधा नमक मे अंतर और फायदे
  • हर्निया, आंत उतरना ,आंत्रवृद्धि के आयुर्वेदिक उपचार
  • पाइल्स (बवासीर) के घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे
  • चिकनगुनिया के घरेलू उपचार
  • चिरायता के चिकित्सा -लाभ
  • ज्यादा पसीना होने के के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार
  • पायरिया रोग के आयुर्वेदिक उपचार
  • व्हीटग्रास (गेहूं के जवारे) के रस और पाउडर के फायदे
  • घुटनों के दर्द को दूर करने के रामबाण उपाय
  • चेहरे के तिल और मस्से हटाने के उपचार
  • अस्थमा के कारण, लक्षण, उपचार और घरेलू नुस्खे
  • वृक्क अकर्मण्यता(kidney Failure) की रामबाण हर्बल औषधि
  • शहद के इतने सारे फायदे नहीं जानते होंगे आप!
  • वजन कम करने के उपचार
  • केले के स्वास्थ्य लाभ
  • लीवर रोगों की महौषधि भुई आंवला के फायदे
  • हरड़ के गुण व फायदे
  • कान मे मेल जमने से बहरापन होने पर करें ये उपचार
  • पेट की खराबी के घरेलू उपचार
  • शिवलिंगी बीज के चिकित्सा उपयोग




  • 7.10.19

    "उपचार और आरोग्य" ब्लॉग के 500 लेखों की लिंक सूची



    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: प्रोस्टेट ग्रन्थि वृद्धि से मूत्र रुकावट का 100% सफल हर्बल इलाज // Successful treatment of urinary obstruction by enlarged prostate 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज जड़ से खत्म करेंगे ये घरेलू आयुर्वेदिक उपचार//How to fight constipation? 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: मोतियाबिंद और कमजोर नजर के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार. 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कैसा भी कितना भी पुराना गठिया, जोड़ो का दर्द (Arthritis) मात्र कुछ ही दिनों मैं ठीक करें//How to treat and tackle gout problems? 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: सूखी खांसी की आयुर्वेदिक घरेलु चिकित्सा // Home Remedies to cure dry coug


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी विकृति के कारण और उपचार -डॉ॰आलोक


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: बच्चों के लिए फ्रूट जूस के फायदे नुकसान 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: माइग्रेन(अधकपारी) के दर्द के आयुर्वेदिक,होम्योपैथिक उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पार्किंसंस रोग के कारण ,लक्षण ,उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: दाँत मजबूत बनाने के कारगर उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पायरिया रोग के आयुर्वेदिक उपचार -डॉ॰आलोक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पुरुष बांझपन के आयुर्वेदिक उपचार -डॉ.आलोक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पिचके गाल गोल मटोल बनाने के उपाय //Make squeaky cheeks chubby 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कफ बलगम निकालने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अदरक की चाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कफ बलगम निकालने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: लाल मिर्च 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एपल पेस्ट 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुब्बारे फुलाएं 


    हर्बल नुस्खे और आरोग्य ब्लॉग के 500 लेख की लिंक-सूची


    https://ddayaram.blogspot.com/2019/10/1-pages-herbal-nuskhe-aur-aarogya-2010.html


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पिचके गाल फुलाने के उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: मेथी पेस्ट लगाएं 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कैफीन युक्त पेय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: बच्चों के लिए फ्रूट जूस के फायदे नुकसान 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: मीठे पेय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंखों पर सिर दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: माइग्रेन(अधकपारी) के दर्द के उपचार 


    भजन - सरोवर: Free Hindi Bhajan 

    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: मिचली की समस्या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डिप्रेशन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: नींद की समस्या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पार्किंसंस रोग के कारण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: लक्षण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: दही का उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: दाँत मजबूत बनाने के कारगर उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: नीम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: मुलैठी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: लौंग तेल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंवले के रस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: नीम का उपयोग 


    घरेलू आयुर्वेदिक उपचार के 500 लेख की लिंक-सूची 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पायरिया रोग के आयुर्वेदिक उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अंडकोष में दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: इरेक्‍शन में समस्‍या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: पुरुष बांझपन के आयुर्वेदिक उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: .पुरुषों के लिए 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: .प्याज का रस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: .लहसुन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: · सिर दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 'क्रोमोपैथी'
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: * नेत्र ज्योतिवर्द्धक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: *स्मरण शक्ति वर्द्धक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 15 बीमारियाँ नाशक एक अनुपम नुस्खा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: cystitis 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: High Blood Pressure 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: How to tackle Blurred vision 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: Kidney Diseases and Treatments 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: Medicinal use of coriander 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: Mole removal measures 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: Symptoms and home remedies for hysteria 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: Ways to get rid of cockroaches 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अकरकरा के उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अंकुरित गेहूं 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अक्सर होने वाली बीमारियों का घरेलू इलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अखरोटदालचीनी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अगर होती है सफर मे उलटी तो करें ये घरेलू उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अगस्त पेड़ के गुण फायदे उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अंगूर के फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अंगूर के लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अच्छी नींद 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अच्छे स्वास्थ्य के लिए उत्तम कूकिंग आईल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अजवाईन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अजवायन 

    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अजवायन चूर्ण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अत्यधिक मासिक धर्म 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अदरक और शहद 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अदरक का पानी फायदेमंद 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अदरक का रस


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अदरक के पानी के अनुपम फायदे: 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अनार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अनार - 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अनिद्रा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अनिद्रा की समस्या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अनिद्रा दूर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अपेंडिसाइटिस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अमलतास के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अम्लपित्त 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अरंडी तेल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अरण्डी के तैल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अरबी के फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अरबी के लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अरबी से ईलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अर्जुन की छाल के औषधीय गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अर्निका-होम्योपैथिक औषधि के लक्षण 


    सरल नुस्खे सेहत उपकार ब्लॉग के 500 लेख की लिंक-सूची


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अलसी के उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अलसी के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अलसी के लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अल्सर के लिए सीताफल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अवसाद में


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अवांछित तिल हटाने के घरेलू उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अशोकारिष्ट के लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अश्वगंधा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अश्वगंधा के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: असगंध 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: असगन्ध 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अस्थमा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अस्थि भंग (हड्डी टूटना)के प्रकार और उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: अस्थि मृदुता 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आईल (अरंडी के तेल) के फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंकड़े से करें बवासीर का अचूक उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आँख की बीमारी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आँखों की जलन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंखों की रोशनी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आँखों की रोशनी तेज करना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आँखों की रोशनी बढ़ाने के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंखों के रोग लक्षण और उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंखों के लिए 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आँखों से धुंधला दिखने के कारण और उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंगूर के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आठ ऐश्वर्य 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंत्रिकज्वर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आदरक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आमलकी रसायन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयुर्वेद का चिकित्सा विज्ञान 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयुर्वेद के अनुसार उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयुर्वेद चिकित्सा-प्रणाली 


    भजन - सरोवर: Free Hindi Bhajan 

    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयुर्वेदिक औषधियाँ:एक अवलोकन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयुर्वेदिक चिकित्सा मे शल्य क्रिया 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के नाम और वर्णन की लिंक्स 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयोडिन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आयोडीन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आर्थराईटीज़(संधिवात) रोगी का आहार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आर्सेनिक एल्ब -होम्योपैथिक औषधि की जानकारी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आलू के फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आलू बुखारा 




    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: आंवला
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: इम्यूनिटी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: इम्यूनिटी बढाए 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: इलायची 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: इलायची के दाने 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: इसबगोल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ईमली के बीज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ईसीपी से भी हार्ट ब्लॉकेज का इलाज संभव और कारगर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उच्च रक्तचाप 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उच्च रक्तचाप हेतु बासी रोटी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उड़द के उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उड़द के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उड़द के लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उदर शूलहर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उपयोग


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उबले गेहूं अंकुरित 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: उल्टी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एक रक्तशोधक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एकजीमा एलर्जी दाद कुष्ठ खुजली के उपचार नुस्खे इलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एकाग्रता 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एंटी वेनम प्रतिदंश विष 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एड़ियां में दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एडी के दर्द के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एनिमिया से बचाव 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एनीमिया 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एनीमिया की समस्या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एलर्जी की जानकारी और उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एलर्जी के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार 


    "सेहत समस्याएं एवं समाधान" ब्लॉग के 182 आलेख की लिंक्स-सूची

    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एलर्जी से बचाए 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एलोवेरा 

    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एलोवेरा के गुण लाभ उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: एसीडिटी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ऑलिव ऑइल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: औषधीय पौधों के उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कच्चा प्याज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कच्चाआम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कटेरी की जड़ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कद लंबाई बढ़ाने के लिए घरेलू उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कंधे के थेरेपी व्यायाम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कंधे के दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कंधे के दर्द मे उपयोगी योग आसन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कंधे मे दर्द के योग आसन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कपालभाति प्राणायाम की विधि और फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कपालभाती' प्राणायाम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कपूर एक सुरक्षित कीटाणुनाशक: 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कपूर के उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कपूर से मच्छर भगाएँ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज़ और गैस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज और दस्त 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज की बीमारी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज की शिकायत 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज की समस्या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज की समस्या से राहत 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज जड़ से खत्म 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज दूर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज नाशक नुस्खे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कब्ज से राहत 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कमर दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कमरदर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: करीपत्ता (मीठी नीम)के अनुपम स्वास्थ्य लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: करेला का जूस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: करोंदे के लाभ और उपयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कस्तूरी के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काकजंघा जड़ी बूटी के आयुर्वेदिक और तांत्रिक प्रयोग


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काकरोच भागने के उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कांटोला 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कान का दर्द 




    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कान की नसों में थक्के जमाना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कान्हावाडी मे होता है लाईलाज केन्सर रोग का ईलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काफी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कामशक्ति 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काया कल्पः 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कायाकल्प 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काली खांसी जड़ से खत्म 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काली जीरा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काली जीरी का चमत्कारिक त्रियोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काली मिर्च और तुलसी के पत्ते- 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: काले चने के अनगिनत फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी को मजबूत बनाने वाले योग आसन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी खराब 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी फेल की दवा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी फेल के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी मजबूत 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी विकृति के कारण और उपचार //kidney failure and ayurvedic treatment 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: किडनी स्टोन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कीटरोधक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कुमकुमादि तेल है गुणों व सौन्दर्य का खजाना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कूदना भी है इलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: के औषधीय प्रयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: केन्सर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: केला 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: केला का छिलका 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: केला सहजन 




    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: केल्शियम अल्पता
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: केसर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कैंसर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कैंसर किलर हल्दी – गौ मूत्र पुनर्नवा
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कैंसर से बचाए 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कैसा भी कितना भी पुराना गठिया 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कॉकरोच भगाना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कोलेस्‍ट्रॉल कम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: कोलेस्‍ट्रोल कम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: क्यों होता है जोड़ों मे दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: क्रोध पर नियंत्रण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: क्रोध से कैसे निपटें?क्रोध प्रबंधन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खर्राटे के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खर्राटे बंद करने के उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खस खस के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खांसी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खांसी का ईलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खांसी के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खांसी के नुस्खे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खांसी-जुकाम दूर करने के नुस्खे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खिसकी हुई नाभि को सही जगह पर लाने के उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खीरा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खीरा ककड़ी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खुजली एक्जिमा दाद 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खुजली के घरेलू आयुर्वेदिक इलाज // Ayurvedic treatment of itching 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खून की कमी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खून की कमी (रक्ताल्पता) के घरेलू उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खून की कमी दूर करते हैं ये फल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खून में कोलेस्ट्रोल कम करने के असरदार उपाय // Effective remedies for reducing cholesterol in the blood 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खून में शुगर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: खोपरा गोला 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गंजेपन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गंजेपन से छुटकारा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गठिया 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गठिया का उपचार होम्योपैथिक द्वारा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गठिया की चिकित्सा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गठिया मे दूर होगा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गठिया रोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गठिया से राहत 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गन्ना और मूली का रस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गरम पानी मे शहद से वजन कम करें 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गरम मसाले 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गर्भ में लड़का होने के लक्षण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गर्भरक्षा के ये उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गर्भवती 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गर्भस्त्राव 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गर्भाशय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गले और छती मे जमे कफ बलगम का तुरंत असर उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गले का केन्सर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गले का दर्द सूजन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गले की खराश 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गले में खराश 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गाऊट 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गाँजा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गाय का घी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गाय का घी कैंसर रोधी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गाय के घी से दीर्घ यौवन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गिलोय का चूर्ण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुड 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुड़ और सौंफ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुमड़े गांठ का ईलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुर्दे की अकर्मण्यता 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुर्दे की पथरी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुर्दे के रोग और उपचार। 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुर्दों की सफाई मे पुनर्नवा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गुलकंद 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गेहूं के जवारे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गेहूं के जवारे के रस के चमत्कारिक स्वास्थ्य लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गेंहू के पौधे के रस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गैस 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गैस छोड़ना या पादना के स्वास्थ्य लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गैस से छुटकारा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गोक्षुरादि गुग्गुल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गोखरू 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: गोभी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ग्रीन टी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ग्रीन ब्लड 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घबराहट दूर केआयुर्वेदिक उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घमरा के औषधीय गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घमौरियाँ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घर को मच्छर मुक्त रखने के उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घर पर प्रोटीन शेक बनाने का तरीका और विधि 




    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घाव के कीड़ों 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घीऔर दूध 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घुटने मजबूत खजूर से 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घुटनो का दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घुटनों के दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घुटनों के दर्द के लिए चमत्कारी उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घेंघा रोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: घेंघा रोग आयोडीन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चक्कर आने के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार. रक्ताल्पता 




    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चक्कर आने पर पथ्य
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चना और गुड के कमाल के फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चने का खार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चने के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चने के लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चन्दन के गुण औषधीय लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चमेली के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चम्पा के गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चर्बी कम करने के आयुर्वेदिक उपाय 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चर्म रोग से बचने के घरेलू उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चश्मा उतारना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चिया के बीज के कमाल के स्वास्थ्य लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चिरायु बनाना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चीकू के स्वास्थ्य लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चीटी खटमल मच्छर दूर भगाये 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: चींटी मक्खी मच्छर भगाना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: छाछ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: छाती (सीने) मे दर्द के प्रभावी उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: छुहारा दूध के साथ खाने के नायाब फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जलना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जलोदर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जहर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जानें पेट में लड़का है या लड़की 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जामुन के औषधीय गुण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जीरा के फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जीरा पानी बनाना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जीरा से शरीर की फालतू चर्बी खत्म करें 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जीरे का पानी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ज़ुकाम तथा बुखार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जैतून तेल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोंक का प्रयोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोडों का दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ो का दर्द

    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ों का दर्द
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ों का दर्द के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ों का दर्द बढ़ने के कारण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ों के दर्द 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ो के दर्द के लिए आयुर्वेदिक तेल बनाने की विधि 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ों के दर्द मे उपयोगी योग आसन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: जोड़ों में दर्द की समस्या 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ज्यादा पसीना होना:कारण और उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ज्वर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ज्वार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: झड़ते बालों के योग आसन 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: झाड़ते बालों से निजात 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: झुर्रियां 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टमाटर खाने के कमाल के स्वास्थ्य लाभ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टाइप 2 डायबिटिज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टांगो और रीड की हड्डी के दर्द की चिकित्सा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टायफ़ाईड 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टीबी के उपचारतपेदिक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टेंशन व मन की अशांति 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने वाली कमाल की जड़ी बूटियाँ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डकार आना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डकार आने के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डकार आने के कारण और घरेलू उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डकार बंद करना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डायबिटीज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डायबिटीज कंट्रोल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डायबिटीज के लिए बासी रोटी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डायबीटीज़ 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डायरिया का लक्षण एवं उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डार्क सर्कल्स और झुर्रियों 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डिप्रेशन और एंग्जाइटी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डिप्रेशन या अवसाद के उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: डिमेंशिया यानि की मनोभ्रंश के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तंदुरुस्ती दोहे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तनाव कम 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तनाव चिंता डिप्रेशन मे उपयोगी अश्वगंधा कई रोगों की औषधि है 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तनाव दूर 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तन्त्रशास्त्र 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तरबूज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तलवे की मसाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ताड़ासन 




    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: ताड़ासन.पर्वतासन
     


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तिल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तिलकुट्टा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तीक्ष्ण बुद्धि 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तीन नींबू काटकर बेडरूम मे रखें और अगले दिन देखें कमाल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तुअर दल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तुरई(नेनुया) के औषधीय गुण फायदे 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तुरंत नींद में ले जाने वाली ब्रीथिंग ट्रिक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तुलसी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तेज पत्ता के फायदे नुस्खे लाभ उपचार Benefits of bayleaf 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तेजी से चलने 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: तेलिया कन्द एक चमत्कारी जड़ी बूटी 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्रिदोष दर्द नाशक 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्रिफला 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्वचा 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्वचा की खूबसूरती 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्वचा कीसमस्याएँ और उपचार 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्वचा के रोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्वचा रोग 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: त्वचा संक्रमण 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: थकान का इलाज है तकिए के नीचे लहसुन रखकर सोना 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: थकावट और आलस्य 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: थायराइड में 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: थायराईड 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: थायरायड (Thyroid Disorder) की बीमारी के घरेलू आयुर्वेदीय इलाज 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: दंतशूल 


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: दमा


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2009


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: December 2009


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2010


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: March 2010


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: April 2010


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: December 2010


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2011


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: January 2011


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: April 2011


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2012


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: February 2012


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: March 2012


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2013


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: November 2013


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2014


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: December 2014


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: February 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: March 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: April 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: May 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: June 201


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: July 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: August 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: September 20


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: October 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: November 2015


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: January 2016


    उपचर और आरोग्य//Upchar aur Arogya: February 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: March 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: May 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: June 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: July 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: August 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: September 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: October 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: November 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: December 2016


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: January 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: February 2017


    उपचा और आरोग्य//Upchar aur Arogya: March 201


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: April 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: May 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: June 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: July 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: August 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: September 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: October 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: November 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: December 2017


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: January 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: February 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: March 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: April 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: May 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: July 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: August 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: September 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: October 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: December 2018


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: 2019


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: January 2019


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: February 2019


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: April 2019


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: June 201


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: October 2010


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: November 2010


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: August 2019


    उपचार और आरोग्य//Upchar aur Arogya: May 2010