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22.8.19

टमाटर खाने के कमाल के स्वास्थ्य लाभ


टमाटर में संतृप्त वसा, कोलेस्ट्रॉल, कैलोरी और सोडियम स्वाभाविक रूप से कम होता है। टमाटर थियमिन, नियासिन, विटामिन बी -6, मैग्नीशियम, फास्फोरस और तांबा, भी प्रदान करता है, जो सभी अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। उन सबके ऊपर एक चम्‍मच टमाटर आपको देगा 2 ग्राम फाइबर, जो दिन भर में जितना फाइबर चाहिये उसका 7 प्रतिशत होगा। जो टमाटर में अपेक्षाकृत उच्च पानी भी होता है, जो उन्हें गरिष्ठ भोजन बनाता है।
सामान्यत: टमाटर सहित अधिक सब्जियां और फल खाने से उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक, और हृदय रोग से सुरक्षा मिलती है।
भारत में टमाटर का ज्यादातर व्यंजनों में उपयोग किया जाता है। हालाँकि टमाटर का स्वाद अम्लीय (खट्टा) होता है, लेकिन यह शरीर में क्षारीय (खारी) प्रतिक्रियाओं को जन्म देता है। लाल-लाल टमाटर देखने में सुन्दर और खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी होते हैं। शायद आप अभी तक टमाटर के फायदे नहीं जानते होगें लेकिन आज आप जानेगे टमाटर के फायदे और नुकसान के बारें में
इसके खट्टे स्वाद का कारण यह है कि इसमें साइट्रिक एसिड और मैलिक एसिड का पाया जाना है जिसके कारण यह एंटासिड के रूप में काम करता है। टमाटर में विटामिन ‘ए’ काफी मात्रा में पाया जाता है। यह आँखों के लिये बहुत लाभकारी है भारत में इसकी अधिक मात्रा मे खेती होती है इसलिए इसके उपलब्धता में कोई कठिनाई नहीं होती और हर जगह आसानी से मिल जाता है।
टमाटर को लाल रंग देने वाला तत्व लाइकोपीन, जो सेहत के लिए फायदों से भरा है, कच्चे टमाटर से अधिक पकने के बाद अधिक प्रभावी होता है। टमाटर त्वचा के लिए भी काफी लाभकारी है। यह झुर्रियों को कम करता है और रोम छिद्रों को बड़ा करता है।
टमाटर के फायदे


मजबूत हड्डिया के लिए

टमाटर हड्डियो को मजबूत बनाता हैं. टमाटर में विटामिन K और कैल्शियम पाए जाते हैं जो की हड्डियो को मजबूत बनाने के साथ ही इनके रिपेयर करने में बहुत अच्छे होते हैं. टमाटर में विटामिन सी भी बहुत मात्रा में पाया जाता है और लाइकोपीन नामक एंटी-ऑक्सिडेंट ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी की कमजोरी दूर करने का प्रभावी तरीका है।

कैंसर से बचाव

टमाटर प्राक्रतिक तरीके से कैंसर से लड़ता हैं. प्रॉस्टेट कैंसर, गला का कैंसर, पेट, स्तन कैंसर, कोलन और भी कई तरह के कैंसर के ख़तरे को कम कर देता हैं. टमाटर में मौज़ूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं. इसके लिए टमाटर में पाए जाने वाला लाइकोपिन जिम्बेदार होता है

हेल्दी स्किन के लिए

टमाटर का सेवन आपकी त्वचा को सुन्दर बना देता हैं. गाजर में पाए जाने वाला बीटा-केरोटीन इसमे भी बहुत मात्रा में पाया जाता हैं यह स्किन की झुर्रियो और लाइन्स को ख़त्म करने में मदद करता हैं.
इसके आलावा मुहासे या चेहरे पर दाग होने पर टमाटर के गुदे का इस्तेमाल कर इनसे छुटकारा पाया जा सकता है|

दृष्टि-

टमाटर आपकी दृष्टि में सुधार कर सकता है। टमाटर जो विटामिन ए प्रदान करता है, वो दृष्टि में सुधार और रतौंधी को रोकने में मदद कर सकता है। हाल के शोध से पता चला है कि, टमाटर लेने से धब्बेदार अध: विकृति, एक गंभीर और अपरिवर्तनीय आंख की स्थिति को कम करने में मदद मिल सकती है।

ब्लड शुगर को कम करने के लिए

टमाटर आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता हैं टमाटर में बहुत कम मात्रा में कार्बोहायड्रेट पाया जाता है जिससे उरिन में ग्लूकोस की मात्रा सही रहती है टमाटर खाने से गुर्दे और ब्लड प्रेशर भी सही रहते है ये दोनों सबसे जादा मधुमेह से प्रभावित होते है इसलिए मुधुमेह रोगियों को अपने आहार में इसे जरुर शामिल करना चाहिए अगर आप मधुमेह के साथ वजन कम करना चाहते है तो यह आपके लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है

बालो के लिए

टमाटर खाने से आपके बाल शाइनी और हेल्दी बनते हैं. टमाटर में पाया जाने वाले विटामिन बालो को मजबूत और चमकदार बनाते हैं. बालो के लिए इसमें आयरन और विटामिन a पाया जाता है जो वालो को मजबूत करने के साथ वालो का गिरना भी कम करते है टमाटर उनमे जान डालकर नया जीवन प्रदान करता है आप अपने वालो से रुसी को दूर करने के लिए भी टमाटर का उपयोग कर सकते है
इसके लिए आपको बस शेम्पू के बाद टमाटर के रस को अपने वालो पर 5 मिनिट के लिए लगाना है और फिर पानी से धो लेना है एसा आप हफ्ते में दो बार कर सकते है इससे आपके बालो में से रुसी गायब हो जाएगी, इसका उपयोग नियमिन न करें वरना ये आपके वालो को सूखा और बेजान बना सकता है|

पुराना दर्द

टमाटर पुराने दर्द को कम कर सकता है। अगर आप उन लाखों लोगों में से एक हैं, जिनको हल्का और मध्यम पुराना दर्द रहता है (गठिया या पीठ दर्द ), तो टमाटर दर्द को खत्म कर सकता है। टमाटर में उच्च बायोफ्लेवोनाइड और कैरोटीन होता है, जो प्रज्वलनरोधी कारक के रूप में जाना जाता है।
वजन घटाना -टमाटर आपको आपका वजन कम करने में मदद कर सकता है। अगर आप एक समझदार आहार और व्यायाम की योजना पर हैं, तो अपने रोजमर्रा के भोजन में बहुत सारा टमाटर शामिल करें। ये एक अच्छा नाश्ता बनाएंगे और सलाद, कैसरोल, सैंडविच और अन्य भोजन को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। क्‍योंकि टमाटर में ढेर सारा पानी और फाइबर होता है, इसीलिये वजन नियंत्रण करने वाले इसे 'फिलिंग फूड' कहते हैं, वह खाना जो जल्‍दी पेट भरते हैं, वो भी बिना कैलोरी या फैट बढ़ाये।|

उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए –

उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण पोटेशियम की कमी होती है इसलिए टमाटर का सेवन हाई बी पी के लये लाभदायक होता है क्योकि इसमें पोटेशियम उच्च मात्रा में पाया जाता है यदि आप सोडियम का अधिक उपयोग करते है तो आपको उसे बेलेंस करने के लिए पोटेशियम भी लेना पड़ेगा इसके लिए आप टमाटर का एक कप जूस पिए यह आपकी देनिक आवश्यकता का 11% पोटेशियम को पूरा कर देगा अब तो आप समझ ही गए होगें की ह्रदय के रोगों में टमाटर का सेवन करना कितना लाभदायक हो सकता है

प्रेग्नेन्सी में

प्रेग्नेन्सी में टमाटर का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता हैं. इसमे भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता हैं. जो गर्भवती महिला के लिए बहुत ही ज़रूरी हैं. गर्भावस्था में स्त्रियों को टमाटर का दो सौ ग्राम रस रोजाना पीना चाहिए, इससे प्रेग्नेन्सी में खून की कमी दूर की जा सकती है|

बच्चों के विकास के लिए

बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए टमाटर बहुत ही फायदेमंद होता हैं. अगर पेट में कीड़े पैदा हो जाए तो सुबह खाली पेट टमाटर में काली मिर्च मिला कर खाने से फायदा होता हैं. अगर बच्चे को सूखा रोग हो जाए तो उसे रोजाना 1 ग्लास टमाटर का जूस पिलाने से बीमारी में आराम मिलता हैं.|

टमाटर खाने के तरीके

सलाद के रूप में टमाटर का सेवन: टमाटर को खाने के बहुत से तरीके हैं जिसमे से सलाद सबसे आसान तरीका है। ध्यान रहे जब भी आप सलाद या फिर ऐसे ही कच्चा टमाटर खाते हैं तो इसका ऊपर का छिलका ना हटायें, क्योकि इसकी उपरी त्वचा मै ही इसके सबसे ज्यादा तत्व पाए जाते हैं।
जूस के रूप में टमाटर का सेवन: आप अपने दिन की शुरुवात काला नमक सहित ताजा टमाटर के जूस को पीकर कर सकते हैं इससे आपके शरीर मे फुर्ती बानी रहेगी, लेकिन याद रहे कि टमाटर का जूस आप खाली पेट न लें।

टमाटर का सूप: 

आप टमाटर को हल्का सा उबाल कर उसे पीस लें और उसमे काली मिर्च डाल के उसका सूप बनाकर पियें यह बहुत ही स्वादिस्ट लगता है। और पोषक तत्वों से भरपूर होता है
सब्जी में टमाटर का उपयोग: आप सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमे टमाटर का उपयोग भी कर सकते हैं। और इसका उपयोग आप घर पर ही टमाटर की चटनी व सॉस बनाकर कर सकते है।

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20.12.16

सीताफल के बेमिसाल फायदे, आप जरूर जानना चाहेंगे,sitafal fayde


सीताफल स्टॉबेरी की तरह एक फल होता है जो कि हरे रंग मेंं होता है और स्ट्रॉबेरी से बड़ा होता है. यह तासीर मेंं ठंडा होने की वजह से भी इसको सर्दियों के मौसम मेंं खाया जाता है. सीताफल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है. इसके इस्तेमाल से हृदय, रक्त चाप, मधुमेंह, पाचन, एनीमिया, कैंसर जैसी गंभीर रोगों का इलाज किया जा सकता है. 
 आज के जमाने  में बाल सफेद होना, झडऩा या गंजापन एक आम बीमारी बन चुका है। इस समस्या से दुनिया में अधिकतर लोग पीड़ित हैं।
सीता फल के सेवन से बहुत सारे फायदे होते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं सीताफल के सेवन से होने वाले लाभो के बारे में जिनको आप इस फल के सेवन से प्राप्त कर सकते है |
औषधि की तरह काम करता है ये सीताफल |

दिल के लिए

सीताफल मेंं मैग्नीशियम की मात्रा अच्छी आती है जिसकी वजह से यह हमारे हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और तंत्रिका तंत्र को रिलैक्स करने मेंं मदद करता है. जिसकी वजह से दिल के रोगों की संभावनाओं को कम किया जा सकता है. इसके अलावा इसमेंं विटामिन B3, विटामिन B6 और इस तरह के कई अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर मेंं एमिनो एसिड के स्तर को ठीक रखने मेंं मदद करते हैं.


गंजेपन से छुटकारा पाने के लिए -

 सीताफल के बीजों को बकरी के दूध के साथ पीसकर लगाने से सिर के उड़े हुए बाल भी फिर से उग आते हैं।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए

आज के खानपान की वजह से बहुत से लोगों मेंं तनाव और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो गई है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत ही गंभीर समस्या है इसकी वजह से हृदयघात जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. सीताफल मेंं मैग्नीशियम और पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो कि हमारे दिल को स्वस्थ बनाए रखने और इसके अलावा हमारे प्रणाली को स्वस्थ रखने मेंं मदद करती है.


कच्चा सीताफल खाने से अतिसार और पेचिश में फायदा मिलता है। कच्चे सीताफल को काटकर सुखा दें और पीसकर रोगी को खिलाएं। इसके कुछ दिन के सेवन से ही डायरिया बिलकुल सही हो जाएगा।
सीताफल एक बड़ा ही स्वादिष्ट फल है जिसकी खूबियों के बारे में आयुर्वेद में भी बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि सीता ने वनवास के समय श्रीराम को यह भेंट स्वरूव दिया  था। तभी से इस फल का नाम सीताफल पड़ा।
सीताफल सिर्फ फल नहीं, बल्कि एक दवा भी है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग शरीर से दुबले पतले होते हैं उन्हें सीताफल का सेवन जरूर करना चाहिए। सीताफल खाने से शरीर की दुर्बलता तो दूर होती ही है साथ ही पुरुषत्व को बढ़ाने में भी यह रामबाण की तरह काम करता है।


मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए-

सीताफल खाने से शरीर की दुर्बलता, थकान दूर होकर मांस-पेशियां मजबूत होती है।
*आयुर्वेद के अनुसार सीताफल शरीर को शीतलता पहुंचाता है। कफ एवं वीर्यवर्धक, फल पित्तशामक, उल्टी रोकने वाला, पौष्टिक, तृप्तिकर्ता, तृषाशामक,, वात दोष शामक ,मांस एवं रक्त वर्धक ओर हृदय के लिए लाभदायी है।

दुर्बलता को दूर करने के लिए -

सीताफल दवा का काम भी करता है। इस फल को खाने से दुर्बलता दूर हो जाती है और यह पुरुषत्व  को बढ़ाने में रामबाण है

दिल के लिए

सीताफल मेंं मैग्नीशियम की मात्रा अच्छी आती है जिसकी वजह से यह हमारे हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने और तंत्रिका तंत्र को रिलैक्स करने मेंं मदद करता है. जिसकी वजह से दिल के रोगों की संभावनाओं को कम किया जा सकता है. इसके अलावा इसमेंं विटामिन B3, विटामिन B6 और इस तरह के कई अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर मेंं एमिनो एसिड के स्तर को ठीक रखने मेंं मदद करते हैं.

हड्डियों को मजबूत करने के लिए

सीताफल में कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा अच्छी पाई जाती है जिसकी वजह से हमारे हड्डियों के विकास के लिए बहुत ही फायदेमंद है. अगर सीताफल का नियमित सेवन किया जाए तो हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को दूर किया जा सकता है.

खून की कमी को पूरा करता है

जिन लोगों को एनीमिया या खून की कमी जैसी समस्या है उनको सीताफल का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. क्योंकि यह बीमारी शरीर मेंं आयरन की वजह से होती है और सीताफल का इस्तेमाल करने से हमारे शरीर मेंं आयरन की मात्रा सही हो जाती है और हमेंं एनीमिया जैसे लक्षणों से छुटकारा मिल जाता है.

पाचन में लाभदायक

सीताफल मेंं फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जिसकी वजह से यह हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करने मेंं हेल्प करता है. इसके साथ साथ ही यह हमारे शरीर मेंं कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता की भी पूर्ति करता है.

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए

आज के खानपान की वजह से बहुत से लोगों मेंं तनाव और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो गई है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत ही गंभीर समस्या है इसकी वजह से हृदयघात जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है. सीताफल मेंं मैग्नीशियम और पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो कि हमारे दिल को स्वस्थ बनाए रखने और इसके अलावा हमारे प्रणाली को स्वस्थ रखने मेंं मदद करती है


सीताफल एक मीठा फल है जिसमें कैलोरी काफी मात्रा में होती है। यह फल आसानी से पचने वाला होने समेत पाचक और अल्सर तथा एसिडटी में लाभकारी है।

कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिए

हमारे शरीर मेंं कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अगर सही है तो यह हमारे शरीर के लिए अच्छा होता है लेकिन अगर अधिक मात्रा मेंं कोलेस्ट्रोल हमारे शरीर मेंं हो तो यह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और हमेंं कुछ गंभीर बीमारियां हो सकती है. सीताफल मेंं नियासिन सही मात्रा मेंं होता है जो कि हमारे अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने मेंं मदद करता है.


सीताफल के पत्तों को पीस कर फोड़ों पर लगाने से वो ठीक हो जाते हैं।

सिर को जुओं से मुक्त करने के लिए सीताफल- 

सीताफल के बीजों को बारीक पीस कर रात को सिर में लगा लें और किसी मोटे कपड़े से सिर को अच्छी तरह बांध कर सो जाएं। इससे जुएं मर जाती हैं।

डायबिटीज मेंं फायदेमंद

जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उनको सीताफल का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इसमेंं फाइबर की मात्रा होने के साथ-साथ कारण हो कार्ब्स की मात्रा मेंं सही होती है जिसके इस्तेमाल से आप मधुमेह जैसी समस्याओं को कम कर सकते हैं

गर्भावस्था के दौरान सीताफल का उपयोग

सीताफल मेंं फोलेट की मात्रा अच्छी होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं की संभावनाओं को कम करने मेंं मदद करता है. इसका इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान किया जाए तो गर्भपात की संभावनाएं कम हो जाती है.